ETV Bharat / state

इलाज के लिए अपने ही बेटे को बेच रही थी मां, DM ने लिया संज्ञान

author img

By

Published : Aug 12, 2019, 9:38 PM IST

सोनम देवी नाम की एक महिला अपनी इलाज के लिए अपने ही बेटे को बेच रही थी. मीडिया की जानकारी बाद डीएम ने संज्ञान लिया.

नालंदा

नालंदा: सरकार गरीबों के लिए आयुष्मान भारत जैसे योजना बनाई है. लेकिन जरूरतमंदों तक इस योजना का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. जिले में एक महिला अपनी इलाज के लिए अपने ही बच्चे को बेच रही थी. प्रशासन के प्रयास के बाद महिला और बच्चे दोनों का इलाज किया जा रहा है.

मामला जिले के हरनौत थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र की सोनम देवी नाम की एक महिला को कल्याणबीघा अस्पताल ने रेफर कर दिया था. इसके बाद महिला इलाज के लिए अपने ही बच्चों को बेच रही थी. महिला को 2 साल की बेटी और 6 माह का बेटा है. मीडिया ने इसकी जानकारी डीएम को दी. डीएम ने संज्ञान लेते हुए महिला और बच्चे दोनों को अस्पातल में भर्ती करने का आदेश दिया.

बीमार महिला और अधिकारी का बयान

डीएम ने लिया संज्ञान
बता दें कि कुछ दिन पहले ही महिला के पति ने छोड़ दिया था. महिला ईट भट्टा में काम करती थी. वो टीबी रोग से पीड़ित हैं. इसके दो साल की एक बेटी और छह महीना का एक बेटा है. वहीं, डीएम के आदेश के बाद महिला को टीबी वार्ड में भर्ती कराया गया है. दोनों बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भेज दिया गया है.

Intro:नालंदा। नालंदा में आज मां की ममता उस समय तार-तार होती दिखी जब टीबी रोग से ग्रसित एक महिला ने खुद के इलाज के लिए अपनी ममता को बेचने की कोशिश की । गरीबी लाचारी का जीवन जी रही सोनम देवी को उम्मीद थी कि एक बच्चा को बेचने के बाद उसे कुछ रुपए मिल जाएंगे जिसके बाद इलाज करवा पाएंगे। इसके लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल पहुंची महिला ने लोगों से बच्चे को बेचने की बात कही । महिला सोनम देवी ईंट भट्ठा पर काम करती है। उसे कुछ दिनों से टीबी हो गया और खुद का सही तरीके से इलाज़ नही करवा पा रही थी। महिला इलाज़ के लिये हरनौत के कल्याणबीघा अस्पताल में भर्ती हुई जहां से डॉक्टर ने उसे रेफेर करते हुए सदर अस्पताल भेज दिया। महिला को 2 बच्चा है जिसमे 2 साल की बेटी आरती कुमारी और 6 माह का प्रिंस कुमार है। महिला के पति संजय मांझी करीब 15 दिन पूर्व उसे छोड़ कर चला गया। महिला का पहले पति की मौत हो चुकी थी जिसके बाद उसने दूसरी शादी रचाई।


Body:बच्चे को बेचने की बात मीडिया कर्मियों को भनक लगी तब इसकी जानकारी नालंदा के जिलाधिकारी को दी गई। जिलाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए महिला एवं दोनों बच्चों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया। इसके बाद महिला को टीबी वार्ड में इलाज के लिए भेजा गया। वहीं कुपोषित दोनों बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। महिला एवं दोनों बच्चों की निशुल्क इलाज की भी व्यवस्था की गई है । साथ ही आर्थिक मदद देने की भी बात कही गई है । मीडिया के पहल के बाद महिला का इलाज प्रारंभ हो गया।।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.