पटना: कोरोना और लॉकडाउन के अलावा पटना के लोगों को एक और डर सता रहा है. वो डर है जलजमाव का. वही जलजमाव जिसने वर्ष 2019 में ना जाने कितने लोगों का घर बर्बाद कर दिया. कितने लोगों के सपने टूट गए. कितनी गाड़ियां खराब हो गई. राजधानी में पिछले साल का जलजमाव कभी नहीं भूलने वाला वाकया बन गया है.
एक बार फिर मॉनसून से पहले पटना वासियों के जेहन में पिछले साल की यादें ताजा हो गई हैं. उन्हें इस बात की चिंता है कि क्या इस बार भी पिछले साल जैसा हाल होगा? क्या इस बार भी पटना कई दिनों तक गहरे पानी में डूबा रहेगा? क्या इस बार भी जलजमाव से पटना में तबाही होगी?
सभी चीजों को किया गया दुरुस्त
पिछले साल प्रमुख तौर पर संप हाउस की मशीनों का ठप होना कई जगहों पर बिजली कनेक्शन में गड़बड़ी और ज्यादातर नालों की सफाई नहीं होने का खामियाजा पटना के लोगों को भुगतना पड़ा था. इसके साथ ही कई जगह नालियों के निर्माण के दौरान मुख्य नालियां जाम हो गई थी. बुडको और नगर निगम की आपसी खींचतान का खामियाजा भी पटना के लोगों को झेलना पड़ा था. बिहार के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने दावा किया है कि पिछले साल जो स्थितियां थी, उससे हम उबर चुके हैं. सारी चीजों को दुरुस्त कर दिया गया है और अब पहले जैसा हाल पटना का नहीं होगा.
नालियों का हो रहा निर्माण
ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि सभी 39 संप हाउस की मशीनों को दुरुस्त किया गया है. वहां डीजल पंपसेट लगाए गए हैं. जिन संप हाउस में मशीनों का लेवल कम था, उन मशीनों का लेवल ऊंचा किया गया है. इसके साथ ही शहर में नालियों का निर्माण तेजी से हो रहा है. जिन जगहों पर नाला जाम होने की समस्या थी, उसे तत्काल दूर किया जा रहा है.
इन इलाकों में हुई थी परेशानी
पिछली बार जिन इलाकों में सबसे ज्यादा परेशानी हुई थी वह इलाके थे राजेंद्र नगर, पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम, मोइनुल हक स्टेडियम, प्रेमचंद रंगशाला, हनुमान नगर, मलाही पकड़ी, अशोकनगर, आजाद नगर और संजय नगर, पाटलिपुत्र, बोरिंग रोड और कदमकुआं. सुरेश शर्मा ने कहा कि शहर में जहां भी नाला निर्माण का काम चल रहा है और नालों की सफाई का काम चल रहा है, उन्हें 15 जून तक किसी भी हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
नालों की सफाई का निर्देश
नगर विकास मंत्री ने कहा कि अतिक्रमण हटाकर तमाम बड़े नालों को साफ कराया जा रहा है. ताकि पानी कहीं रुके नहीं और आराम से संप हाउस तक पहुंच सके. उन्होंने दावा किया है कि अब हम किसी भी हाल में पटना को डूबने नहीं देंगे. अधिकारियों और संबंधित ठेकेदारों को सख्त निर्देश दिया गया है कि जिन सड़कों को नालों की सफाई या नाला निर्माण के लिए काटा गया है. उन्हें भी 15 जून तक हर हाल में दुरुस्त कर लिया जाए.