सीतामढ़ी: कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी को लेकर जहां भारत-नेपाल की सीमा बंद थी. वहीं पड़ोसी देश नेपाल में भी कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन था. भारतीय सीमा से सटे नेपाल के लोग अपने दैनिक उपयोगी सामान की खरीदारी भारतीय बाजार से करते हैं.
नेपाली नागरिकों ने किया हंगामा
गुरुवार को भारत-नेपाल की सीमा बैरगनिया गौर बॉर्डर को खुलवाने के लिए नेपाली नागरिकों ने जमकर हंगामा किया. लगातार 8 महीने से भारत-नेपाल की सीमा कोरोना वायरस की महामारी को लेकर बंद कर दिया गया है.
नेपाल बॉर्डर खोलने की मांग
सोमवार को नेपाली नागरिकों ने गौर बॉर्डर पर जनता समाजवादी के नेता रेवन्त झा, अनिल कुमार सिंह, धनन्जय मिश्र, गौर के मेयर अजय गुप्ता और वार्ड पार्षद शेख जमशेद के नेतृत्व में जमकर हंगामा किया. नेपाली नागरिकों की मांग है कि नेपाल बॉर्डर को खोल दिया जाए. भारत और नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के नेपाली नागरिक अपने दैनिक उपयोग की सामग्री भारतीय बाजारों से ही खरीदते हैं.
भारतीय बाजारों से खरीदारी
भारतीय बाजारों में दैनिक उपयोग की सामग्री कम दामों में मिल जाती है. मेयर अजय गुप्ता और वार्ड पार्षद शेख जमशेद का कहना है कि जो नमक नेपाल में 100 रुपये किलो मिलता है, वही नमक भारतीय बाजारों में 20 रुपए प्रति किलो मिलता है.
शेख जमशेद ने कहा कि भारत और नेपाल में बेटी और रोटी का संबंध पूर्व से ही है. सीमावर्ती क्षेत्र के नेपाली नागरिक भारतीय बाजारों से ही दैनिक उपयोग की सामग्री की खरीदारी करते हैं.