ETV Bharat / state

ओमान में काम करने गए बिहार के 6 मजदूरों की मौत

author img

By

Published : Nov 13, 2019, 11:04 AM IST

मृतक के भाई ने बताया कि कल रात में इस हादसे की सूचना मिली. इस हादसे में बिहार के 6 मजदूरों ने अपनी जान गंवा दी है. जिसमें मठ सहदुल्लेपुर के सुनील भारती और उचकागांव का एक अन्य युवक शामिल है. इसके अलावा एक सिवान के मजदूर थे, जबकि तीन अन्य की पहचान की सूचना नहीं मिल पायी है.

ओमान में काम करने गए 6 मजदूर की दम घुटने से मौत

गोपालगंज: ओमान के मस्कट में पाइपलाइन की एक परियोजना में सुरंग बनाने के दौरान बिहार के 6 मजदूर की दम घुटने से मौत हो गई. दरअसल काम करने के दौरान सभी मजदूर 14 मीटर नीचे सुरंग के अंदर दब गए. जिसकी वजह से मजदूरों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका और उन्होंने उसी में दम तोड़ दिया.

12 घंटे के बाद निकाला गया शव
ओमान की पब्लिक अथॉरिटी फॉर सिविल डिफेंस एंड एम्बुलेंस के अधिकारियों ने मृतक मजदूरों के परिजनों को बताया कि 12 घंटे की ऑपरेशन के बाद सभी मजदूरों का शव बाहर निकाला गया. हादसे की खबर सोमवार को भारतीय दूतावास को दी गयी. मृतक मजदूरों में गोपालगंज के दो और सीवान के एक शामिल हैं. ओमान में काम कर रहे अन्य मजदूर ने इस हादसे की सूचना परिजनों को दी. हादसे की खबर मिलते ही मृतक के परिजनों के घर पर कोहराम मच गया.

परिजन का बयान

परिजन ने की मुआवजा राशि दिलाने की मांग
मृत 6 मजदूरों में एक की पहचान नगर थाना के मठ सहदुलेपुर गांव निवासी 32 वर्षीय सुनील भारती के रूप में की गयी है. वहीं, दूसरे की पहचान उचकागांव निवासी के रूप में की गई है. सुनील भारती ओमान के मस्कट शहर में शाहिद अलसेबी कम्पनी में काम करने के लिए एक वर्ष पहले गया था. मृतक के परिजनों ने कहा कि गोपालगंज के जिला मजिस्ट्रेट अरषद अजीज को आवेदन देकर मस्कट से सुनील के शव को मंगाने की गुहार लगाई गई है. इसके साथ ही शाहिद अलसेबी कम्पनी से मुआवजा राशि दिलाने की मांग की गयी है.

मंगलवार को मिली सूचना
मृतक के चचेरे भाई अनील भारती ने बताया कि कल रात में इस हादसे की सूचना मिली. इस हादसे में बिहार के 6 मजदूरों ने अपनी जान गंवा दी. जिसमें मठ सहदुल्लेपुर के सुनील भारती और उचकागांव का एक अन्य युवक शामिल है. इसके अलावा एक सिवान के मजदूर थे, जबकि तीन अन्य की पहचान की सूचना नहीं मिल पायी है.

Intro:गोपालगंज जिले के अधिकांश लोग रोजी रोटी के तलाश में विदेश जाते है जहां अपने परिवार के भरण पोषण के लिए कड़ी मेहनत करते है लेकिन रविवार के दिन ओमान में मजदूरी करने वाले मजदूरों के लिए काला दिन साबित हुआ। दरअसल ओमान के मस्कट में पाइपलाइन की एक परियोजना में सुरंग बनाने का काम चल रहा था जिसमे बिहार के छः मजदूर भी शामिल थे। इसी बीच बताया जाता है कि रविवार की देर रात सभी मजदूर पाइपलाइन परियोजना के तहत सुरंग बनाने का काम कर रहे थे। सभी मजदूर 14 मीटर नीचे सुरंग के अन्दर दब गये। जिससे मजदूरों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका और वे उसी में दम कर दम तोड़ दिया। Body:ओमान की पब्लिक अथॉरिटी फॉर सिविल डिफेंस एंड एम्बुलेंस के अधिकारियों ने मृतक मजदूरों के परिजनों को बताया कि 12 घंटे की ऑपरेशन के बाद सभी मजदूरों का शव बाहर निकाला गया। हादसे की खबर सोमवार को भारतीय दूतावास को दी गयी।मृतक मजदूरों में गोपालगंज के दो और सीवान के एक शामिल हैं। ओमान में काम कर रहे अन्य मजदूरों ने इस हादसे की सूचना परिजनों को दी। खाड़ी देश से हादसे की खबर मिलते ही परिजनों में चीत्कार मच गयी।
इधर मृतक छह मजदूरों में एक की पहचान नगर थाना के मठ सहदुलेपुर गांव निवासी 32 वर्षीय सुनील भारती के रूप में की गयी। वहीं दूसरे की पहचान उचकागांव निवासी के रूप में की जा रही है। हैरत तो उस समय हुआ कि मृतक सुनील भारती ने अपने मासुमियत के दौरान ही पिता का साया उठ गया था। इनकी विकलांग माॅ विधवा जयमाला अपने दो पुत्र सुनील और निकेष को पाला। बेरोजगारी को दुर करने के लिए जयमाला के पुत्र सुनील ओमान के मस्कट शहर में शाहिद अलसबीबी कम्पनी में काम करने के लिए एक वर्ष पहले गया हुआ था। जबकि इसका छोटा भाई निकेष भारती डेढ वर्ष पूर्व दुबई में रोजगार कर रहा है। सुनील भारती की पत्नी प्रियंका ने दो पुत्र ढाई वर्षीय आदर्श और 7 माह के आयुष को जन्म दिया। जिस प्रकार से सुनील के पिता ने उसके मासूमियत के हालात पर उसे छोडकर स्वर्गवासी हो गये। उसी प्रकार से आदर्श और आयुष के पिता सुनील भारती ने उन्हे मासुमियत की छाया में ही छोडकर चल बसे। मठसहदुल्लेपुर गांव में यही चर्चा का विषय बना रहा। चारो तरफ गंमगीन जैसा माहौल गांव में विराजमान हो गया था। वही दुसरी तरफ सुनील के पत्नी और उनकी माॅ के चित्कार से एक अलग ही माहौल बना था।मृतक के दोनो पुत्र को गोद में लेकर बैकुण्ठपुर के सिंगासनी गांव के कन्हैया गिरी पथराई आखों से अपने नाना का फर्ज अदा करते हुए मासूमो को बहलाने का प्रयास कर रहे थे। वही उन्हे अपने दमाद की खोने का अंदर ही अंदर दुख सता रहा था। उनके सामने बडा सा पहाड दिख रहा था। उन्होने एक सवाल के जवाब देते हुए कहा कि गोपालगंज के जिला मजिस्ट्रेट अरषद अजीज को आवेदन देकर मस्कट से दमाद के शव को मंगाने का गुहार लगाया गया है। इसके साथ ही शाहिद अलसबीबी कम्पनी से मुआवजा राशि दिलाने की मांग की गयी है। देखना अब यह है कि शव कब पहुचता है तथा इन दोनो मासुमो को पालने के लिए कम्पनी या केन्द्र सरकार क्या सुविधा उपलब्ध कराती है। यह तो भविष्य ही निर्धारित करेगा। मृृतक के चचेरा भाई अनील भारती का कहना था कि कल रात में मोबाईल पर इस हादसे की सूचना मिली। इसके बाद गांव या परिजन जान पाये। इस हादसे में बिहार के छह मजदुर अपनी जान गवा दी। जिसमें मठसहदुल्लेपुर के सुनील भारती तथा उचकागांव के एक अन्य युवक शामिल है। इसके अलावा एक सिवान के मजुदर थे। जबकि तीन अन्य की पहचान की सूचना नही मिल पायी है।

बाइट -अनिल भारती,मृतक के चचेरा भाई
बाइट -कन्हैया गिरी,मृतक के ससुरConclusion:Na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.