ETV Bharat / state

RJD ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर बोला हमला, कहा- 57 फीसदी से अधिक शिक्षकों के पद खाली

author img

By

Published : Aug 11, 2021, 11:05 PM IST

चितरंजन गगन
चितरंजन गगन

आरजेडी दफ्तर में पार्टी प्रवक्ताओं की टीम ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान शिक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा किया. नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार के 15 साल से अधिक के शासन काल में शिक्षा व्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. प्रदेश में उच्च शिक्षा दम तोड़ रही है, लेकिन सरकार चेहरा चमकाने में लगी है.

पटना: मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने का आरोप लगाया है. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी नेताओं ने विश्वविद्यालयों में सुविधाओं और शिक्षकों की कमी को लेकर सरकार को घेरा.

ये भी पढ़ें: तेजस्वी ने शिक्षा पर सरकार को घेरा, कहा- कोरोना का रोना कब तक रोइएगा?

आरजेडी कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रवक्ता चितरंजन गगन (RJD spokesperson Chit Ranjan Gagan) ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने विश्वविद्यालयों का गठन तो कर दिया है, लेकिन वहां संसाधनों की भारी कमी है.

देखें रिपोर्ट

चितरंजन गगन ने कहा कि तमाम विश्वविद्यालयों में बड़े पैमाने पर शिक्षकों और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद खाली हैं. ज्यादातर विश्वविद्यालय में आधे से कम प्राध्यापकों से पठन-पाठन का काम चलाया जा रहा है. ये सरकार सिर्फ चेहरा चमकाने का काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: Education System in Patna: जिस स्कूल का लालू ने किया उद्घाटन, नीतीश सरकार में कैसे बन गया गैराज?

आरजेडी प्रवक्ता ने दावा किया कि पटना विश्वविद्यालय में 274 शिक्षक का पद रिक्त हैं. जबकि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में 462, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर में 603, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में 428, तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर में 284, मुंगेर विश्वविद्यालय में 245, एनएमएनएल विश्वविद्यालय दरभंगा में 856, जेपी विश्वविद्यालय छपरा में 319, बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा में 377, पूर्णिया विश्वविद्यालय में 213 और मगध विश्वविद्यालय में 381 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद खाली हैं.

चितरंजन गगन ने कहा कि उच्च शिक्षा की जो हालत है, उसके लिए राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए. सरकार के लोग भाषण देते हैं कि प्रदेश में विकास हो रहा है, लेकिन सच्चाई है कि 57 फीसदी से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं. सिवाय घोषणा के सूबे में विकास का कोई काम नहीं हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.