Sabaeya Airport In Gopalganj: हवाई अड्डा के लिए भूमि मैपिंग का काम शुरू, युद्ध स्तर पर जुटा जिला प्रशासन

Sabaeya Airport In Gopalganj: हवाई अड्डा के लिए भूमि मैपिंग का काम शुरू, युद्ध स्तर पर जुटा जिला प्रशासन
गोपालगंज में सबेया हवाई अड्डा (Sabaeya Airport In Gopalganj) के चहारदीवारी के पहले भूमि मैपिंग का काम शुरू हो गया है. जिसका काम युद्ध स्तर पर हो रहा है. जिला प्रशासन की टीम युद्ध स्तर पर कार्य मे जुट गई है. इस हवाई अड्डा की कुल भूमि कितनी है, इसको लेकर जिला प्रशासन के अमीन व अधिकारी जमीन के मापी कराकर जानकारी जुटाने में लगी हुई है.Body:
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में हथुआ प्रखंड के सबेया स्थित हवाई अड्डा उड़ान योजना में शामिल होने के बाद अब वहां पर हवाई अड्डा का निर्माण (Airport Construction In Gopalganj) का रास्ता साफ हो गया हैं. जिला प्रशासन की टीम द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. वहीं, इस हवाई अड्डा की कुल भूमि कितनी है, इसको लेकर जिला प्रशासन के अमीन व अधिकारी जमीन के मापी कराकर जानकारी जुटाने में लग हुए हैं. दरअसल जिला मुख्यालय गोपालगंज से 24 किलोमीटर दूर स्थित हथुआ प्रखण्ड के सबेया हवाई अड्डा का निर्माण द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अंग्रेजी हुकुमत के द्वारा कराया गया था.
ये भी पढ़ें- लखनऊ एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की 112 पर दी सूचना, आरोपी गिरफ्तार
हवाई अड्डा निर्माण कार्य में तेजी : बदलते समय के अनुसार इस हवाई अड्डा पर करीब ग्यारह गांव के लोग अपना घर बना लिए हैं और कुछ भाग पर खेती करते है लेकिन रनवे और पुराने मकान जस के तस पड़ा हुआ है. बिहार के गोपालगंज और सिवान जिले के करीब डेढ़ लाख लोग गल्फ कंट्री में रोजगार करते है. यानी इन दोनों जिले में सबसे अधिक विदेशी मुद्रा आता है. इस तथ्य को जानने के बाद स्थानीय लोक सभा के सदस्य डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने कई बार लोकसभा पटल पर इस प्रश्न को उठाया और प्रतीरक्षा और नगर एवं विमानन मंत्री से मिलकर उड़ान योजना में सम्मलित करवाने में सफलता पाई.
सबेया हवाई अड्डा बहुती ही पुराना हवाआ अड्डा है : मिली जानकारी के अनुसार सबेया हवाई अड्डा के सभी भू भाग की चहारदीवारी कराने के पहले भूमि का मैपिंग कार्य किया जा रहा है. अब लोगों में हवाई अड्डा बनने के आसार दिखने लगा है. सबेया हवाई अड्डा भूमि का मैपिंग कर रहे अमीन बंका लाल का कहना है कि- 'खतियान से प्लॉट का मिलान किया जा रहा है. इसके ग्यारह गांव का मौजा आ रहा है. इसके मैपिंग के बाद मापी कर चिन्ह लगाया जाएगा. फलस्वरूप चहारदीवारी का कार्य शुरू होगा.
'रक्षा विभाग और एडीएम के नेतृत्व में भू भाग को चिन्हित किया जा रहा है. इस कार्य में हथुआ एसडीएम, डीसीएलआर, सीओ सहित कई कर्मी लगे हुए हैं. अतिक्रमित भाग को खाली कराए जाने की व्यवस्था कर ली जाएगी ताकि हवाई अड्डा संचालित हो सके.' - डॉ नवल किशोर चौधरी, जिलाधिकारी
