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नाला उड़ाही को लेकर नगर विकास विभाग सख्त, संसाधन बढ़ाकर दो शिफ्ट में काम करेंगे कर्मचारी

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Published : Apr 21, 2020, 11:27 PM IST

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नाला उड़ाही

नगर निगम कम संसाधन और लोगों की उपस्थिति में नाला उड़ाही करा रही है. वहीं, दूसरी तरफ मुख्यालय स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है. कार्य में जुटे कर्मचारियों को संक्रमण से बचाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के विशेषज्ञों की टीम प्रतिदिन सफाई कर्मियों को ट्रेनिंग दे रही है.

पटना: सीमित संसाधनों में पटना नगर निगम शहर के बड़े नालों की उड़ाही का कार्य 30 फीसदी तक पूरा कर चुकी है. दो शिफ्ट और दोगुने संसाधनों के साथ नगर निगम की टीम लक्ष्य पूरा करने में जुटी है. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव के आदेश के बाद कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित रखने के लिए शहर के महत्वपूर्ण बड़े नालों की उड़ाही की जा रही है.

दूसरी तरफ मानसून से पहले नाला उड़ाही का कार्य पूर्ण करने की चुनौती भी निगम के समक्ष है. लॉकडाउन की वजह से जहां संसाधनों की व्यवस्था नाला उड़ाही कार्य में एक बड़ी समस्या हैं. वहीं, संक्रमण के बीच उड़ाही कार्य में मानव बल की सेवा लेना भी चुनौतीपूर्ण है.पटना नगर निगम एक वक्त में एक साथ दो अलग अलग फ्रंट पर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है.

30 फीसदी सफाई हो चुकी है पूरी
बता दें कि पटना शहर के 10 प्रमुख नालों की कुल लंबाई 33,662 मीटर है. पिलहाल 10,250 मीटर तक नाला उड़ाही का कार्य पूरा कर लिया गया है. मात्र 15-18 दिन के अंदर पटना नगर निगम ने सभी 10 बड़े नालों की उड़ाही का कार्य लगभग 30 फीसदी तक पूर्ण कर लिया है.

प्रमुख नालों की उड़ाही की स्थिति
1. सर्पेंटाइन नाला: 6 किलोमीटर लंबे इस नाले की उड़ाही का कार्य करीब 2 किलोमीटर तक पूर्ण कर लिया गया है. दिनांक 9 अप्रैल से प्रारंभ हुए सर्पेंटाइन नाले की उड़ाही कार्य में 35 मजदूर कार्य कर रहे हैं. दो पोकलेन, चार हाइवा, दो जेसीबी, 1 सुपर सकर, एक स्किड लोडर एवं चार टिपर लगाई गयी है.

2. बाइपास नाला (नूतन राजधानी अंचल)- 2.9 किलोमीटर लंबे इस नाले की उड़ाही का कार्य 1.2 किलोमीटर पूरा कर लिया गया है. इस काम में 10 मजदूर, दो पोकलेन, पांच हाइवा, दो जेसीबी के लगाया गया है.

3. बाइपास नाला (कंकड़बाग अंचल): इस नाले की लंबाई करीब 4 किलोमीटर है. 17 अप्रैल से शुरू हुआ उड़ाही का कार्य करीब 200 मीटर तक पूर्ण किया गया है. निरीक्षण के क्रम में विभिन्न स्थानों पर नाला अतिक्रमित पाया गया. इस संदर्भ में संबंधित प्रमंडल को मुख्यालय में एक्शन प्लान समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. 20 मजदूर, दो पोकलेन, 6 हाइवा और दो जेसीबी से नाले की उड़ाही की जा रही है.

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नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर

4. बाकरगंज नाला- 1.4 किलोमीटर लंबे बाकरगंज नाले की उड़ाही का काम 7 अप्रैल से जारी है. इस काम में 100 मजदूर लगातार उड़ाही कार्य कर रहे हैं. इसके अलावा जेसीबी और चार ट्रैक्टर का उपयोग किया जा रहा है.

5. राजीव नगर (कुर्जी) नाला- 5.4 किलोमीटर लंबे इस नाले की उड़ाही का काम 2 अप्रैल से शुरू किया गया है. 35 मजदूर इस कार्य में लगाए गए हैं. साथ ही 4 पोकलेन, 8 हाइवा, दो जेसीबी, 8 ट्रैक्टर, 1 स्किड लोडर एवं चार टिपर का उपयोग कुर्जी नाले की उड़ाही हेतु किया जा रहा है. करीब 2.3 किलोमीटर तक नाले की उड़ाही पूर्ण हो गयी है.

6. आनंदपुरी नाला- करीब 3 किलोमीटर लंबे इस नाले की उड़ाही का कार्य 11 अप्रैल से जारी है. 30 मजदूरों के योगदान से आनंदपुरी नाले की उड़ाही की जा रही है. वर्तमान में 600 मीटर तक नाले की उड़ाही का कार्य पूरा हो चुका है. इस काम में दो पोकलेन, चार हाइवा, दो जेसीबी, 9 ट्रैक्टर, 1 स्किड लोडर, दो टिपर लगाए गए हैं.

7. मंदीरी नाला- इस नाले की लंबाई 1.2 किलोमीटर है और इसकी उड़ाही का कार्य 10 अप्रैल को शुरू किया गया. 550 मीटर दूरी तक नाले की उड़ाही का कार्य पूरा किया गया है. इस कार्य में 25 मजदूर लगाए गए हैं साथ ही 1 पोकलेन, 4 हाइवा, दो जेसीबी, 4 ट्रैक्टर, 1 स्किड लोडर एवं दो टिपर का इस्तेमाल किया जा रहा है.

8. योगीपुर नाला- करीब 4 किलोमीटर लंबे इस नाले की उड़ाही का कार्य 1.2 किलोमीटर तक पूरी कर ली गई है. 8 अप्रैल ॉसे प्रारंभ हुए उड़ाही कार्य में 20 मजदूरों की सेवा ली जा रही है. इसके अलावा दो पोकलेन, 4 हाइवा, 1 जेसीबी, 1 स्किड लोडर का भी उपयोग किया जा रहा है.

9. सैदपुर नाला (बांकीपुर अंचल)- इस नाले की लंबाई करीब 2.4 किलोमीटर है एवं अब तक 900 मीटर तक इसकी उड़ाही कर ली गई है. इस कार्य में 25 मजदूरों की सेवा ली जा रही है. वहीं, उड़ाही कार्य में 1 पोकलेन, दो हाइवा, 1 जेसीबी, दो ट्रैक्टर लगाए गए हैं.

10.सैदपुर नाला (अजीमाबाद अंचल)- इस नाले की लंबाई करीब 3 किलोमीटर है. वर्तमान में इसकी उड़ाही 1.2 किलोमीटर तक पूर्ण कर ली गई है. 12 मजदूर, दो पोकलेन, 5 हाइवा, दो जेसीबी, दो ट्रैक्टर के जरिए नाले की उड़ाही की जा रही है.

10 मई तक सफाई का काम करने होंगे पूरे
बता दें कि नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने पटना नगर निगम के अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक की. बैठक में आदेश दिया गया कि संसाधनों को बढ़ाया जाएगा और दो-दो पालियों में कार्य होगा. संशोधित लक्ष्य के अनुसार बड़े नालों की उड़ाही का कार्य 3 मई तक और छोटे नाले, मैनहोल, कैचपिट आदी की उड़ाही का कार्य 10 मई तक पूर्ण करना है.

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