गया: बिहार पीपुल्स पार्टी के पूर्व सांसद आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद सोमवार को गया पहुंचे. यहां उन्होंने जिले के विभिन्न प्रखंडों का दौरा किया. चेतन आनंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अपने पिता की लड़ाई के लिए 14 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं. वो अपने पिता को न्याय दिलाना चाहते हैं.
साथ ही उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जिस समय मॉब लिंचिंग की घटना घटी. उस समय उनके पिता घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर थे. बावजूद इसके उन्हें नामजद करते हुए जेल भेज दिया गया.
बापू सभागार में होगा किताब का विमोचन
चेतन आनंद ने कहा कि इस मामले में जितने भी गवाह हैं, वे सभी सरकारी हैं. एक भी पब्लिक गवाह नहीं है. उनके पिता निर्दोष होते हुए भी 14 साल से जेल में बंद हैं. उन्होंने कहा कि उनके इंसाफ की लड़ाई के लिए हम लोग लगातार संघर्ष कर रहे हैं. चेतन आनंद ने कहा कि आगामी 15 फरवरी को पटना के बापू सभागार में आनंद मोहन की ओर से लिखित पुस्तक 'कैक्टस ऑफ गांधी' बुक का विमोचन किया जाएगा. जिसमें बिहार के सभी जिलों से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक शामिल होंगे.
'इंसाफ तक जारी रहेगा संघर्ष'
बिहार विधानसभा के चुनाव पर चेतन आनंद ने कहा कि जो पार्टी आनंद मोहन को इंसाफ दिलाएगी, हमारा समर्थन उन्हीं को जाएगा. उन्होंने कहा कि आनंद मोहन के समर्थकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक आनंद मोहन को इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा. चेतन आनंद ने कहा कि हम लोग सड़क के मुसाफिर हैं, जो लोग संसद जाना चाहते हैं, वह हमें ढूंढ लेंगे. बता दें कि आनंद मोहन पर गोपालगंज के डीएम के मारने के आरोप में जेल में बंद हैं.