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पूर्व जल संसाधन मंत्री ललन सिंह पर एस्टीमेट घोटाला का आरोप, अरुण कुमार बोले- नीतीश भी हैं शामिल

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Published : Jan 16, 2020, 5:02 PM IST

अरुण कुमार ने साफ तौर पर घोटालों में पूर्व मंत्री के साथ-साथ नीतीश कुमार पर भी आरोप लगाया कि बिना मुख्यमंत्री की सहमति के इतना बड़ा घोटाला नहीं हो सकता है. उन्होंने कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की है.

पूर्व सांसद अरुण कुमार
पूर्व सांसद अरुण कुमार

पटना: आरएलएसपी के पूर्व सांसद अरुण कुमार और पूर्व मंत्री रेनू कुशवाहा ने पूर्व जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर एस्टीमेट घोटाला का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश कुमार के संरक्षण में बिहार में भ्रष्टाचार हो रहा है. उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग भी की है.

पूर्व सांसद अरुण कुमार और पूर्व मंत्री रेनू कुशवाहा ने प्रेस वार्ता कर कहा कि सिंचाई विभाग में बहुत बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं और अब भी हो रहे हैं. ये घोटाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विश्वास में लेकर विभागीय मंत्रियों के इशारे पर अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है, नीतीश सरकार जनता को लूट रही है.

patna
प्रेस वार्ता कर नीतीश कुमार को घेरा

तत्कालीन सिंचाई मंत्री ललन सिंह पर घोटाले का आरोप
संवाददाता सम्मेलन में पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि तत्कालीन सिंचाई मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अरबों रुपये का घोटाला किया है. उन्होंने बताया कि एक योजना बागमती नदी के दक्षिण तटबंध के लगभग 90 किमी में उन्यनीकरण और मजबूतीकरण कार्यों में लगभग 300 करोड़ रुपये का बंदरबांट किया है.

ईटीवी भारत संवाददाता अरविंद की रिपोर्ट

सिर्फ कागज पर ही दिख रहा है काम
पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि पुराने रोड को हटाकर नये रोड का निर्माण करना था. लेकिन, कंपनी ने पुराने रोड हटाने के नाम पर राशि ली और नये रोड बनाने के नाम पर भी राशि ली. ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को पैसा दिया गया. ऐसे में साफ है कि घोटाला हुआ. अरुण कुमार ने आरोप लगाया है कि एस्टीमेट में लगभग तीन करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी का कार्य दिखाया गया है जबकि वास्तव में 2 करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी का ही कार्य हुआ है.

ये भी पढ़ें: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सम्मेलन में बोले CM- संतुलित पर्यावरण के लिए जागरुकता जरूरी

नीतीश कुमार को भी लपेटे में लिया
अरुण कुमार ने साफ तौर पर घोटालों में पूर्व मंत्री के साथ-साथ नीतीश कुमार पर भी आरोप लगाया कि बिना मुख्यमंत्री की सहमति के इतना बड़ा घोटाला नहीं हो सकता है. उन्होंने कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार 10 दिन के अंदर सीबीआई जांच नहीं कराती है तो वे कोर्ट में पीआईएल करेंगे.

Intro: पूर्व सांसद अरुण कुमार एवं पूर्व मंत्री रेनू कुशवाहा ने नीतीश सरकार के पूर्ब जल संसाधन मंत्री पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया है और कहां सरकार के मिलीभगत से बिहार में हो रही है स्टीमेट घोटाला--


Body:पटना-- बिहार नवनिर्माण मंच तले आज राजधानी पटना में पूर्व सांसद अरुण कुमार पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा और पूर्ब मंत्री नरेंद्र सिंह ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला है आज संवाददाता सम्मेलन के दौरान पूर्व सांसद अरुण कुमार ने नीतीश सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया है अरुण कुमार ने बताया कि सिंचाई विभाग में बहुत बड़े पैमाने पर घोटाला हुए हैं घोटाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विश्वास में लेकर विभाग के मंत्रियों के इशारे पर अधिकारियों की मिलीभगत से राज्य की गरीब जनता की गाढ़ी कमाई से अर्जित सरकार धन की लूट मची हुई है ,अरुण कुमार ने उस समय के तत्कालीन सिंचाई मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर अरबों रुपए घोटाला का आरोप लगाया है उन्होंने बताया कि एक योजना बागमती नदी के दक्षिण तटबंध के लगभग 90 किमी में उननायिकरण एवं मजबूती करण कार्यों में 300 करोड़ रुपए का बंदरबांट किया गया है। जहां पुराने रोड को हटाकर नया रोड बनाना था लेकिन कंपनी ने पुराने रोड हटाने के नाम पर राशि ली और नया रोड बनाने के नाम पर भी राशि ली कई ब्लैकलिस्ट कंपनी के अधिकारी दूसरी कंपनी बनाकर काम को किए चड्डा चड्डा कंपनी के नाम बदलकर काम लिया जो चड्डा कंपनी पहले से ब्लैक लिस्टेड है अरुण कुमार कहा कि बिहार में गिट्टी और स्टीमेट घोटाला हुआ है अरुण कुमार ने आरोप लगाया है कि एस्टीमेट में लगभग तीन करोड़ कोविक मीटर मिट्टी का कार्य दिखाया गया है जबकि वास्तव में 2 करोड़ कोबिक मीटर मिट्टी का ही कार्य हुआ है क्योंकि जो बिल सबमिट किया गया है उसमें सिर्फ 2 करोड़ कोबिक मीटर का ही बिल सबमिट किया गया है अरुण कुमार ने साफ तौर पर घोटालों में पूर्व मंत्री के साथ-साथ नीतीश कुमार पर भी आरोप लगाया है कि बिना मुख्यमंत्री के सहमति से इतना बड़ा घोटाला नहीं हो सकता है उन्होंने कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की है और अगर सरकार 10 दिन के अंदर सीबीआई जांच नहीं कराती है तो हम कोर्ट में पीआईएल करेंगे।

बाइट -- अरुण कुमार पूर्व सांसद जहानाबाद


Conclusion: विपक्ष ने बड़ा आरोप लगाया है अब देखना है सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है चुकी चुनावी साल है तो सरकार और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप चलते रहेंगे लेकिन सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा ।

अरविंद राठौर ईटीवी भारत पटना
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