बिहार में उपचुनाव: गोपालगंज-मोकामा में नीतीश तेजस्वी का पहला लिटमस टेस्ट

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Published : Oct 4, 2022, 7:09 PM IST

Bihar by election 2022

बिहार के गोपालगंज और मोकामा सीट पर उपचुनाव (Bihar By Election 2022) का बिगुल बज चुका है. नई महागठबंधन सरकार के लिए यह चुनाव लिटमस टेस्ट से कम नहीं होगा. मोकामा सीट को लेकर एक बार फिर से खींचतान की स्थिति बनती नजर आ रही है. पढ़ें.

पटना: नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने के बाद बिहार के 2 विधानसभा सीटों गोपालगंज और मोकामा में 3 नवंबर को उपचुनाव होने जा रहा है. नीतीश कुमार (Litmus Test Of CM Nitish) और तेजस्वी यादव (Litmus Test Of Deputy CM Tejashwi) के लिए बीजेपी के खिलाफ यह पहला लिटमस टेस्ट होगा. गोपालगंज विधानसभा की सीट बीजेपी विधायक के निधन के कारण खाली हुई है तो वहीं मोकामा विधानसभा की सीट आरजेडी विधायक अनंत सिंह (Ex MLA Anant Singh) की सदस्यता समाप्त होने के कारण खाली हुई है.

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नीतीश-तेजस्वी का लिटमस टेस्ट: दोनों सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार उतारेगी यह तय माना जा रहा है. वहीं महागठबंधन में अभी यह तय नहीं हो पाया है कि जदयू किसी सीट पर चुनाव लड़ेगी या नहीं. ऐसे जदयू खेमे में एक सीट पर दावेदारी की बात कही जा रही है तो दूसरी तरफ अनंत सिंह मोकामा से अपनी पत्नी को चुनाव लड़ने की तैयारी करें हैं. इसको लेकर भी महागठबंधन में पेच फंस सकता है.

बिहार की दो सीटों पर उपचुनाव की तारीख: गोपालगंज और मोकामा विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग की तरफ से जो घोषणा की गई है उसके अनुसार 7 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा. 14 अक्टूबर नामांकन करने की अंतिम तिथि तय की गई है. 3 नवंबर को चुनाव होगा और 6 नवंबर को वोटों की गिनती होगी.

महागठबंधन की जीत का किया जा रहा दावा: मोकामा सीट बाहुबली राजद के विधायक अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त होने के कारण खाली हुई है. वहीं गोपालगंज सीट भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री सुभाष सिंह के निधन के कारण खाली हुई है. जदयू महागठबंधन में है और दोनों सीट पर महागठबंधन की जीत का दावा किया जा रहा है.

जदयू की अपनी रणनीति: जदयू प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह का कहना है पार्टी किस सीट पर चुनाव लड़ेगी यह फैसला महागठबंधन के शीर्ष नेता ही बैठकर तय करेंगे लेकिन दोनों सीट पर बीजेपी की हार तय है. वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है गोपालगंज सीट तो बीजेपी की है ही उसे तो हम जीतेंगे ही मोकामा सीट भी हम इस बार जीतेंगे. जदयू सूत्रों के अनुसार पार्टी गोपालगंज और मोकामा में से किसी एक सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है. गोपालगंज में पार्टी के पूर्व विधायक और वर्तमान में प्रवक्ता मंजीत सिंह मजबूत दावेदारों में से एक हैं. यदि जदयू को गोपालगंज सीट मिल जाती है तो पार्टी मंजीत सिंह को चुनाव लड़ा सकती है. मोकामा सीट आरजेडी की है और अनंत सिंह अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाना चाहते हैं लेकिन जदयू के तरफ से उसको लेकर भी विरोध किया जा सकता है.

"उपचुनाव की तिथि घोषित हो गई है. हमारे महागठबंधन के शीर्ष नेतृत्व तय करेंगे कि रणनीति क्या होगी, कौन चुनाव लड़ेगा. जिस तरह से हमने भाजपा को अलग-थलग किया है उसका खाता उपचुनाव हो या 24 का चुनाव हो या 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा का खाता किसी भी चुनाव में नहीं खुलेगा."- सुनील कुमार सिंह, प्रवक्ता जदयू

"दोनों सीटों पर बीजेपी भारी मतों से जीतेगी. एक तो मेरी सीट है दूसरी राजद की सीट भी हम लेंगे. बिहार की जनता सब जानती है. बीजेपी दोनों उपचुनाव को पूर्ण बहुमत से जीतेगी."- अरविंद सिंह, प्रवक्ता बीजेपी

"बात क्षण कर आ रही है कि नीलम देवी को आरजेडी उम्मीदवार नहीं बना सकता है क्योंकि उसपर जदयू आपत्ति जता रही है. ऐसे में एक बार फिर से आपको खींचतान की स्थिति देखने को मिल सकती है."- रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार


बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी मोकामा से लड़ सकती हैं चुनाव: चुनाव आयोग ने बिहार के साथ 6 राज्यों के विधानसभा उपचुनाव की घोषणा की है. बिहार में मोकामा सीट हमेशा से चर्चा का विषय बनी रही है क्योंकि बाहुबली अनंत सिंह लगातार मोकामा से चुनाव जीतते आए हैं. कोर्ट की ओर से सजा दिए जाने के कारण उनकी सदस्यता गई. अनंत सिंह अपनी पत्नी को मोकामा से चुनाव लड़ाना चाहते हैं जिससे मोकामा सीट उनके कब्जे में ही रहे लेकिन जदयू में एक खेमा इसके विरोध में है. हालांकि यह सीट आरजेडी खेमे का ही है और आरजेडी नेताओं का कहना है कि मोकामा से आरजेडी ही चुनाव लड़ेगी.

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