मुजफ्फरपुरः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय दौरे पर मुजफ्फरपुर पहुंचे थे. इस दौरान दौरे के आखरी दिन रविवार को उन्होंने मधुकर निकेतन का लोकार्पण किया. यह उत्तर बिहार में आरएसएस का प्रमुख केंद्र होगा. साथ ही यह सूबे के 21 जिलों का मुख्यालय होगा. मधुकर निकेतन तीन करोड़ की लागत से तीन साल में बनकर तैयार हुआ है.
विजया दशमी के दिन हुआ था कमेटी का गठन
शहर के कलमबाग चौक स्थित मधुकर निकेतन के भवन निर्माण की पहल 1995 से चल रही थी. इसके लिए 1995 में तारणी प्रसाद श्रीवास्तव की प्रेरणा से विजया दशमी के दिन कमेटी का गठन हुआ. तारणी प्रसाद श्रीवास्तव, तारकेश्वर प्रसाद, दयाशंकर ठाकुर, नवल किशोर शर्मा, बाबा राव पौराणिक,अधिवक्ता गौराशंक प्रसाद और चन्द्रमोहन खन्ना चन्नी इसके संस्थापक सदस्य रहे.
भूंकप रोधी है भवन
पटना के आर्टिटेक्ट विपुल कुमार ने इस भवन का निर्मााण अपनी देखरेख मे कराया है. तीन करोड़ की लागत से तीन साल में बनकर भवन तैयार हुआ है. भवन का पूजन सात फरवरी को मुख्य यजमान के रूप में गौरी शंकर प्रसाद ने की. यह भवन भूंकप रोधी है.
मधुकर निकेतन का लोकापर्ण
उत्तर बिहार की सांस्कृतिक और समाजिक कार्य के अलख जगाने के संकल्प को लेकर निर्मित मधुकर निकेतन का लोकापर्ण आरएसएस के सरसंचालक मोहन भागवत ने अपने दौरे के आखिरी दिन किया. सांस्कृतिक उत्थान समिति के इस भवन में आरएसएस के प्रांत प्रचारक समेत उनके सारे सहयोगी संगठन का मुख्यालय होगा.
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प्रांतीय कार्यालय में हैं 40 कमरे
बता दें कि जिले के कलमबाग चौक के पास बने संघ के नए उत्तर प्रांतीय कार्यालय में 40 कमरे हैं. इसमें एक सभा कक्ष और अत्याधुनिक कार्यालय समेत 12 शयन कक्ष भी हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रांतीय कार्यालय के नए भवन में तीन कमरे अखिल भारतीय संघ के अधिकारियों के लिए हैं.