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सुनो-सुनो: अबकी जीतनी है पटना को वोटिंग परसेंटेज की जंग, जरूरी है हर एक मत

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Published : May 18, 2019, 6:48 PM IST

राजधानी पटना की दो लोकसभा सीटों पर वोटिंग प्रतिशत बेहद निराशाजनक रहा है. यहां के वोटरों में मतदान को लेकर जागरुकता देखने को नहीं मिली है. ऐसा हम नहीं आंकड़े बता रहे हैं.

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पटना: बिहार में हर चुनाव में मतदान प्रतिशत चाहे जितना भी रहा हो. लेकिन पटना में वोटरों को बूथ तक लाना हमेशा से एक चुनौती रही है. लगभग हर चुनावों में पटना का मतदान प्रतिशत अन्य शहरों की अपेक्षा कम रिकॉर्ड किया गया है. एक बार फिर 19 मई को जिला प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए पटना में वोटिंग परसेंट बढ़ाने का चैलेंज सामने है.

आंकड़ें गवाह हैं कि जब-जब पटना में वोटिंग हुई है. यहां मतदान प्रतिशत अन्य शहरों की अपेक्षा कम दर्ज हुआ है. यहां वोटर्स छुट्टी के दिन भी वोट डालने में आलसी साबित हुए हैं. पिछले दो लोकसभा चुनाव की बात करें, हर बार यहां भीषण गर्मी के समय ही चुनाव हुए हैं. इस बार मौसम ज्यादा प्रतिकूल है. भीषण लू का वक्त है. ऐसे में आशंका एक बार फिर है क्या वोटर घर से निकलेंगे.

बदलने हैं आंकड़े
ये रहे आंकड़े
सीट 2014 का वोटिंग % 2009 का वोटिंग %
पाटलिपुत्र 56.38%

41.17%

पटना साहिब 45.36%
33.64%

इन आंकड़ों से साफ है कि पाटलिपुत्र में तो कुछ हद तक वोटिंग प्रतिशत पिछली बार से ठीक रहा था, लेकिन पटना साहिब में वोटिंग प्रतिशत बहुत उत्साहजनक नहीं रहा है.

प्रशासन की तैयारी
इस बार चुनाव आयोग और जिला प्रशासन का दावा है कि इस बार मतदान को लेकर मतदाताओं में जागरूकता है. प्रशासन ने वोटरों को उत्साहित करने के लिए तमाम कवायद की हैं. भीषण गर्मी में भी मतदाता पोलिंग बूथ पहुंच अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. प्रशासन का दावा है कि इस बार ये आंकड़े बदल जाएंगे.

Intro:बिहार में हर चुनाव में वोटिंग परसेंट चाहे जितना भी रहा हो पटना में वोटरों को बूथ तक लाना हमेशा कठिन रहा है। लगभग हर चुनाव में पटना का वोटिंग परसेंट अन्य शहरों की अपेक्षा कम रिकॉर्ड किया गया है। एक बार फिर 19 मई को जिला प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए पटना में वोटिंग परसेंट बढ़ाने का चैलेंज सामने है। एक रिपोर्ट


Body:आंकड़े गवाह हैं कि जब जब पटना में वोटिंग हुई है मतदान प्रतिशत अन्य शहरों की अपेक्षा कम दर्ज हुआ है। यानी वोटर्स छुट्टी के दिन भी वोट डालने में आलसी साबित हुए हैं। पिछले दो लोकसभा चुनाव की बात करें तो भीषण गर्मी के वक्त ही हर बार यहां चुनाव हुए हैं । इस बार मौसम ज्यादा प्रतिकूल है। भीषण लू का वक्त है। ऐसे में आशंका एक बार फिर है कि सभी वोटर क्या घर से निकलेंगे।

देखिए, कब कितनी वोटिंग हुई पटना की दो सीटों पर

सीट 2014 2009

पाटलिपुत्र 56.38% 41.17%
पटना साहिब 45.36% 33.64%

इन आंकड़ों से साफ है कि पाटलिपुत्र में तो कुछ हद तक वोटिंग परसेंटेज पिछली बार ठीक रहा था, लेकिन पटना साहिब में वोटिंग का ट्रेंड बहुत उत्साहजनक नहीं रहा है।
इस बार चुनाव आयोग और जिला प्रशासन का दावा है कि जितने प्रयास किए गए हैं और जिस तरह वोटरों को प्रोत्साहित करने के लिए तमाम तरह की कोशिशें की गई है उनका प्रयास जरूर दिखेगा और भीषण गर्मी के बावजूद लोग घर से बाहर निकल कर अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करेंगे। पटना के जिलाधिकारी और निर्वाचन पदाधिकारी कुमार रवि ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस बार सभी जिलों में पिछले बार से बेहतर मतदान हुआ है और उम्मीद है कि पटना के लोग भी इस बार जोश दिखाएंगे और अपने सबसे बड़े अधिकार का प्रयोग 19 मई को जरूर करेंगे।


Conclusion:

कुमार रवि, पटना डीएम/ जिला निर्वाचन पदाधिकारी

पीटीसी
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