ETV Bharat / state

किशनगंज: सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में राम भरोसे जच्चा-बच्चा

author img

By

Published : May 22, 2019, 2:34 AM IST

Updated : May 22, 2019, 7:57 AM IST

अस्पताल में एक महिला का प्रसव नर्सो द्वारा कराया गया. जच्चा तो सलामत रही लेकिन नर्सो ने नवजात को नहीं बचा पायी. वहीं, डॉक्टर से संपर्क करने पर उनका फोन कवरेज एरिया से बाहर बताया.

सदर अस्पताल, किशनगंज

किशनगंज: सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में जच्चा और बच्चा राम भरोसे रहते हैं. रात्रि सेवा में महिला चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात नहीं रहती हैं. संपर्क करने पर उनका मोबाइल फोन कवरेज एरिया से बाहर बताता है. वहीं, रात में अस्पताल आयी प्रसवपीड़ा से कराहती महिला की जिदंगी नर्सो के हवाले रहती है.

ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक रहती हैं नदारद

नर्स अपनी जानकारी के भरोसे ही महिलाओं को रात में प्रसव करवाती है. इसका नतीजा यह रहता है कि कई बार जच्चा या बच्चा को अपनी जान चली जाती है. बतातें चलें कि सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड मे दो नर्स ड्यूटी पर तैनात थी. जबकि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक डॉ अनिता कुमारी नदारद थी. उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो वह कवरेज एरिया से बाहर बताया.

मरीज के परिजनों में आक्रोश

वहीं, इस दौरान एक महिला का प्रसव नर्सो द्वारा कराया गया. जच्चा तो सलामत रही लेकिन नर्सो ने नवजात को नहीं बचा पायी. इसी बीच एक और महिला प्रसव पीड़ा से कराहाते हुये पहुंची. नर्स के ओटी में होने के कारण महिला दर्द से घंटों तक बाहर ही कराहती रही. जब नर्स ने महिला को देखा और महिला चिकित्सक को फोन किया तो संपर्क नहीं होने पर महिला को भर्ती कर लिया गया. इसी बीच करीब तीन मरीज और आयी लेकिन महिला चिकित्सक नहीं पहुंची.

वार्डपार्षद ने दिया कार्रवाई करवाने का आश्वासन

सदर अस्पताल में घंटों पहले भर्ती होने वाबजूद इलाज नहीं होने पर मरीज के परिजनों ने चुड़ीपट्टी के वार्डपार्षद प्रतिनिधि अब्दुल बारिक चांद को अस्पताल बुलाया. उन्होंने मरीज की स्थिति गंभीर देखकर डाक्टर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन संपर्क नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह मामला जिलाधिकारी के पास रखूंगा और दोषी के खिलाफ कर्रवाई की जायेगी.

किशनगंज: सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में जच्चा और बच्चा राम भरोसे रहते हैं. रात्रि सेवा में महिला चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात नहीं रहती हैं. संपर्क करने पर उनका मोबाइल फोन कवरेज एरिया से बाहर बताता है. वहीं, रात में अस्पताल आयी प्रसवपीड़ा से कराहती महिला की जिदंगी नर्सो के हवाले रहती है.

ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक रहती हैं नदारद

नर्स अपनी जानकारी के भरोसे ही महिलाओं को रात में प्रसव करवाती है. इसका नतीजा यह रहता है कि कई बार जच्चा या बच्चा को अपनी जान चली जाती है. बतातें चलें कि सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड मे दो नर्स ड्यूटी पर तैनात थी. जबकि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक डॉ अनिता कुमारी नदारद थी. उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो वह कवरेज एरिया से बाहर बताया.

मरीज के परिजनों में आक्रोश

वहीं, इस दौरान एक महिला का प्रसव नर्सो द्वारा कराया गया. जच्चा तो सलामत रही लेकिन नर्सो ने नवजात को नहीं बचा पायी. इसी बीच एक और महिला प्रसव पीड़ा से कराहाते हुये पहुंची. नर्स के ओटी में होने के कारण महिला दर्द से घंटों तक बाहर ही कराहती रही. जब नर्स ने महिला को देखा और महिला चिकित्सक को फोन किया तो संपर्क नहीं होने पर महिला को भर्ती कर लिया गया. इसी बीच करीब तीन मरीज और आयी लेकिन महिला चिकित्सक नहीं पहुंची.

वार्डपार्षद ने दिया कार्रवाई करवाने का आश्वासन

सदर अस्पताल में घंटों पहले भर्ती होने वाबजूद इलाज नहीं होने पर मरीज के परिजनों ने चुड़ीपट्टी के वार्डपार्षद प्रतिनिधि अब्दुल बारिक चांद को अस्पताल बुलाया. उन्होंने मरीज की स्थिति गंभीर देखकर डाक्टर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन संपर्क नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह मामला जिलाधिकारी के पास रखूंगा और दोषी के खिलाफ कर्रवाई की जायेगी.

Intro:किशनगंज सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड मे राम भरोसे है जच्चा-बच्चा।रात्रि सेवा मे नहीं रहती है महिला चिकित्सक।ड्यूटी मे तैनात ऑन कॉल महिला चिकित्सक का मोबाइल फोन रात 12 बजते ही हो जाता है कवरेज एरिया से बाहर।ऐसे मे रात मे आयी प्रसवपीड़ा से कराहती महिला की जिदंगी नर्सो के हवाले रहती है। बेचारी नर्स भी लाचार हो जाती है, किसी तरह की स्वास्थ्य से संबधी जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑन कॉल महिला चिकित्सक से नहीं हो पाता संपर्क।ऐसे मे नर्स अपनी अधुरी जानकारी के भरोसे ही महिलाओं को रात मे करवाती है प्रसव। इसका नतीजा कई बार जच्चा या बच्चा को अपना जान देकर चुकाना पढ़ता है।अब इस के लिए जिम्मेवार ठहराये तो किसे।


Body: जब सच्चाई जानने सोमवार की रात 1 बजे इटीवी भारत सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड पहुंचे तो सारा सच्चाई सामने आगया। प्रसव वार्ड मे दो नर्स ड्यूटी पर तैनात थी।जबकि ऑन कॉल ड्यूटी महिला चिकित्सक डा अनिता कुमारी नदारद थे। उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश किये तो बताया कवरेज एरिया से बाहर।वहीं इस दौरान एक महिला का प्रसव नर्सो द्वारा किया गया लेकिन जच्चा तो सलामत रहा लेकिन नर्सो ने नवजात को नहीं बचा पाया।इसी बीच एक और महिला प्रसव पीड़ा से करहाते हुये पहुचे लेकिन नर्स ओटी मे होने के कारन महिला दर्द से एक घंटों तक बाहर ही रहे। जब नर्स महिला को देख महिला चिकित्सक को फोन किया तो उधर से जबाब आया कवरेज क्षेत्र से बाहर,कई बार फोन लगाने के जब फोन नहीं लगा तो नर्सो ने महिला को भर्ती कर लिया। इसी बीच करीब तीन मरीज और आये लेकिन महिला चिकित्सक नहीं पहुंची। लगभग मरीजों का प्रसव का समय पूरा हो चूका था लेकिन अस्पताल के कुव्यवस्था व रेफर सिस्टम ने मरीजों को दलालों के हवाले करने पर मजबूर कर देता है।प्रसव वार्ड मे मडराते दलाल बातों मे फसाकर अस्पताल से प्राइवेट नर्सिंग होम ले जाते है और मोटे रकम प्रसव के नाम पर वसुला करते है।


Conclusion:इसी बीच चुड़ीपट्टी के वार्डपार्षद प्रतिनिधि अब्दुल बारिक चांद भी अपने वार्ड के एक महिला मरीज घंटों पहले भर्ती होने वाबजूद इलाज नहीं होने की शिकायत परिजनों द्वारा करने पर रात के एक बजे अस्पताल पहुंचे।मरीज की स्थिति घंभीर देख उन्होंने भी आँन काँल डाक्टर साहिबा को फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन एक ही जबाव डाक्टर साहिबा के मोबाइल से मिला कवरेज एरिया से बाहर। लेकिन पार्षद प्रतिनिधि चांद के द्वारा नर्सो से बात करने पर कहा मरीज का समय पूरा हो चूका है नर्मल मे थोड़ा समय लगेगा लेकिन तत्काल सिजार संभव नहीं है कारन महिला चिकित्सक नहीं है। वहीं एक और राज्य सरकार का स्वास्थ सेवा व जननी सुरक्षा योजना का दावा किशनगंज मे दम घुटता नजर आरहा है।
Last Updated : May 22, 2019, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.