ETV Bharat / state

बिहार में खोले जाएंगे 82 नए इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज

author img

By

Published : Dec 26, 2019, 1:10 PM IST

चैतन्य प्रसाद ने कहा कि एआईसीटीई गाइडलाइन 2019 नियमावली बना रहे हैं, उसके बाद कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. जल्द ही बीपीएससी से वार्ता कर के एक साथ परीक्षा लेकर सारी रिक्तियां भरी जाएंगी.

aurangabad
aurangabad

औरंगाबादः बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक कॉलेज मिलाकर कुल 82 नए कॉलेज खोले जाएंगे. रफीगंज प्रखंड में बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज की तैयारी को देखने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद गुरुवार को औरंगाबाद पहुंचे.

38 नए इंजीनियरिंग कॉलेज
विज्ञान और प्रौद्यौगिकी विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने बताया कि बिहार में 38 नए इंजीनियरिंग कॉलेज और 44 नए पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने का बिहार सरकार का प्रस्ताव है. जिसे 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

ये भी पढ़ेः दलाई लामा का चीन को संदेश- 'उनके पास बंदूक तो हमारे पार सच्चाई की ताकत'

2020 तक पूरी करने का लक्ष्य
चैतन्य प्रसाद ने कहा कि एआईसीटीई गाइडलाइन 2019 नियमावली बना रहे हैं, उसके बाद कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. जल्द ही बीपीएससी से वार्ता कर के एक साथ परीक्षा लेकर सारी रिक्तियां भरी जाएंगी और 3-4 महीने के अंदर शिक्षकों की कमी भी दूर कर ली जाएगी.

Intro:bh_au_01_principal_secretary_vis_byte_special_pkg_bh10003 एक्सक्लूसिव
एंकर:-बिहार सरकार विज्ञान तथा प्रौद्यौगिकी विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज 82 नए कॉलेज खुलेंगे, जून 2020 का लक्ष्य।

स्पेशल रिपोर्ट संतोष कुमार ईटीवी भारत औरंगाबाद


Body:गौरतलब है कि औरंगाबाद पहुंचे विज्ञान तथा प्रौद्यौगिकी विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड में बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज उसी का कार्य प्रगति को देखने के लिए जा रहे हैं, एवं देव में पॉलिटेक्निक कॉलेज भी बन रहा है लगभग जून 2020 पूरा करने का लक्ष्य है।


Conclusion:V.O.1बिहार सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्यौगिकी विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ईटीवी से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज 38 नए खोलने का बिहार सरकार का प्रस्ताव है। एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज 44 नए खोलने जाने का प्रस्ताव भी है जो जून 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। आईसीटी गाइडलाइन 2019 नियमावली बना रहे हैं, उसके बाद कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। जल्द ही बीपीएससी से जल्दी वार्ता कर कर एक साथ परीक्षा लेकर सारे रिक्तियां भरे जाएंगे तीन-चार महीने के अंदर शिक्षकों की कमी दूर कर ली जाएगी।
1.बाईट:- चैतन्य प्रसाद-प्रधान सचिव, विज्ञान तथा प्रौद्यौगिकी विभाग बिहार सरकार।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.