ETV Bharat / state

Ramadan 2023: रोजा रखकर रोजमर्रा के फर्ज की कर रहे अदायगी, मिलिये सैयद हसन साहब से

author img

By

Published : Mar 27, 2023, 8:37 PM IST

Updated : Mar 27, 2023, 9:25 PM IST

रमजान का पवित्र महीना (Ramadan 2023) चल रहा है. इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. रोजा के दौरान एक बूंद पानी भी नहीं पीते हैं. ऐसे में लगता है कि वैसे लोग जो कामकाज के सिलसिले में बाहर जाते हैं उन्हें रोजा रखने में परेशानी होती होगी. क्या सचुमच ऐसा है. बता रहे हैं पटना एयरपोर्ट पर स्टेशन मैनेजर के रूप में काम कर रहे सैयद हसन साहब. पढ़िये, क्या है उनका अनुभव.

रमजान
रमजान

रमजान का पवित्र महीना.

पटनाः रमजान का पवित्र महीना (Ramadan 2023) चल रहा है. कई रोजेदार ऐसे भी हैं जो काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं लेकिन नियम से रोज रखते हैं. ऐसे ही एक रोजेदार हैं पटना एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट के स्टेशन मैनेजर सैयद हसन साहब. उनका कहना है कि रमजान के पवित्र महीना में हम लोग रोजा भी रखते हैं और अपने काम को भी निरंतर करते रह रहे हैं. कहीं कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि काम भी इबादत है, अगर यह सोचकर कोई रोजेदार रोजा रखता है तो उन्हें कभी भी कोई परेशानी नहीं होती है.

इसे भी पढ़ेंः Ramadan 2023 : आज से शुरू हुआ माह-ए-रमजान, जानिए रोजे रखने के फायदे व सावधानी

रमजान का महीनाः सैयद हसन का कहना है कि रमजान का महीना पवित्र महीना होता है. इसमें दूसरों की मदद करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि मदद ऐसी होनी चाहिए जिसमें कहीं कोई दिखावा नहीं हो. निश्चित तौर पर जितना ज्यादा लोगों की मदद करेंगे उतना ही अल्लाह आपको बरकत देगा. उन्होंने कहा कि हमारी दिनचर्या में कोई परिवर्तन नहीं होता है. हम जो काम कर रहे हैं पहले से वह करते रहते हैं. इसके साथ साथ पूरे परिवार और रोजा रखते हैं.

पवित्र मन से इबादत: जब उनसे पूछा गया कि रमजान का महीना पवित्र क्यों माना जाता है तो उन्होंने कहा कि यह महीना इसीलिए बनाया गया है कि इसमें जो भी रोजेदार है वो पवित्र मन से अल्लाह की इबादत करे. सेहरी या इफ्तार क्या कर रहे हैं, कितना कर रहे हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. वह अपनी नब्ज को कितना कंट्रोल करके रखते हैं कहीं ना कहीं यह महत्वपूर्ण होता है. अपने आपको मानसिक रूप से उस तरह बना देना कि उन्हें रोजा करने में किसी भी तरह का दिक्कत नहीं हो.

"रोजा रखना चाहिए. दिनचर्या में कोई परिवर्तन नहीं होना चाहिए और जो काम करने वाले लोग हैं उन्हें हम यह भी कहना चाहेंगे कि काम भी इबादत है इसीलिए काम के साथ-साथ अल्लाह की कही हुई बातों को भी मानिए. लोगों की मदद कीजिए. मदद ऐसे कीजिए जिसमें कहीं दिखावा नहीं होनी चाहिए"- सैयद हसन, स्पाइसजेट स्टेशन मैनेजर, पटना एयरपोर्ट

Last Updated : Mar 27, 2023, 9:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.