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गया में वन विभाग की छापेमारी में भालू का नाखून समेत प्रतिबंधित जड़ी-बूटी बरामद

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Published : Nov 18, 2022, 11:05 PM IST

बिहार के गया में वन विभाग की छापेमारी (Raid Of Forest Department in Gaya) हुई है. कन्हाई साव नाम से संचालित जड़ी बूटी की दुकान में छापेमारी हुई है. छापेमारी में दुर्लभ पशुओं के अंग और प्रतिबंधित जड़ी-बूटी मिले हैं. बरामद पशुओं के अंग और जड़ी-बूटी के सामानों को डिब्बे में पैक कर वन विभाग की टीम ले गई है.

गया में वन विभाग की छापेमारी
गया में वन विभाग की छापेमारी

गया: बिहार के गया में वन विभाग की टीम ने छापेमारी की (Raid Of Forest Department in Gaya) है. वन विभाग की टीम की छापेमारी में दुर्लभ पशुओं के अंग बरामद किए (Animal Parts recovered in raid ) गए हैं. वही प्रतिबंधित जड़ी-बूटी भी मिली है. जड़ी बूटी की दुकान को सील कर दिया गया है. दरअसल शुक्रवार को वन विभाग की टीम ने कोतवाली थाना अंतर्गत बजाजा रोड में छापेमारी की. बजाजा रोड में जड़ी बूटी दुकान में छापेमारी की गई. यह दुकान कन्हाई साव जड़ी बूटी के नाम से जानी जाती है.

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डीएफओ द्वारा गठित टीम ने की छापेमारी: डीएफओ राजीव रंजन के द्वारा गठित टीम की छापेमारी में यह सफलता मिली है मौके से 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के आधार पर वन विभाग की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है वही बंजारों से पशुओं के अंग की खरीददारी की बात सामने आई है.


लाखों रुपए मूल्य के हैं बरामद सामग्री: इस संबंध में डीएफओ राजीव रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर फाॅरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने चौक के समीप स्थित जड़ी-बूटी की दुकान में छापेमारी की, जहां से साहिल का कांटा, पैंगोलिन का लिंग, भालू का नाखून डेढ़ से 2 किलोग्राम के बीच में बरामद किया गया है. बरामद सामग्री लाखों मूल्य के बताए जाते हैं. बताया कि छोटे छोटे डिब्बे में पैक करके वन विभाग की टीम लाई है.



दुकान को किया गया सील: डीएफओ राजीव रंजन ने बताया कि दुकान को सील कर दिया गया है. वहीं मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हिरासत में लिए गए लोगों के नाम के खुलासे डीएफओ के द्वारा अभी नहीं किए गए हैं. फिलहाल इनके द्वारा बताया गया है कि जड़ी बूटियों और पशु के अंगों को बंजारों से खरीदने की बात सामने आई है. पशुओं का अंगों का उपयोग दवा बनाने से लेकर पूजा-पाठ यानि कि, ओझा गुनी करने वाले लोगों द्वारा की जाती है.

"जड़ी-बूटी के एक्सपर्ट हमारे पास नहीं हैं, जिसके कारण पहचान करने में दिक्कतें हो रही है. बगल के डिवीजन से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है, लेकिन साहिल का कांटा पेंगोलिन का लिंग और भालू का नाखून डेढ से 2 किलो के बीच बरामद किया गया है. इस मामले में तस्करी की प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. वन विभाग की टीम के द्वारा सीजर लिस्ट तैयार कर मामले की प्राथमिकी कोतवाली थाना में दर्ज कराई जाएगी" :- राजीव रंजन, डीएफओ गया

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