पटना: पटना के शाहपुर थाना क्षेत्र से पुलिस ने एक युवक (dead body of Manish recovered in patna) का शव बरामद किया गया है. युवक की पहचान हथियाकन्द सराय के बन्धुटोला निवासी मनीष कुमार के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि युवक 3 सितम्बर से ही लापता था. जिसके बाद युवक के लापता होने के 19 दिनों बाद पुलिस ने खगौल के नेऊरा कॉलोनी स्थित एक रेलवे क्वार्टर से शव बरामद किया गया.
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मां की दवाई लेने बाहर निकला था युवक: युवक के परिजनों के मुताबिक मृतक मनीष 3 सितंबर की शाम मां की दवाई लाने अपनी नई स्प्लेंडर बाइक से बाजार गया था. जिसके बाद से ही वो रहस्यमयी ढंग से लापता हो गया. काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नही चल पाया था. जिसके बाद मृतक की मां कुंती देवी ने शाहपुर थाने में युवक के गुमशुदगी की का मामला दर्ज कराया था. परिजनों ने उसके जिगरी दोस्त हथियाकन सराय के लक्ष्मीचक निवासी संतोष कुमार सोनी उर्फ छोटू कुमार पर शक जताया था.
आंगन में गड्ढा खोदकर दफना दिया था शव: हत्यारों ने युवक की हत्या कर उनका शव रेलवे क्वार्टर नंबर 466/B के आंगन में गड्ढा खोदकर दफना दिया था और लाश की भनक किसी को ना लगे इसलिए गड्ढे के ऊपर सीमेंट का प्लास्टर चढ़ा दिया था. हत्या का खुलासा हत्यारे की गिरफ्तारी के बाद हुई. गुरूवार दोपहर पुलिस अपने दल बल के साथ रेलवे क्वार्टर पहुंचकर आंगन में दफन शव को घंटे भर की मेहनत के बाद निकाला.
जिगरी दोस्त बना हत्यारा: वारदात का मुख्य अभियुक्त मृतक का जिगरी दोस्त संतोष कुमार सोनी उर्फ छोटू कुमार है. जिसे पुलिस ने पटना के जक्कनपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कड़ाई से पूछताछ के बाद संतोष ने हत्या करने व अपने साथ तीन सहयोगियों के साथ शव क्वार्टर के आंगन में दफन करने की बात को स्वीकारा. जिसके बाद पुलिस आरोपी को नेऊरा कॉलोनी स्थित क्वार्टर नंबंर 466/B में लेकर गया और शव को बाहर निकाला. पुलिस वारदात में शामिल तीन और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पटना शाहपुर पुलिस ने अभियुक्त सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस सुपौल व बेगूसराय रवाना हो चूकी है. पुलिस के मुताबिक हत्या की गुत्थी सबकी गिरफ्तारी के बाद स्पष्ट हो पाएगी. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया है।
पैसे की लेन देन बनी मौत की वजह: जानकारी के मुताबिक हत्या के पीछे की प्रमुख वजह जमीन कारोबार में पैसे की लेन देन बताई जा रही है. वहीं गांव के ही अजय कुमार ने बताया कि आरोपित संतोष टाइल्स मिस्त्री व ठेकेदारी के साथ जमीन का भी कारोबार करता है. संतोष ने उससे भी जमीन देने के नाम पर फर्जी कागजात बनाकर आठ लाख रूपये ठग लिए है. इसके लिए वह अभियुक्त संतोष के खिलाफ स्थानीय थाने में लिखित आवेदन दिया हैं.
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