Siwan Hooch Tragedy में बड़ा खुलासा- तस्कर की जुबानी सुनिए, कैसे बनाई जहरीली शराब
Updated on: Jan 24, 2023, 6:17 PM IST

Siwan Hooch Tragedy में बड़ा खुलासा- तस्कर की जुबानी सुनिए, कैसे बनाई जहरीली शराब
Updated on: Jan 24, 2023, 6:17 PM IST
Siwan News बिहार के सिवान में जहरीली शराब से मौत मामले में नया खुलासा हुआ है. गिरफ्तार आरोपी मंटु बिंद ने बताया कि उसने कैसे शराब बनाकर बेची थी. उसने कबुल किया कि 50 लीटर स्प्रिट खदीकर लाया था. एक लीटर शराब में 4 लीटर पानी मिलाया, उसके बाद उसमें स्प्रिट मिलाकर उसे बेचने का काम किया. पहली बार दीपक से स्प्रिट खरीदा था लेकिन वह नकली निकला. पढ़ें पूरी खबर...औ
सिवानः बिहार के सीवान में जहरीली शराब से मौत (Death due to poisonous liquor in Siwan) का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है. अभी तक कुल 9 लोगों की मौत हो गई है. सीवान से लेकर पटना तक इस मौत की धमक कुछ ही मिनटों में पहुंच गई. आनन-फानन में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें मंटु बिंद का नाम सबसे उपर है. जिसने जहरीली शराब बनाकर बेची थी. यह शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई. आपको बता दें कि जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों ने मंटु बिंद का खुलेआम नाम लिया था. मंटु 50 लीटर स्प्रिट से शराब बनाई थी.
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"हम तीन साल से शराब बनाकर बेचने का काम करते हैं. इस बार दीपक से स्प्रिट खरीदकर लाया था. अलता का गंध था लेकिन विश्वास पर ले आया. जिसे पीने से मौत हुई है. नरेश का भाई ऑस्कर बिंद और अन्य चार लोग शराब खरीदकर ले गया था. दीपक को इस बारे में बताया तो वह नकार दिया. कहा मेरी शराब से मौत नहीं हुई है." -मंटु बिंद, शराब धंधेबाज
शराब बनाने का खुलासाः सिवान शराब कांड में गिरफ्तार आरोपी ने शराब बनाने का खुलासा किया. उसने बताया कि वह तीन साल से शराब बेचने का काम करता है. एक लीटर शराब में पहले चार लीटर पानी मिलाया जाता है, इसके बाद स्प्रीट मिलाकर उसे बेचा जाता है. 21 जनवरी को पहली बार दीपक से स्प्रिट खरीदकर लाया था. जिससे लोगों की मौत हो गई. उसने पहले ही दीपक को कहा था कि इस स्प्रिट में अलता का गंध है. तो उसने बोला कि माल सही है, कलकता से लेकर आए हैं, ले जाओ. स्प्रीट लेकर वह वह घर आ गया. शाम में पांच लीटर शराब नरेश का भाई ऑस्कर बिंद ले गया जो बेचने के बाद खुद और नरेश ने पी थी. 22 जनवरी की सुबह में नरेश की मौत हो गई. उस समय नहीं पता चला कि उसकी मौत शराब से हुई है.
जिससे खरीदा उसने नकाराः देर शाम में चार लोगों ने फिर शराब खरीदी थी. पीने के थोड़ी देर बाद लोगों को दिखाई देना बंद हो गया. तो हमे लगा कि यह शराब नकली है. मैने दीपक को फोन किया तो उसने कहा कि मेरी शराब से मौत नहीं हुई है. इतने में एक और मौत हो गई. जिसके बाद हमें पूरा विश्वास हो गया कि शराब नकली है. इसके बाद दीपक को फोन मिलाया तो वह मजाक में लेने लगा. लेकिन हमें यकीन था कि यह मौत नकली शराब पीने से ही हुई है. पहली बार हमने दीपक से स्प्रिट लिया था. हमें नहीं पता था कि उह नकली निकलेगा. बता दें कि अब तक जनक देव बीन(45) पिता लक्ष्मण बीन, सुरेंद्र प्रसाद (50) पिता भोला प्रसाद, राजू मांझी (35) पिता जमदार मांझी, राजेश प्रसाद (32) पिता रामनाथ प्रसाद, धूरेंद्र मांझी (35) पिता शिवदयाल मांझी, जितेंद्र मांझी पिता राजू मांझी, लछन देव राम (55) पिता सर्वजीत राम, दुलम रावत (40) पिता सुदामा रावत और नरेश रावत की मौत हुई है.
