पटना: बिहार सचिवालय सेवा संघ (Bihar Secretariat Service Association) के बैनर तले कर्मचारियों ने पटना के गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर एक दिवसीय सांकेतिक उपवास रखा. दरअसल ये लोग बिहार सचिवालय सेवा संवर्ग (Bihar Secretariat Service Cadre) के मूल कोटि के पद सचिवालय सहायक (Secretariat Assistant) का पद नाम सहायक प्रशाखा पदाधिकारी और मूल कोटि के पद सचिवालय सहायक पर नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) के माध्यम से कराए जाने की मांग कर रहे हैं.
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बिहार सचिवालय सेवा संघ ने अपनी इन्हीं मांगों को लेकर गांधी जयंती पर राजधानी में एक दिवसीय सांकेतिक उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर मौजूद बिहार सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि 2015 से ही हम लोगों की यह मांग लंबित है. जबकि केंद्र सरकार ने सचिवालय सहायक को सहायक प्रशाखा पदाधिकारी नाम पहले से दिया है और उसी तरह की सुविधाएं दी जा रही है.
बिहार सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष ने कहा कि इसके बावजूद बिहार में ऐसा नहीं किया जा रहा है. इसी को लेकर आज हम लोग एक दिवसीय सांकेतिक उपवास पर बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ेगी तो इसको लेकर संघ बड़ा आंदोलन भी करेगा. हम सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए धरनास्थल पर आए हैं.
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वहीं, सचिवालय सेवा संघ के सदस्य राकेश कुमार ने कहा कि हम लोगों की मांग को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सही ठहराया था और सामान्य प्रशासन विभाग में यह फाइल रखी हुई है, लेकिन अभी तक सरकार इसका आदेश जारी नहीं कर रहा है. यही कारण है कि हम लोग आज सड़क पर उतरकर उपवास करने को मजबूर हैं.
उन्होंने कहा कि हम सरकार से आग्रह करते है कि हमारी मांगों को पूरा करते हुए हमारे पद को केंद्र के सामान सहायक प्रशाखा पदाधिकारी माना जाए और वही सुविधा हमलोगों को भी दी जाए.