ETV Bharat / state

अनामिका जैन को कविता पाठ से रोकने पर बवाल, कार्ड से खुला जिला प्रशासन का झूठ

author img

By

Published : Nov 26, 2022, 9:34 PM IST

Updated : Nov 26, 2022, 9:40 PM IST

सोनपुर जिला प्रशासन
सोनपुर जिला प्रशासन

सोनपुर मेले में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आयोजन से एन वक्त पहले अनामिका जैन (UP Me Baba Ba Fame Anamika Ambar) को अपनी प्रस्तुति नहीं देने दिया गया. इस मामले में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिला प्रशासन की ओर से जारी डिस्प्ले कार्ड की कापी शेयर कर लोग लगातार जिला प्रशासन के झूठ पर सवाल उठा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

पटना: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला (world famous sonpur fair) में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का 25 नवंबर को आयोजन किया गया था. आयोजन में प्रख्यात कवियत्री अनामिका जैन अंबर सहित कई कवियों को आमंत्रित किया गया (Controversy over stopping Anamika Jain To Read Poem IN Sonepur Mela) था. कवि सम्मेलन शुरू होने से पहले अनामिका अंबर को कविता पाठ करन से रोक दिया गया. वहीं मेला का प्रबंधन देख रहे सारण के एडीएम डॉक्टर गगन ने स्पष्ट कहा है कि अनामिका जैन को नहीं बुलाया गया था. यह दावा मेला आयोजन समिति की ओर से ही तैयार कार्यक्रम विवरणिका झूठा साबित कर रहा है.

बिहार में अनामिका जैन अंबर को कविता पाठ से रोका, कवयित्री बोली- 'नीतीश सरकार के इशारे पर..'

नहीं थम रहा है बवालः सोनपुर के मेले में प्रख्यात कवियत्री अनामिका अंबर अपमान किए जाने पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोनपुर मेला आयोजन से तैयार कार्ड और पंपलेट में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के 25 नवंबर को सिड्यूल में संजीव, मुकेश और अनामिका अंबर ग्रुप का नाम अंकित है. बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया पर कार्ड शेयर कर रहें हैं. बता दें अनामिका जैन को कविता पाठ करने से रोके जाने से नाराज अन्य आमंत्रित कवियों ने अनामिका अंबर के समर्थन में कविता पाठ करने से मना कर दिया था.

'बिहार सरकार के इशारे पर मुझे रोका गया': वहीं आयोजन में कविता पाठ से रोके जाने के बाद से सोशल मीडिया पर लाइव आकर कवयित्री अनामिका जैन अंबर ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के दबाव में उन्हें हरिहर क्षेत्र मेले के मशहूर कवि सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने दिया गया और वह वापस पटना एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही हैं.

कैसे मामले ने पकड़ा तूलः मामला तब तूल पकड़ा जब अनामिका अंबर जैन ने सोशल मीडिया पर आकर अपना एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उनके मंच पर चढ़ने से रोका गया है. जिसके बाद मामले में सफाई देने की सारण जिला की ओर से मिला प्रभारी और एडीएम डॉक्टर गगन सामने आए उन्होंने साफ-साफ बताया कि अनामिका अंबर जैन का कोई भी कार्यक्रम मेला में नहीं था और न ही उन्हें बुलाया गया था और ना ही न्योता दिया गया था. इसलिए उन्हें मना करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता.

सारण ADM की सफाई: हालांकि इस पूरे मामले पर सारण प्रशासन ने सफाई दी है. मेला का प्रबंधन देख रहे सारण के एडीएम डॉक्टर गगन ने स्पष्ट कहा है कि अनामिका जैन को नहीं बुलाया गया था. नालंदा के रहने वाले कवि को टीम लाने की जिम्मेवारी दी गई थी. लेकिन पटना में टीम लेट से आई. जिस वजह से कार्यक्रम रद्द किया गया. क्योंकि 10 बजे रात के बाद लाऊडस्पीकर मेला में नहीं बज सकता है. इसलिए लोकल कलाकारों से कार्यक्रम करवाया गया.

''मेला में किसी को भी आने से मना करने का सवाल ही नहीं उठता है. मेला में किसी को भी रोका नहीं किया है. अनामिका जैन मामले की सूचना मीडिया के माध्यम से मिली. यह मुझे नहीं पता है कि अनामिका अंबर जैन का कार्यक्रम है या नहीं है. क्योंकि मैंने उन्हें नहीं बुलाया था. यह जिम्मेदारी कमेटी की थी. कौन लोग कवि सम्मेलन में आ रहे है, इसकी जानकारी मुझे नहीं थी. यह बिहार के आतिथ्य पर सवाल है.'' - डॉक्टर गगन, सोनपुर मेला प्रभारी सह, एडीएम छपरा

कौन हैं अनामिका जैन अंबर: डॉ अनामिका अंबर का जन्म सन 1983 में बुंदेलखंड के ललितपुर जिला के एक छोटा सा गांव धनगौल में हुआ था. अनामिका के पिता उत्तम चंद जैन थे जो भी एक बहुत ही प्रसिद्ध वकील है. उनकी माता का नाम श्रीमती गुणमाल जैन है जो कि एक गृहिणी है. अनामिका पेशे से एक बहुत ही प्रसिद्ध और व्यंग तरीके से कवि का गायन करने वाली कवित्री है.

16 नवंबर को अनामिका के कार्यक्रम की दी गई थी जानकारीः 25 नवंबर 2022 को अनामिका अंबर जैन का कार्यक्रम था जिसकी जानकारी जिला प्रशासन के व्हाट्सएप ग्रुप पर तमाम पत्रकारों को दी गई थी.जिला प्रशासन के मेला मीडिया ग्रुप में 16 नवंबर को मीडिया सोनपुर मेला के नाम से बने सारण जिला प्रशासन के व्हाट्सएप ग्रुप में एक साथ 8 पेज का कलर कार्ड पोस्ट किया गया था, जिसमें आयोजन के एक-एक दिन का डिटेल है. इन 8 डिस्प्ले कार्ड में पहली तस्वीर में मेला का डायग्राम है, दूसरी तस्वीर 6 नवंबर से लेकर 7 दिसंबर तक चलने वाले मेला के प्रोग्राम की रूपरेखा है. तीसरी तस्वीर में संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विवरणी डाली गई है और इसी तीसरी तस्वीर में 25 नवम्बर 2022 दिन शुक्रवार की संध्या को जिला प्रशासन की ओर से जो कार्यक्रमों की रूपरेखा है. उसमें पहला कार्यक्रम कथकली नृत्य का है. इसके अलावा सोनपुर मेला से संबंधित कई जानकारियां भी इसमें है.

ये भी पढ़ें-सोनपुर मेले के मंच से राजा और रैंचो ने फोड़े हंसी का गुब्बारे, लोटपोट हुए दर्शक

Last Updated :Nov 26, 2022, 9:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.