कैसे होगी ओमीक्रोन की पहचान? बंद है बिहार का एकमात्र जीनोम सिक्वेंसिंग लैब

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Published : Dec 31, 2021, 8:02 AM IST

Updated : Dec 31, 2021, 10:02 AM IST

Corona And Omicron
Corona And Omicron ()

बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश में ओमीक्रोन ने भी दस्तक दे दी है. वहीं, ओमीक्रोन की पहचान के लिए सूबे का एकमात्र जीनोम सिक्वेंसिंग लैब बंद है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने संभावित तीसरी लहर (Corona Third Wave) से निपटने के लिए तैयारियों (Preparation Regarding Corona and Omicron) की जानकारी दी है. पढ़ें पूरी खबर..

पटनाः देशभर में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण की रफ्तार (Corona Infection In Bihar) फिर बढ़ने लगी है. माना जा रहा है यह तीसरी लहर की दस्तक है. बिहार में भी रोज मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं ओमीक्रोन ने भी दस्तक (Omicron In Bihar) दे दी है. दिसंबर में मामले काफी बढ़े हैं. लेकिन चिंता का विषय यह है कि प्रदेश में मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीजों में से ओमीक्रोन मरीजों की पहचान नहीं हो पा रही है. यह इसलिए कि प्रदेश का एकमात्र जीनोम सिक्वेंसिंग लैब बंद (Lab Closed for Genome Sequencing in Bihar) है.

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बिहार में अब तक ओमीक्रोन का पता लगाने के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग शुरू नहीं की जा सकी है. लोगों को आशंका है कि हाल के दिनों में मिल रहे मामले ओमीक्रोन के भी हो सकते हैं, लेकिन लैब बंद होने की वजह से इसकी पहचान संभव नहीं हो पा रही है.

प्रदेश में 25 दिसंबर को कोरोना के 10 नए मामले सामने आए थे और एक्टिव मरीजों की संख्या 81 थी. वहीं, 26 दिसंबर को 28 नए मामले सामने आए और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 98 हो गई. फिर 27 दिसंबर को प्रदेश में 26 नए मामले सामने आए और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 116 हो गई. अगले दिन 28 दिसंबर को प्रदेश में संक्रमण के 47 नए मामले सामने आए और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 155 हो गई. 29 दिसंबर को प्रदेश में संक्रमण के 77 नए मामले सामने आए और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 215 हो गई. 30 दिसंबर गुरुवार को प्रदेश में संक्रमण के 132 नए मामले सामने आए और एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 300 से अधिक हो गई.

तैयारियों को लेकर सिविल सर्जन ने दी जानकारी

अकेले पटना में सबसे ज्यादा 160 एक्टिव मरीज हैं. मंगलवार को जहां 10 नए मामले सामने आए वहीं, बुधवार को 26 नए मामले सामने आए और गुरुवार को 60 नए मामले सामने आए हैं. संक्रमण जिस रफ्तार से बढ़ रहा है लोग मानने लगे हैं कि यह कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट का असर है.

हालांकि, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए 102 हेल्थ सेंटर को मंजूरी है. जिसमें 92 प्राइवेट हॉस्पिटल्स हैं और अन्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और जिलों के कोरोना केयर सेंटर शामिल है.

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सिविल सर्जन ने बताया कि पटना में कोरोना मरीजों के लिए 1100 आईसीयू बेड सुरक्षित है. कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए 519 डॉक्टर और 944 एएनएम की सूची तैयार की गई है और जरूरत के अनुसार इन्हें प्रतिनियुक्त किया जाएगा.

सिविल सर्जन ने कहा कि जिला कोविड केयर सेंटर जो पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स में तैयार किया गया है, वहां अभी के समय में एक भी मरीज नहीं है. सिविल सर्जन ने बताया कि जिले के डीएचएस, पीएचसी और यूपीएजसी में 2103 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. जिले में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन पाइप लाइन के साथ मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 148 बेड उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि हर हालात को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था चौकन्ना है.

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Last Updated :Dec 31, 2021, 10:02 AM IST
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