पटना: बिहार विधान परिषद में आज तृतीय अनुपूरक बजट लाया गया. वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी जब तृतीय अनुपूरक बजट को पेश करते हुए भाषण दे रहे थे. उसी समय राजद के सदस्यों ने वॉकआउट किया. राजद ने इस बजट को फिजूलखर्ची बताया.
राजद के विधान पार्षद रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि वित्त विभाग पूरे बजट को बनाने में फेल हो गया है. यही कारण है कि सरकार को तीसरी बार अनुपूरक बजट लाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य के क्या हालात है. यह निश्चित तौर पर जनता देख रही है. अनुपूरक बजट लाने के बाद भी स्लम बस्तियों का कल्याण आज तक सरकार नहीं कर पाई है. शिक्षा-स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं पर पैसा खर्च करने के बाद भी स्थिति बदतर हो रही है और सरकार विकास की गाथा सुना रही है.
सरकारी खजाने का दुरुपयोग- आरजेडी
रामचंद्र पूर्वे ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार सभ्यता जैसी चीजें बनाकर कहीं न कहीं पैसे की बर्बादी कर रही है. जो कि गलत है, जबकि राज्य में शिक्षा स्वास्थ्य पूरी तरह से बदहाल है. साथ ही शिक्षा के हालात ऐसे हैं कि शिक्षक अपनी मांग को लेकर सड़क पर हैं. सरकार अभी तक शिक्षक संघ के नेताओं से बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है. निश्चित तौर पर सरकार तृतीय अनुपूरक बजट लाकर फिजूलखर्ची करना चाहती है और कहीं न कहीं इससे सरकारी खजाना का दुरुपयोग कर रही है.
'हताश और निराश है नीतीश के कार्यकर्ता'
रामचंद्र पूर्वे ने नीतीश कुमार पर भी तंज कसा और कहा कि जो हालत बिहार की नीतीश कुमार ने बना के रखी है. अब उनके कार्यकर्ता भी इससे संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं. यही कारण रहा कि जब उन्होंने कार्यकर्ताओं को पटना के गांधी मैदान में बुलाया. तो निराश कार्यकर्ता वहां नहीं पुहंचे. आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि सरकार कितनी लोकप्रिय है और जनता इस सरकार से कितनी खुश है.