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केंद्र की नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का हल्ला बोल, रोकी ट्रेन, यातायात ठप

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Published : Jan 8, 2020, 7:53 AM IST

Updated : Jan 8, 2020, 1:54 PM IST

बिहार और झारखंड के ट्रेड यूनियनों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया है. बिहार के कई शहरों में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. लोग पोस्टर, बैनर के साथ सड़क पर नजर आ रहे हैं.

डिजाइन इमेज
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पटना: देशभर के ट्रेड यूनियनों ने अपनी मांगों के लेकर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है. जानकारी के मुताबिक 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन बड़े स्तर पर भारत बंद करेंगे. इन संगठनों ने अपनी 17 सूत्रों मांगों के लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. यह हड़ताल सरकार की नीतियों के खिलाफ है. बिहार और झारखंड के ट्रेड यूनियनों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया है. ट्रेड यूनियनों के भारत बंद में तकरीबन 25 करोड़ लोगों के शामिल होने की सूचना है.

अपडेट :

  • जहानाबाद में विभिन्न संगठनों के लोगों ने सड़क पर उतर कर अरवल मोड़ के पास एनएच-83 और एनएच-110 को जामकर हंगामा किया
  • बगहा में एनएच 727 गोरखपुर बेतिया मुख्य सड़क पर उतरे महागठबंधन नेता और कार्यकर्ता
  • छपरा में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दवा विक्रेता के प्रतिनिधियों ने किया हड़ताल, कर्मचारी महासंघ गोप गुट ने छपरा कचहरी स्टेशन परिसर से निकाली रैली
  • भोजपुर में जगह जगह हो रहा प्रदर्शन, गुस्साए लोगों ने निकाली रैली
  • बेगूसराय में बंद के दौरान एनएच-31 और बस स्टैंड जाम
  • मधुबनी में गुस्साए लोगों ने जयनगर सड़क मार्ग को कलुआही में जाम कर की नारेबाजी
  • सीतामढ़ी में भी भारत बंद का खासा असर दिख रहा, सीतामढ़ी शिवहर मार्ग पर यातायात बाधित
  • गया में बैंकों के कार्यालय के समक्ष जमकर की नारेबाजी
    बक्सर में भारत बंद का असर

बक्सर में भारत बंद का असर

बक्सर में भी भारत सरकार की नीतियों के खिलाफ एंप्लाइज एसोसिएशन के कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर सरकार के नीतियों का विरोध किया. केन्द्र सरकार बैकों का मर्जर और निजीकरण कर रही हैं. जिसके चलते बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

पटना में कारगिल चौक पर हंगामा

पटना में कारगिल चौक पर हंगामा

मजदूर यूनियन अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं. राजधानी के कारगिल चौक पर यूनियन ने बंद को सफल बनाने के लिए प्रदर्शन किया. मजदूरों का दल कारगिल चौक से निकलकर रिजर्व बैंक के मुख्य द्वार पर पहुंचा. जहां उन्होंने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मजदूर यूनियन के लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार कहीं न कहीं श्रमिक कानून की अनदेखी कर रही है. इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बिहार के वैसे कर्मचारी भी शामिल हैं, जो ठेके या संविदा पर काम कर रहे हैं.

महिलाएं भी सड़क पर उतरी

महिलाएं भी सड़क पर उतरी

मजदूर यूनियन के बैनर तले आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी पटना की सड़कों पर उतर आईं हैं. विरोध कर रही आंगनबाड़ी की महिलाओं का कहना है कि सरकार महिलाओं का शोषण कर रही है, बहुत कम पैसों में काम कराया जा रहा है.

नालंदा में भारत बंद के कारण कामकाज ठप

नालंदा के लोगों में गुस्सा

लेबर कोड में बदलाव के विरोध में ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल जारी है. इसका असर नालंदा में भी देखने को मिल रहा है. हड़ताल के कारण जिले के सभी बैंक और बीमा कंपनियों में ताला लटका है. हड़ताल को लेकर सुबह से ही श्रम संगठनों से जुड़े लोग सड़क पर उतर कर विरोध प्रर्दशन करते हुए सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की. लोगों का कहना है कि सरकार श्रमिकों के हित की अनदेखी कर रही है.

नवादा में सड़क पर मजदूर

नवादा में सड़क पर मजदूर
ट्रेड यूनियनों और वामदलों के भारत बंद का असर नवादा में भी दिखा. यहां कुछ दुकानें खुली रहीं वहीं, कार्यकर्ता सड़क पर बैनर और पोस्टर के साथ नजर आए. लोगों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की और जमकर हंगामा किया.

दरभंगा में दिख रहा बंद का असर

दरभंगा में दिख रहा बंद का असर
मजदूर और किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. प्रदर्शनकारियों ने यहां ट्रेन रोक दी. हंगामा कर रहे लोगों ने राजनगर-समस्तीपुर डीएमयू ट्रेन को काफी देर तक रोके रखा. संगठनों ने सीएए-एनपीआर को वापस लेने, मंदी, महंगाई, बेरोजगारी, सार्वजनिक इकाइयों के निजीकरण के खिलाफ भारत बंद किया है. दरभंगा में ट्रेड यूनियनों के समथकों ने अहले सुबह ही दरभंगा बहेड़ी मुख्य पथ को जाम कर हड़ताल का समर्थन किया. वहीं, भाकपा(माले) जिला कमिटी सदस्य देवेन्द्र कुमार ने कहा कि अब देशवासी मोदी-अमित शाह की तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं.

ये यूनियन हैं शामिल :
हड़ताल में इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस (AITUC), एचएमएस, सीटू, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC शामिल होंगे. इनके अलावा कुछ स्‍वतंत्र फेडरेशन भी हड़ताल का समर्थन कर रही हैं. इस हड़ताल के कारण 8 जनवरी को आम जन जीवन खासा प्रभावित हो सकता है.

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Last Updated : Jan 8, 2020, 1:54 PM IST
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