स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बिहार के सभी विश्वविद्यालय को लिखा पत्र, मांगा कॉपी खरीद का ब्यौरा

author img

By

Published : Nov 24, 2021, 4:03 PM IST

Special Vigilance Unit
Special Vigilance Unit ()

स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बिहार के सभी विश्वविद्यालय से कॉपी खरीद का ब्यौरा मांगा है. स्पेशल विजिलेंस यूनिट के पुलिस अधीक्षक जेपी मिश्रा ने सभी विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है. जिसमें निर्देश दिया गया है कि मूल रिकॉर्ड की जानकारी के साथ सक्षम व्यक्ति द्वारा 23 दिसंबर तक पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराए. पढ़ें पूरी खबर..

पटना: निगरानी विभाग की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (Special Vigilance Unit) के द्वारा मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) में उत्तर पुस्तिका खरीद मामले में अनियमितता पाए जाने के बाद बिहार के सभी विश्वविद्यालय में भी उत्तर पुस्तिका की जांच की जाएगी. जिसको लेकर स्पेशल विजिलेंस यूनिट के पुलिस अधीक्षक ने सभी विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है. जिसमें 2019 से लेकर अब तक की खरीदारी की जानकारी मांगी गई है.

यह भी पढ़ें - मगध विश्‍वविद्यालय वीसी के गोरखपुर आवास पर विजलेंस की रेड, 20 करोड़ के भ्रष्‍टाचार का आरोप

स्पेशल विजिलेंस यूनिट के पुलिस अधीक्षक जेपी मिश्रा की ओर से सभी विश्वविद्यालय को भेजे पत्र के अनुसार सभी को मूल रिकॉर्ड की जानकारी के साथ सक्षम व्यक्ति द्वारा 23 दिसंबर तक पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. दरअसल, मिल रही जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा कॉपी खरीद में गड़बड़ी होने के बाद स्पेशल विजिलेंस यूनिट को कई तरह की शिकायतें मिल रही है.

बता दें कि मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय के वीसी ने भी कॉपी खरीद में गड़बड़ी की बात सामने रखी है. जानकारी के अनुसार ज्यादातर विश्वविद्यालय की ओर से यूपी आधारित कंपनियों के एक विशेष समूह को उत्तर पुस्तिका का ऑर्डर दिया गया है. सभी विश्वविद्यालयों से जनवरी 2019 से अब तक परीक्षा विश्वविद्यालय से संबंधित कॉपी की ठोक खरीद और कुल संख्या सहित अन्य विवरणों की जानकारी मांगी गई है.

जानकारी के मुताबिक, स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, जेपी विश्वविद्यालय और बिहार विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है. स्पेशल विजिलेंस यूनिट की ओर से कॉपी खरीद की प्रक्रिया और दर का ब्यौरा तलब होने से सभी विश्वविद्यालय जांच के दायरे में आ गए हैं. दरअसल सभी विश्वविद्यालय में करीब एक जैसी गुणवत्ता और सम्मान पृष्ठ वाली कॉपियों की दर अलग-अलग होने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.

विश्वविद्यालय परीक्षा के लिए मंगाई गई उत्तर पुस्तिका की कीमत उसकी गुणवत्ता और कॉपियों की जिएसएम से तय होती है. स्पेशल बिजनेस यूनिट की विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार कोरोना काल में हुई परीक्षाओं में वैकल्पिक सवाल ज्यादा पूछे गए थे. इसलिए ओएमआर शीट की कॉपी की दर और उसके मूल्य से संबंधित ब्योरा भी मांगा गया है.

यह भी पढ़ें - मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.