सारण(अमनौर): सिंकदराबाद भीषण आग्निकांड (Major Fire in Secunderabad) में मृत मजदूरों का शव उनके घर पहुंचाया जा रहा है. इसी क्रम में गुरूवार की दोपहर सारण जिले के अमनौर में दो मृतकों का शव घर पहुंचा. जैसे ही प्रशासन की गाड़ी एम्बुलेंस लेकर गांव पहुंची लोगों में चीख पुकार मच गया. मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था. दोनों मृतक रिश्ते में चाचा भतीजे थे. ऐसे में एक ही परिवार के दो सदस्यों की मौत से पूरे गांव में मातम छाया हुआ था.
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गमगीन हुआ माहौल : मृतक अमनौर के हरिनारायण पंचायत के अगुआन गांव के दीपक कुमार और दूसरा बिट्टू कुमार है. दोनों का शव ताबूत में आया था. अंतिम दर्शन के लिए गांव में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. मृतक बिट्टू की मां अपने बेटे का आग से झुलसा शव को देखते ही चीत्कार मारकर रोने लगी. वहीं मृतक दीपक की पत्नी अमरावती देवी को सुध ही नहीं रहा. मां को रोता देख मृतक दीपक के तीन बच्चे भी रोने लगे. जिनमें से एक की उम्र मात्र 10 माह है.
मृतक के घरों में नहीं जला चूल्हा: जब से हादसे की खबर परिजनों का मिली है, तब से गांव में मातमी माहौल छाया हुआ है. मृतक के घरों में चूल्हा तक नहीं जला. घर के बच्चे दूसरों के यहां खा रहे हैं. परिजनों की चीख पुकार सुनकर गांव के सभी लोगों की आंखें नम हो गईं. हर कोई इस हादसे को लेकर शोक व्यक्त कर रहा है. शव को प्रशासन की तरफ से बीडीओ मंजूल मनोहर मधुप, सीओ मृत्युंजय कुमार और अमनौर थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार पहुंचे थे. सभी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की.
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