ETV Bharat / state

SC कैटेगरी में शामिल नहीं करने पर भड़के मुकेश सहनी, कहा- केंद्र की सरकारों ने निषादों के साथ किया छल

author img

By

Published : Mar 10, 2021, 7:15 PM IST

Minister mukesh sahani
मंत्री मुकेश सहनी

SC कैटेगरी में शामिल नहीं करने पर भड़के मुकेश सहनी, कहा- केंद्र की सरकारों ने निषादों के साथ किया छल

मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि केंद्र की किसी भी सरकार ने निषाद समाज के साथ न्याय नहीं किया. जब दिल्ली और बंगाल में निषाद समाज को अनुसूचित जाति की कैटेगरी में रखा गया है तो फिर बिहार में क्यों नहीं? केंद्र में अब तक जितनी भी सरकारें रही हैं सबने निषाद समाज को फुटबॉल बनाकर रखा.

पटना: बिहार में मल्लाह और बिंद जाति को अनुसूचित जाति कैटेगरी में आरक्षण का लाभ नहीं मिलने पर मंत्री मुकेश सहनी ने केंद्र की सभी सरकारों को निशाने पर लिया. मुकेश ने कहा कि केंद्र की किसी भी सरकार ने निषाद समाज के साथ न्याय नहीं किया. जब दिल्ली और बंगाल में निषाद समाज को अनुसूचित जाति की कैटेगरी में रखा गया है तो फिर बिहार में क्यों नहीं?

यह भी पढ़ें- केंद्र ने ठुकराई नीतीश सरकार की अनुशंसा, 'जाति' की सियासत करने वालों को झटका

दरअसल मंगलवार को एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटोरिया ने यह स्पष्ट किया था कि मल्लाह और बिंद जाति को एससी कैटेगरी में शामिल करने के बिहार के प्रस्ताव को केंद्र ने रिजेक्ट कर दिया है. इसे वापस भेज दिया गया है. इसे लेकर बिहार में सियासत हो रही है.

यह भी पढ़ें- केंद्र के नकारने पर विपक्ष का हमला- 'BJP ने मल्लाह समाज को दिया धोखा, सरकार से बाहर हो जाएं मुकेश सहनी'

निषाद समाज को फुटबॉल बनाकर रखा
मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद समाज को अनुसूचित जाति कैटेगरी में आरक्षण दिलाने की उनकी कोशिश जारी रहेगी.

"जब तक मल्लाह और बिंद जाति को अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति कैटेगरी में आरक्षण का लाभ नहीं मिल जाता हमारा संघर्ष जारी रहेगा. केंद्र में अब तक जितनी भी सरकारें रही हैं सबने निषाद समाज को फुटबॉल बनाकर रखा. अगर दिल्ली की सरकार और बंगाल की सरकार ने निषाद समाज को आरक्षण का लाभ दिया है तो बिहार में ऐसा क्यों नहीं हो सकता."-मुकेश सहनी, मंत्री, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग

यह भी पढ़ें- मल्लाह को SC में शामिल करने को केन्द्र ने ठुकराया तो बोले नीतीश के मंत्री- हमारी उपेक्षा हुई

वहीं, जदयू नेता भीष्म सहनी ने भी केंद्र के फैसले पर अफसोस जताया है. उन्होंने कहा "बिहार के प्रस्ताव में कुछ खामियां रह गई थी जिन्हें दूर कर फिर से प्रस्ताव भेजा जाएगा. हमें विश्वास है कि निषाद समाज को आरक्षण का लाभ जरूर मिलेगा."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.