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शेखपुरा में बाल सुधार गृह से तीन कांडों के बंदी फरार, मिलीभगत का आरोप

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Published : Feb 9, 2022, 6:44 PM IST

शेखपुरा में बाल सुधार गृह से बाल कैदी फरार
शेखपुरा में बाल सुधार गृह से बाल कैदी फरार

शेखपुरा में बाल सुधार गृह से बाल बंदी फरार हो गया है. इस मामले की जांच को लेकर जिलाधिकारी ने एक जांच कमिटी का गठन किया है. जो मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. जिसके बाद संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पढ़िये पूरी खबर.

शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले केमटोखर दह में स्थित प्लेस ऑफ सेफ्टी में आवासित बाल बंदी फरार हो गया (Prisoner Absconding From Place Of Safety). बाल बंदी के भाग जाने की भनक तब लगी, जब दूसरे दिन सुबह में गिनती के दौरान एक कैदी कम पाया गया. जिसके बाद प्लेस ऑफ सेफ्टी (Place Of Safety In Sheikhpura) के कर्मियों में हड़कंप मच गया. बाल बंदी की काफी खोजबिन की गई, लेकिन उसका पता नहीं चल सका.

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प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधिकारी ने बाल बंदी के गायब होने की लिखित सूचना शेखपुरा थाना को दी है. वहीं इस मामले की लिखित सूचना डीएम, एसपी और समाज कल्याण विभाग को भी दिया गया है. मामला संज्ञान में आने के बाद डीएम ने एक जांच कमिटी गठित किया है. जिसमें एसडीओ निशांत, वरीय उपसमाहर्ता डॉ.अर्चना कुमारी और डीएसपी कल्याण आनंद शामिल हैं. सभी प्लेस ऑफ सेफ्टी पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं.

बाल बंदी के गायब होने के संबंध में बताया जा रहा है कि सोमवार को प्लेस ऑफ सेफ्टी में सभी बाल बंदी सरस्वती पूजा मना रहे थे, दूसरे दिन गिनती में एक बंदी कम पाया गया. फरार बाल बंदी तीन कांडों का आरोपी है और वह बेगूसराय जिले का रहने वाला है. उसे प्लेस ऑफ सेफ्टी में आवासित किया गया था. जहां से वह फरार हो गया.

बता दें कि प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार पर पूर्व में भी कई आरोप लग चुके हैं. सुरक्षा में चूक की वजह से पूर्व में दो बार किशोर बंदी फरार हो चुके हैं. हाल ही में शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने पर अधीक्षक का वेतन बंद और दोषी पुलिसकर्मियों को हटाया गया था. अब डीएम ने गठित टीम को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने और अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार को अविलंब हटाने का आदेश दिया है.

जानकारी के मुताबिक मटोखर दह में स्थित प्लेस ऑफ सेफ्टी से पहले भी कई दफा बंदी फरार हो चुके हैं और बंदियों के बीच कई बार खूनी संघर्ष भी हो चुका है. तीन साल पूर्व भी इस प्लेस ऑफ सेफ्टी से नौ बंदी फरार हुए थे. इस मामले में अब भी चार बंदी पुलिस की पकड़ से बाहर है. दूसरी दफा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक बंदी फरार हो चुका है. बाल बंदियों के लगातार फरार होने की घटना के कारण प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधीक्षक की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ रही है.

गौरतलब है कि प्लेस ऑफ सेफ्टी में राज्य भर के करीब 100 बाल कैदी आवासित हैं. प्लेस ऑफ सेफ्टी में वैसे बाल बंदियों को रखा जाता है, जो गंभीर मामलों के आरोपी है. शेखपुरा में प्लेस ऑफ सेफ्टी में वर्तमान में करीब 100 बाल बंदी आवासित हैं. इस संबंध में डीएसपी कल्याण आनंद ने बताया कि जांच के बाद पाया गया कि जिस वक्त कैदी फरार हुए थे, उस वक्त का सीसीटीवी फुटेज मिसिंग है.

डीएसपी ने बताया कि प्लानिंग बनाकर घटना को अंजाम दिया गया है. इस घटना में प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधिकारी और कर्मियों की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है. जांच संबंधित रिपोर्ट डीएम को दिया जाएगा. जिसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के बाद एक बार फिर मटोखर दह स्थित प्लेस ऑफ सेफ्टी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.

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