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गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354 वें प्रकाश पर्व पर श्रद्धालुओं का आना हुआ शुरू, लगे जयघोष

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Published : Jan 18, 2021, 9:29 AM IST

Updated : Jan 18, 2021, 11:00 AM IST

Patna
हांडी साहिब गुरुद्वारा

दानापुर के हांडी साहिब गुरुद्वारा में सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाश पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया हैं. वहीं, लुधियाना से आये जगतार सिंह उर्फ बिट्टू बाबा अपने एक सौ सेवदारों के साथ रविवार से लंगर शुरू कर दिया है. जानिए पूरी इतिहास......

पटना: दानापुर के हांडी साहिब गुरुद्वारा में सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाश पर्व पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया हैं. वहीं, सतनाम, वाहे गुरू सतनाम , बोले सो निहाल.. की जयघोष से दानापुर अवस्थी घाट स्थित हांडी साहिब गुरूद्वारा गुंजयमान हो गया.

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हांडी साहिब गुरुद्वारा

सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाश पर्व को लेकर को अहले सुबह पटना सिटी तख्त साहिब गुरूद्वारा से वाहन पर सवार होकर पंच प्यारे की अगुवाई में तकियापर गांधी मूर्ति के पास पहुंचे. जहां से पंच प्यारे की अगुवाई में प्रभातफेरी निकाली गई. आगे-आगे पंच प्यारे चल रहे थे. उनके पीछे भजन कीर्तन करते हुए टोली चल रही थी. तकियापर से प्रभातफेरी अवस्थीघाट, गुरूद्वारा मोड़ होते हुए गुरूद्वारा पहुंचा. जहां पर पंच प्यारे का श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया.

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पटना सिटी में प्रभात फेरी निकली

पटना सिटी में पंच प्यारे की अगुआई में प्रभातफेरी निकली
पटनासिटी में पंच प्यारे की अगुआई में गुरु महाराज का बड़ी प्रभात फेरी निकली. इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया. इस प्रभातफेरी में बोले सोनिहाल-सत्य श्री अकाल की गूंज से वातावरण गुंज गया. श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज का 354वॉ प्रकाशपर्व का आगाज आज से बड़ी प्रभातफेरी के रूप में शुरू हो गया.

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प्रभात फेरी निकली

जानिए इतिहास
गुरूद्वारा पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं ने अरदास किया और लंगर चखा. गुरूद्वारा के ग्रंथी सतलोक सिंह और कुलदीप सिंह ने हांडी साहिब गुरूद्वारा के इतिहास के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सिखों के दशवें गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354 वें प्रकाशोत्सव पर तख्त साहिब से निकल कर प्रभातफेरी हांडी साहिब गुरूद्वारा दर्शन को आते है. उन्होंने बताया कि गुरू गोविंद सिंह आठ वर्ष की आयु में अपनी मां गुजरी और मामा कृपाल सिंह के साथ पटना साहिब से अपने पिता के पास पंजाब के आनंदपुर गुरूद्वारा जाने के लिए निकले थे. इस रास्ते में उनका पहला पड़ाव दानापुर के अवस्थी घाट स्थित गंगा किनारे स्थित जमुनी माई की कुटिया संगत के साथ पहुंचे.

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संगत के साथ आये बाला प्रीतम को खिलाने को लेकर जमुनी माई चिंतित हो उठी. उनकी इस परेशानी को भांप बाला प्रीतम ने हांडी को कपड़े से ढक कर अरदास किया और खिचड़ी संगत को परोसने को कहा. संगत से पेट भरने के बाद भी हांडी में खिचड़ी जस का तस बचा हुआ था. जाते समय जमुनी माई ने बाला प्रीतम से एक शिलापट्टा पर पादुका के निशान मांगी. बाला प्रीतम ने अपने पादुका का निशान जमुनी माई को दिया. बाला प्रीतम का पादुका दर्शन करने के लिए देश-विदेशों से श्रद्धालुओं आते हैं. उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को गुरू गोविंद सिंह जी महाराज का जन्मोत्सव मनाया जाएगा.

देखें रिपोर्ट

100 सेवदारों के साथ पहुंचे जगतार सिंह उर्फ बिट्टू बाबा
दानापुर के हांडी साहिब गुरुद्वारा में सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाश पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया हैं. वहीं, लुधियाना से आये जगतार सिंह उर्फ बिट्टू बाबा अपने एक सौ सेवदारों के साथ रविवार से लंगर शुरू कर दिया है. बिट्टू बाबा ने बताया कि पिछले 22 साल से गुरूद्वारा में लंगर चला रहे है. उन्होंने बताया कि गुरूद्वारा में दर्शन करने आये देश-विदेशों के श्रद्धालुओं को लंगर में खिलाया जाता है. उन्होंने बताया कि गुरू गोविंद सिंह जी महाराज की कृपा से यह सेवा कर रहा हूं.

Last Updated :Jan 18, 2021, 11:00 AM IST
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