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CM का आदेश- शराब के धंधेबाजों पर कसें नकेल, माफियाओं को पकड़ने के लिए चलाएं अभियान

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Published : Mar 15, 2021, 10:29 PM IST

Nitish kumar
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की. नीतीश ने कहा कि शराब पीने वालों के साथ-साथ शराब के धंधेबाजों पर भी पूरी तरह से नकेल कसें. शराब के धंधे में लिप्त कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाए. जो शराब माफिया कार्रवाई के बाद जेल जाते हैं, जेल से बाहर आने के बाद उनकी हर गतिविधि पर नजर बनाए रखें.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा बैठक हुई.

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इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीने वालों के साथ-साथ शराब के धंधेबाजों पर भी पूरी तरह से नकेल कसें. शराब के धंधे में लिप्त कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाए. जो शराब माफिया कार्रवाई के बाद जेल जाते हैं, जेल से बाहर आने के बाद उनकी हर गतिविधि पर नजर बनाए रखें. शराब पीना बुरी चीज है इसे लोगों के बीच प्रचारित करें.

मुख्यमंत्री के निर्देश

  • शराब पीने वालों के साथ-साथ शराब के धंधेबाजों पर भी पूरी तरह से नकेल कसें, शराब के धंधे में लिप्त कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाए.
  • मुख्यालय स्तर से लगातार इसकी समीक्षा करते रहें. प्रतिदिन जमीनी स्तर पर की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट लें.
  • शराब के सेवन से होने वाले हर प्रकार के नुकसान के बारे में लोगों को सोशल मीडिया और अन्य प्रचार तंत्रों के माध्यम से सचेत और जागरुक करें.
  • शराब के धंधे और शराब पीने वाले लोगों की सूचना देने के लिए बनाए गए कॉल सेंटर को ठीक ढंग से फंक्शनल रखें. शिकायत मिलने पर सख्त और त्वरित कार्रवाई करें. इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी.
  • कोरोना संक्रमण के प्रति भी लोगों को सतर्क और सचेत रहने की जरुरत है.

सोशल मीडिया पर दें शराब से नुकसान की जानकारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2018 में रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी, जिसमें विश्व भर में शराब पीने से होने वाले नुकसान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई थी. इसमें बताया गया था कि शराब पीने के कारण दुर्घटनाएं, आत्महत्याएं और कई अन्य प्रकार की समस्याएं होती हैं. लोगों को शराब के सेवन से होने वाली क्षति के बारे में सोशल मीडिया और अन्य प्रचार तंत्रों के माध्यम से सचेत और जागरुक करें.

सोशल मीडिया के माध्यम से शराब माफियाओं की गिरफ्तारी और उनपर की जा रही कार्रवाई के संबंध में भी लोगों को जानकारी दें. नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी पदाधिकारियों को तत्पर रहकर काम करने की जरुरत है. डेडिकेटेड होकर निरंतर अभियान चलाते रहें ताकि कोई बच नहीं पाये. मुख्यालय स्तर से लगातार इसकी समीक्षा करते रहें. प्रतिदिन जमीनी स्तर पर की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट लें. देसी शराब के धंधेबाजों के खिलाफ भी छापेमारी कर कार्रवाई करें.

शिकायत मिलने पर करें त्वरित कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब के धंधे और शराब पीने वाले लोगों की जानकारी मिलने पर तत्काल सूचना देने के लिए बिजली के खंभों पर फोन नंबर अंकित किए गए हैं. उस नंबर पर सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाता है और शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाती है. कॉल सेंटर को ठीक ढंग से फंक्शनल रखें और शिकायत मिलने पर सख्त और त्वरित कार्रवाई करें. इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. बड़े शहरों के शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएं. जिलास्तर पर चिह्नित बड़े-बड़े आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक विशेष नजर रखें और तेजी से कार्रवाई करें.

बैठक में पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल ने बताया कि सभी जिलों से शराब की रिकवरी की जा रही है. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसको लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. बड़े-बड़े शराब के गोदाम पकड़े जा रहे हैं. शराब के धंधे से जुड़े लोगों के साथ-साथ राज्य के बाहर के भी बड़े शराब कारोबारियों (जो बिहार में शराब की सप्लाई करते हैं) को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है.

बैठक में पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, अपर मुख्य सचिव, गृह-सह-मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मद्य निषेध सह उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी, आईजी मद्य निषेध अमृत राज सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.

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