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दरभंगा: 4 दर्जन से अधिक मरीज आए डेंगू की चपेट में, DMCH में नहीं हैं बेड खाली

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Published : Sep 22, 2019, 12:34 PM IST

दरभंगा के जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को डेंगू प्रभावित वॉर्डों में डोर टू डोर सर्वेक्षण कराने का निर्देश देते हुए डेंगू से पीड़ित मरीजों को डीएमसीएच में भर्ती कराकर इलाज कराने का निर्देश दिया है.

अस्पताल में भर्ती मरीज

दरभंगा: नगर निगम के वार्ड 22 के शिवाजी नगर और आसपास के इलाकों में डेंगू महामारी का रूप ले रहा है. इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा इसकी रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. प्रभावित इलाकों में निरंतर फॉगिंग कराने की दिशा में नगर निगम के अधिकारी भी उदासीन बने हुए हैं. जिसकी वजह से शिवाजी नगर और आसपास के इलाकों के दर्जनों लोग डेंगू के चपेट में आ गये हैं. डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से मोहल्ले के लोग दहशत में हैं.

दरभंगा में फैला डेंगू, DMCH में सुविधाओं का अभाव
4 दर्जन से अधिक मरीज आए डेंगू की चपेट में
दरअसल हर वर्ष महानगरों से पीड़ित होकर दर्जनों मरीज इलाज के लिए डीएमसीएच पहुंचते थे. लेकिन इस वर्ष पहली बार देखा जा रहा है कि शहर के किसी इलाके में डेंगू महामारी का रूप लेने लगा है. शिवाजी नगर और आसपास के मोहल्ले में अभी तक करीब 4 दर्जन से अधिक मरीज डेंगू की चपेट में आकर विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा चुके हैं. इसके साथ ही अभी भी दर्जनों मरीज विभिन्न जगहों पर इलाज करवा रहे हैं. वहीं डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड में लगा 10 बेड मरीजों से पूरी तरह भर चुका है.
people infected with dengue in darbhanga
अस्पताल में भर्ती युवक

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
अपने घर पर इलाज करवा रही पीड़ित रिंकू देवी ने बताया कि बुखार लगने पर उन्होंने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि डेंगू है. जिसके बाद डेंगू का इलाज शुरू हो गया. उन्होंने बताया कि यहां आस-पास में दर्जनों लोग इससे प्रभावित हैं और आसपास के मोहल्ले में भी डेंगू फैलता ही जा रहा है. वहीं स्थानीय निवासी विमल कुमार कर्ण ने कहा कि हमारे मोहल्ले के एक-एक घर में डेंगू के मरीज हैं. ऐसा कोई भी घर नहीं है, जो डेंगू से बचा हुआ हो. उनका कहना है कि सरकारी स्तर पर भी किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिल रही है.
people infected with dengue in darbhanga
मरीज के परिजन

क्या कहते हैं अधिकारी
अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने बताया कि पिछले साल डेंगू के समय हम लोगों ने 10 बेडों का डेंगू वॉर्ड बनाया था, जो इस बार भर गया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी चार मरीज हैं. जिनका इलाज जनरल वार्ड में किया जा रहा है. इसके साथ ही बढ़ते मरीज की संख्या को देखते हुए हमलोग अन्य जगहों को चिन्हित करने की कोशिश में है.

people infected with dengue in darbhanga
डॉ राज रंजन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक

वहीं दरभंगा के जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को डेंगू प्रभावित वार्डों में डोर टू डोर सर्वेक्षण कराने का निर्देश देते हुए डेंगू से पीड़ित मरीजों को डीएमसीएच में भर्ती कराकर इलाज कराने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने डेंगू बीमारी की रोकथाम के लिए वार्ड 22 के शिवाजी नगर और आसपास के वार्डों में व्यापक छिड़काव और साफ-सफाई भी बेहतर ढंग से कराने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया है.

Intro:दरभंगा नगर निगम के वार्ड 22 के शिवाजी नगर व आसपास के इलाकों में डेंगू महामारी का रूप ले रहा है। इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे इसके रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। प्रभावित इलाकों में निरंतर फॉकिंग कराने की दिशा में नगर निगम के अधिकारी भी उदासीन बने हुए हैं। जिसके चलते शिवाजी नगर व आसपास के इलाकों के दर्जनों मरीज डेंगू की चपेट में आकर डीएमसीएच, निजी क्लीनिक या फिर डॉक्टरों की सलाह पर अपने घर पर ही इलाज करवा रहे हैं। इधर डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से मोहल्ले के लोग दहशत में है। वही दरभंगा के जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को डेंगू प्रभावित वार्डो में डोर टू डोर सर्वेक्षण कराने का निर्देश देते हुए डेंगू से पीड़ित मरीजों को डीएमसीएच में भर्ती कराकर इलाज कराने का निर्देश दिया है। वहीं उन्होंने डेंगू बीमारी के रोकथाम हेतु वार्ड 22 के शिवाजी नगर व आसपास के वार्डों में व्यापक छिड़काव कराने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया है।

दरअसल हर वर्ष महानगरों से पीड़ित होकर दर्जनों मरीज इलाज के लिए डीएमसीएच पहुंचे थे। परंतु इस वर्ष पहली बार देखा जा रहा है कि शहर के किसी इलाके में डेंगू महामारी का रूप लेने लगा है। शिवाजी नगर व आसपास के मोहल्ले में अभी तक करीब 4 दर्जन से अधिक मरीज डेंगू के चपेट में आकर विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा चुके हैं और अभी भी दर्जनों मरीज विभिन्न जगहों पर इलाज करवा रहे हैं। वहीं डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग स्थित डेंगू वार्ड में लगे 10 बेड मरीजों से पूरी तरह भर चुका है। डेंगू वार्ड में जगह नहीं रहने के कारण मरीजों को बगल के समान भागों में रखकर इलाज किया जा रहा है। सामान वार्ड में डेंगू के मरीज को रखने से अन्य मरीजों को डेंगू होने की आशंका बढ़ गई है। वही लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पताल प्रशासन अतिरिक्त वार्ड बनाने की बात कर रही है।


Body:वहीं जब हमने अपने घर पर इलाज करवा रही पीड़िता रिंकू देवी से बात की तो उन्होंने बताया कि बुखार लगने पर हमने डॉक्टर से दिखाई तो उन्होंने हमें दवाई दी और कहा कि ठीक हो जायेगा। लेकिन जब बुखार ठीक नहीं हुआ तो, तीन दिन के बाद फिर हमने जांच कराई तो, पता चला कि मुझे डेंगू है और फिर डेंगू का इलाज शुरू हो गया। वहीं उन्होंने बताया कि हम तो कहीं बाहर भी नहीं गए थे, घर पर ही डेंगू हो गया। उन्होंने बताया कि यहां आस-पास में दर्जनों लोग प्रभावित हैं और आसपास के मोहल्ले में भी डेंगू फैलता ही जा रहा है। हम लोग बहुत चिंतित हैं डेंगू को लेकर, पूरे मोहल्ले में डेंगू का खौफ है।

वही स्थानीय विमल कुमार कर्ण ने कहा कि हमारे मोहल्ला में एक एक घर में डेंगू के मरीज हैं। ऐसा कोई भी घर नहीं है जो डेंगू से बचा हुआ हो, बहुत परेशानी है। ठीक होता है, फिर हो जाता है, जब तक दवाई चलता है, तब तक ठीक रहता है और दवाई बंद होने के बाद फिर से वापस हो जाता है। ऐसा महीने भर से चल रहा है। सरकारी स्तर पर भी किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिल रहा है। हम लोग खुद ही प्राइवेट से इलाज करवा रहे हैं। जांच और दवाई वगैरह में बहुत पैसे लगते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि वार्ड 22 के हर घर में डेंगू फैला हुआ है।

वही डीएमसीएच में अपने बच्चों का इलाज करवा रही गुल्लोबाड़ा निवासी कल्याणी शर्मा ने कहा कि हमारे पुत्र निखिल कुमार व पुत्री अनीता श्री डेंगू से पीड़ित होकर डीएमसीएच में इलाजरत है। वहीं उन्होंने कहा कि जब घर पर बुखार ठीक नही हुआ, तो इनदोनो जांच कराई तो पता चला कि डेंगू हो गया है। फिर हमलोगों ने इन दोनों को लेकर अस्पताल आए है और यहां के डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि हम लोग कहीं बाहर भी नहीं गए थे, फिर भी हमारे दोनों बच्चे को डेंगू हो गया है। वहीं उन्होंने बताया कि हमारे मोहल्ले में भी कई लोगों को डेंगू हो गया है और आसपास के मोहल्ले में भी डेंगू फैला हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि शिवाजी नगर मोहल्ले में तो पूरा फैला हुआ है।


Conclusion:वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा कि पिछले साल डेंगू के समय हम लोगों ने 10 बेडो का डेंगू वार्ड बनाया था, जो इस बार भर गया है। वही उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी चार मरीज और हैं जिनका इलाज जनरल वार्ड में भर्ती रखकर किया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि बढ़ते मरीज की संख्या को देखते हुए हमलोग अन्य जगहों को चिन्हित करने की कोशिश में है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने सभी चिकित्सकों व नर्सों को अलर्ट करते हुए कहा है कि अगर डेंगू का मरीज आते है तो उनका तुरंत इलाज शुरू करें और उनका विशेष ध्यान रखा जाए ताकि हुए यहां से स्वस्थ होकर जा सके।

वही दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन से हमने इस संबंध में बात की तो उनका कहना था कि वार्ड नंबर 22 के शिवाजीनगर इलाकों में डेंगू की सूचना मिली है। नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया है कि दो-तीन दिन लगातार डेंगू बीमारी की रोकथाम हेतु प्रभावित वार्ड सहित आसपास के वादों में व्यापक छिड़काव और साफ-सफाई भी बेहतर ढंग से किया जाए। वहीं उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन को भी निर्देश दिया गया है कि डोर टू डोर सर्वेक्षण करा कर के जो भी मरीज निकलते हैं उनको डीएमसीएच में भर्ती करा कर इलाज करवाया जाये। साथ ही उन्होंने कहा की सर्वे होने के बाद ही वास्तविक स्थिति पता चलेगी कि कितने लोग वास्तविक रूप से प्रभावित हुए हैं।

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रिकू देवी, पीड़िता
विमल कुमार कर्ण, स्थानीय
कल्याणी शर्मा, परिजन
डॉ राज रंजन प्रसाद, अधीक्षक
डॉ त्यागराजन, जिलाधिकारी दरभंगा
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