ETV Bharat / state

किशनगंज: टापू में तब्दील हुआ इलाके का एकमात्र प्राथमिक विद्यालय, छात्रों के भविष्य पर लगा 'जलग्रहण'

author img

By

Published : Aug 8, 2020, 1:12 PM IST

बाढ़ और कटाव की वजह से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. बलियदंगी प्राथमिक विद्यालय का आधे से ज्यादा हिस्सा कटकर महानंदा में समा गया, वहीं स्कूल का बचा हुआ भाग बाढ़ के पानी में डूब चुका है.

kishanganj
kishanganj

किशनगंज: बिहार में बाढ़ की त्रासदी जारी है. राज्य के कई जिले बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. बच्चों का भविष्य बनाने वाले स्कूल भी इससे अछूते नहीं रह गए हैं. किशनगंज जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर दौला पंचायत स्थित एकमात्र बलियदंगी प्राथमिक विद्यालय टापू में तब्दील हो चुका है. कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन में सभी शिक्षण संस्थान पहले से ही बंद पड़े हैं. ऐसे में देखरेख के अभाव में प्राथमिक विद्यालय की स्थिति बदहाल हो गई है.

बच्चों की पढ़ाई की चिंता
दौला पंचायत में लगभग 10 हजार से ज्यादा की आबादी रहती है. कुछ दिनों पहले महानंदा नदी में तेज कटाव के कारण भारी तबाही हुई. जिससे स्थानीय लोग जान माल की रक्षा के लिए सुरक्षित स्थान पर चले गए. कटाव की वजह से बलियदंगी प्राथमिक विद्यालय का आधे से ज्यादा हिस्सा कटकर महानंदा में समा गया, वहीं बचा हुआ भाग बाढ़ के पानी में डूब चुका है. जिससे यहां के लोगों को अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता सताने लगी है.

देखें रिपोर्ट

नदी में डूबा स्कूल का आधा हिस्सा
बलियदंगी प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर ने बताया कि इस विद्यालय में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक की पढाई होती है. यहां 10 शिक्षक और 437 के करीब छात्र-छात्राएं हैं. कटाव और बाढ़ की वजह से छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में है. स्थानीय सुरेन्द्र सदा ने बताया कि स्कूल का आधा भाग नदी में जा चुका है. वहीं, बचा हुआ भाग पानी में डूबा हुआ है. ऐसे में हमारे बच्चे पढ़ाई कैसे करेंगे?

kishanganj
स्कूल में कटाव

प्रशासन की लापरवाही
सुरेन्द्र सदा ने बताया कि पूरा पंचायत इस साल महानंदा के भीषण कटाव की भेंट चढ़ चुका है. एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि स्कूल तक जाने वाली सड़क पहले नदी में समा गई. जिसके बाद इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई. प्रशासन ने आश्वासन दे कर उन्हें लौटा दिया, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और आखिर स्कूल भी कटाव की चपेट में आ गया.

kishanganj
नदी में समाया भवन

नए भवन में स्कूल को किया जाएगा शिफ्ट
अनुमंडल पदाधिकारी शाहनवाज अख्तर नियाजी ने बताया कि बलियदंगी प्राथमिक विद्यालय को अब नहीं बचाया जा सकता है. ये पूरा स्कूल महज एक टापू बनकर रह गया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस विद्यालय को किसी सुरक्षित जगह पर नया भवन बनाकर शिफ्ट किया जाएगा.

kishanganj
स्कूल की बदहाल स्थिति

भविष्य पर संकट
बता दें कि कोरोना संकट काल में लागू लॉकडाउन की वजह से सभी शिक्षण संस्थान पहले से ही बंद थे. जिससे देखरेख के अभाव में कई स्कूल जंगल में तब्दील हो गए हैं. प्रशासन की लापरवाही की वजह से अब बाढ़ की आपदा आने से बच्चों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.