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पटना में दीपावली में सजा फूलों का बाजार, खूब हो रही खरीदारी

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Published : Oct 24, 2022, 4:10 PM IST

Updated : Oct 24, 2022, 5:16 PM IST

दीपावली को लेकर राजधानी के बाजारों में काफी रौनक है. गेंदा फूल, आम के पत्ते और केला के पौधे से बाजार (Market in Full Swing in Patna) पूरी तरह से गुलजार है. लोग घरों को सजाने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे हैं. बाजार स्थित दुकानों को सजाने के लिए स्थानीय दुकानदारों की ओर से भी फूल, पत्ते खरीदे जा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

फूलों का बाजार
फूलों का बाजार

पटना: दीपावली को लेकर पटना के ((Flower market in Patna) बाजारों में काफी रौनक है. गेंदा फूल, आम के पत्ते और केला के पौधे से बाजार पूरी तरह से गुलजार है. लोग घरों को सजाने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे हैं. बाजार में स्थित दुकानों को सजाने के लिए स्थानीय दुकानदारों की ओर से भी फूल, पत्ते खरीदे जा रहे हैं. मान्यता है कि दीपावली के दिन दुकानों के सामने केला का पौधा लगाने से दुकान की उन्नति और तरक्की होती है. वहीं, बाजार में केला की भी काफी बिक्री हो रही है.

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सजा फूलों का बाजार

सुबह से ही लग गई बाजार : फूलों के इन बाजार में रौनक सुबह से ही देखने को मिली. होर्डिंग पार्क से लेकर महावीर मंदिर तक फूलों के कई दुकान सजे हुए थे. फूलों के इन व्यापारियों का कहना है कि यह फूल पटना और आसपास के इलाके में तो होते ही हैं, दीपावली के विशेष मौके पर पश्चिम बंगाल से भी फूलों को मंगाया जाता है. सबसे ज्यादा मांग गेंदा के फूल की होती है.

गेंदे की एक लड़ी 40 से 60 रुपए तक बिक रही है : राजधानी के राजबंशी नगर इलाके में भी दीपावली के दिन सुबह से ही फूलों का बाजार लग गया था. यहां पर भी बड़ी संख्या में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. फूलों के एक व्यापारी त्रिलोचन बताते हैं कि गेंदे के फूल की एक लड़ी 40 से 60 रुपए तक बिक रही है. जबकि कमल का एक फूल 50 से 70 रुपये तक बिक रहा है. इसके अलावा गुलाब का एक फूल 25 से 45 रुपए तक और गुड़हल का फूल 15 से 25 रुपये तक लोग खरीद रहे हैं.

क्या है मान्यताः ऐसी मान्यता है कि भगवान राम 14 वर्ष के वनवास एवं लंका विजय के उपरान्त अयोध्या लौटे थे. इस अवसर पर लोगों ने घरों में दीपक जलाकर उनका स्वागत किया था, तब से इसे दीपावली के रूप में मनाया जाता है. दीपावली में महालक्ष्मी पूजा की जाती है. इसके बारे में मान्यता है कि अर्ध रात्रि में महालक्ष्मी विचरण करती हैं. दीपक जलाने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती और उस घर में निवास करती हैं. दीपावली में शाम को शुभ लग्न में श्रीगणेश, लक्ष्मी और कुबेर भगवान का पूजन करते हैं.

शुभ मुहूर्तः इस साल अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन ही है, लेकिन 25 अक्टूबर को अमावस्या प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जाएगी. इसलिए दीपावली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर अमावस्या शुरू होगी जो मंगलवार शाम को 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी. 24 अक्टूबर को दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक है.


"राजबंशी नगर के पास अपनी फूलों की दुकान लगाएं दुकानदार नीतीश बताते हैं कि कमल के फूल की विशेष मांग है। इसके अलावा गुड़हल की माला और गेंदे के फूल की भी डिमांड है। नीतीश यह भी बताते हैं कि कोरोना वायरस के कारण दो साल तक बाजार सुस्त रहा लेकिन इस बार बाजार अच्छा है." -नीतीश, दुकानदार

"दीपावली पर फूलों से सजाना है. पूजा के कार्य में भी फूल उपयोग में आएगा. घर को फूल से सजाएंगे. कमल के फूल से मां लक्ष्मी की पूजा होती है." - विश्वजीत, ग्राहक

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Last Updated : Oct 24, 2022, 5:16 PM IST
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