ETV Bharat / state

पूर्णिया में लॉज में चल रहे फर्जी अस्पताल, लूटे जा रहे मरीज

author img

By

Published : Sep 2, 2022, 3:22 PM IST

पूर्णिया के लाइन बाजार में छोटे-बड़े करीब 200 नर्सिंग होम और अस्पताल के अलावे सैकड़ो क्लीनिक चल रहे हैं. इसके अलावा करीब 500 पैथोलॉजी और एक्स-रे सेंटर भी हैं. इसमें दर्जनों ऐसे हैं जो बिना डॉक्टर और निबंधन के ही चल रहे हैं. निबंधन रद्द हो चुके एक ऐसे ही अस्पताल ने एक मरीज से 40 हजार रुपये ऐंठ लिए. जानें पूरा मामला

पूर्णिया में लॉज में चल रहे फर्जी अस्पताल
पूर्णिया में लॉज में चल रहे फर्जी अस्पताल

पूर्णिया : मेडिकल हब के नाम से मशहूर शहर के लाइन बाजार में इलाज के नाम पर फर्जीवाड़े का खेल जारी है. प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश को ताक पर रखकर फर्जी अस्पताल मरीजों को लूटने में लगे (Patients being robbed in name of treatment in Purnia) हैं. चौंकाने वाला मामला लाइन बाजार स्थित हॉपवेल नाम का फर्जी अस्पताल (Fake hospital named Hopewell located in Line Bazar) से सामने आया है. यहां नियमों को ताक पर रखकर यहां लॉज में आईसीयू और ट्रामा सेंटर चल रहा है.

ये भी पढ़ें :-पूर्णिया: अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला, तो गोद में लेकर मरीज को किया भर्ती

सिविल सर्जन ने निबंधन 2021 में ही रद्द होने की बात कही : पूर्णिया में दलाल सरकारी अस्पतालों से मरीजों को बरगलाकर फर्जी अस्पतालों में भर्ती करवा देते हैं जहां उनका शोषण होता है. रकम न चुकाने पर धमकियां दी जाती हैं. ताजा मामला पूर्णिया के लाइन बाजार के कुंडी पुल के पास के हाप वेल एंजेल अस्पताल का है. जहां भर्ती मरीज रिंकी देवी के परिजनों का आरोप है कि उन्हें एक दलाल सूरज बरगला कर सदर अस्पताल से इलाज के लिए यहां ले आया. यहां उन्हें आईसीयू में भर्ती करा दिया गया और उसके नाम पर 40 हजार रुपये ऐंठ लिए गए. यह अस्पताल मोहम्मद निजामुद्दीन का है. अस्पताल का रजिस्ट्रेशन पहले ही कैंसिल हो चुका है. इसके बावजूद इस अस्पताल में आईसीयू, ट्रामा, न्यूरो और ऑर्थो के इलाज का दावा किया जाता है. जबकि इन बीमारियों के इलाज के लिए एक भी डॉक्टर यहां नहीं है. यह बात अस्पताल के प्रबंधक अमित मिश्रा और मोहम्मद निजामुद्दीन भी स्वीकार करते हैं. प्रबंधक का कहना है कि उनका अस्पताल निबंधित है जबकि सिविल सर्जन का कहना है कि उनका निबंधन 2021 में ही रद्द कर दिया गया है.

प्रमंडलीय आयुक्त के आदेश की भी उड़ रही धज्जियां : प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ ने प्रमंडल के चारों जिले के डीएम और सिविल सर्जन को पत्र जारी कर सभी अस्पतालों, पैथोलॉजी और स्वास्थ्य केंद्रों की जांच कर उन्हें क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत चलाने का निर्देश दिया है. लेकिन कमिश्नर के आदेश की भी पूर्णिया में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा ने कहा कि लाइन बाजार में दूर-दूर से हजारों मरीज आते हैं. यहां कई अच्छे डॉक्टर भी हैं. लेकिन कुछ डॉक्टर और फर्जी अस्पताल यहां के अच्छे डॉक्टरों को भी बदनाम कर रहे हैं. इन पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है.

ये भी पढ़ें :-पूर्णिया: अस्पताल के फर्श पर हो रहा डेंगू मरीजों का इलाज, सीएस बोले- बेड की है कमी

"हॉपवेल का निबंधन पिछले दिसंबर से ही रद्द कर दिया गया है क्योंकि उसके यहां चिकित्सक नहीं थे और जो पहले थे उन्होंने लिख कर दे दिया था कि वह उसके यहां काम नहीं कर रहे हैं. इसके बाद भी अस्पताल संचालित हो रहा है तो इसकी जांच कराकर उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी." - - डॉ एस के वर्मा, सिविल सर्जन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.