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बकाया वेतन की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, चिकित्सा प्रभारी पर घूस मांगने का आरोप

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Published : Nov 2, 2019, 1:46 PM IST

प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये जब भी वेतन के भुगतान के लिए चिकित्सा प्रभारी के पास जाती तो टालमटोल कर इन्हें भेज दिया जाता है. इन्होंने अधिकारियों पर वेतन भुगतान करने के एवज में घूस मांगने का आरोप भी लगाया है.

आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

गोपालगंज: जिले के भोरे रेफरल अस्पताल में आज आशा कार्यकर्ताओं ने बकाया वेतन एवं भ्रष्टाचार को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इनका कहना था कि कई सालों से इनका वेतन बकाया है. लेकिन आज छठ जैसे महापर्व के अवसर पर भी इन्हें बकाये वेतन का भुगतान नहीं किया गया है.

प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये जब भी वेतन के भुगतान के लिए चिकित्सा प्रभारी खब्रि इम्माम और मैनेजर कमरूदीन अंसारी के पास जाती तो टालमटोल कर इन्हें भेज दिया जाता है. इन्होंने अधिकारियों पर वेतन भुगतान करने के एवज में घूस मांगने का आरोप भी लगाया है.

बकाया वेतन की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

उग्र आंदोलन करने की चेतावनी
आशा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारा बकाया वेतन जल्द भुगतान नहीं किया गया तो आगे उग्र आंदोलन करेंगे. इन्होंनों अपनी मांगों के समर्थन में डीएम, सिविल सर्जन, कमिश्नर, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी गुहार लगाने की बात कहीं.

Intro:गोपालगंज जिले के भोले जफर अस्पताल में आज आशा कार्यकर्ताओं ने बकाया वेतन एवं भ्रष्टाचार को लेकर धरना प्रदर्शन किया उनका कहना था कि कई सालों से हम लोगों का वेतन बकाया है परंतु आज छठ जैसे महापर्व के अवसर पर भी हम लोगों का बकाया वेतन नहीं मिल पाया । अधिकारी एवं कर्मचारी कभी इस टेबल तो कभी उस टेबल दौरआ आते हैं तथा भूगतान के लिए घूस की मांग करते हैं । उनका कहना था कि अगर हम लोग का बकाया वेतन जल्द से जल्द भुगतान नहीं किया गया तो हम लोग सदर में भी धरना प्रदर्शन करेंगे।Body:भोरे रेफरल अस्पताल में पद स्थापित आशाओ ने उस समय जमकर धरना प्रदर्शन एवम जमकर बवाल किया जब डिलेवरी,टीकाकरण और अपने अन्य भत्ता के भुगतान के लिए चिकित्सा प्रभारी खब्रि इम्माम और मैनेजर कमरूदीन अंसारी के पास गई और उन लोगों को कभी इस टेबल तो कभी उस टेबल दौड़ाया जाने लगा । उनका आरोप था कि भुगतान के लिए उनसे एक एक हजार रुपए की मांग अधिकारी एवम मैनेजर कर रहे है। कई आशाओ का पैसा लगभग एक एक साल से बकाया है तथा इस छठ महा पर्ब पे उनके पैसे के लाले पड़े है ऐसे में हमलोग छठ कैसे करे। आशाओ ने ये संगीन आरोप लगाते हुए कहा की ए एन एम और चिकित्सा प्रभारी खब्रि इमाम एक एक डिलेभरी पर तीन सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक की मांग करते है और देना भी पड़ता है,वावजूद इसके हम आशाओ का टीकाकरण और डिलेवरी में मिलने वाले रुपए के भुगतान के लिए एक एक हजार रुपए की मांग कर रहे है,यदि हम लोगों को अपने मेहनत कापैसा नही मिला तो हम लोग सदर में भी धरना प्रदर्शन करेंगे एवम डी एम,सिविल सर्जन कमिश्नर और , स्वास्थय मंत्री एवम मुख्यमंत्री पटना तक जाएगें, वही चिकित्सा प्रभारी खब्रि इमाम से जब इस सम्बंध में बात करने की कोसिस की गई तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिए। ऐसे में भोरे रेफरल अस्पताल के चिकित्सा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े होते हैं । दूर दराज से आने वाले गरीब लोगों से जब चिकित्सा के लिए मरीजों को मोटी रकम देनी पडेगी तो फिर सरकार के मुफ्त इलाज का दावा भोरे हॉस्पिटल में खोखला साबित होता है। भोरे रेफरल अस्पताल भ्रष्टाचार का केंद्र बना हुआ है। रेफरल अस्पताल में कुछ दिनों पहले मुख्य क्लर्क को घुस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। अब देखना यह होगा कि आला अधिकारी कब तक इन आशा कार्यकर्ताओं की सुध लेते है क्योंकि सुशासन की सरकार है।Conclusion:NA
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