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भागलपुर में PHED विभाग की पहल, अब स्विट्जरलैंड की कंपनी लोगों को बताएगी पानी का महत्व

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Published : Sep 20, 2019, 12:04 AM IST

Updated : Sep 20, 2019, 12:57 AM IST

कुछ इलाकों में पीने का उचित पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इसके लिए पीएचईडी विभाग ने प्रभावित इलाकों में वाटर प्लांट लगाया है. लेकिन, लोग इस पानी को पीने के बजाय इसका उपयोग कपड़ा धोने और बर्तन आदि साफ करने में करते हैं. इसको लेकर स्विट्जरलैंड की संस्था ईवाग ने लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया.

स्विट्जरलैंड

भागलपुर: देश में पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है. पीने के लिए कहीं साफ पानी नहीं है. जिले में पीएचईडी विभाग की ओर से प्रभावित इलाकों में वाटर प्लांट लगाया गाया ताकि लोगों तक पीने का पानी आसानी से पहुंच सके. लेकिन, कुछ लोग इस पानी का दुरुपयोग करने में लगे हैं. इसे लेकर स्विट्जरलैंड की संस्था ईवाग और भारत की परिधि संस्था लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए पहुंची है.

दरअसल, कुछ इलाकों में पीने का उचित पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इसके लिए पीएचईडी विभाग ने प्रभावित इलाकों में वाटर प्लांट लगाया है. लेकिन, लोग इस पानी को पीने के बजाय इसका उपयोग कपड़ा धोने और बर्तन आदि साफ करने में करते हैं. इसको लेकर स्विट्जरलैंड की संस्था ईवाग के चेयरमैन मिस्टर बेंजामिन और परिधि संस्था के निदेशक उदय कुमार और पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता विकास सिंह ने लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया.

पेश है खास रिपोर्ट

प्रभावित क्षेत्र में लगे प्लांट
इस कार्यशाला में आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल हुए. जिन्होंन पीएचईडी डिपार्टमेंट की ओर से प्रभावित क्षेत्र में लगाए गए प्लांट के सदुपयोग के बारे में लोगों को बताया. साथ ही आर्सेनिक और फ्लोराइड रिमूव के लिए पीएचइडी डिपार्टमेंट की ओर से लगाए गए प्लांट के पानी के महत्व को समझाया.

लोगों में जागरुकता की कमी
इस दौरान ईवाग संस्था के चेयरमैन मिस्टर बेंजामिन ने बताया कि फ्लोराइड और आर्सेनिक को रिमूव करने के लिए पीएचईडी डिपार्टमेंट की ओर से इफेक्टेड एरिया में प्लांट लगाए गए हैं. मगर वहां के लोगों में जागरूकता की कमी है. इस वजह से लोग उसका दुरुपयोग कर रहे हैं.

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स्विट्जरलैंड की संस्था ने दी लोगों को सीख
चेयरमैन मिस्टर बेंजामिन ने बताया कि स्विट्जरलैंड की ईवाग संस्था और भारत की परिधि संस्था मिलकर वहां के लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोग्राम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएचईडी विभाग की ओर से लगाए गए वाटर प्लांट को अपना समझें, उसके पानी का दुरुपयोग न करें. उन्होंने बताया कि हम लोगों का फ्यूचर प्लान है कि प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाए ताकि पीएचईडी डिपार्टमेंट की ओर से लगाए गए प्लांट को सफल बनाया जा सके.

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पानी के सदुपयोग के लिए हो रहा काम
वहीं, पीएचईडी डिपार्टमेंट के कार्यपालक अभियंता विकास कुमार ने बताया कि परिधि और स्विट्जरलैंड की संस्था ने मिलकर वाटर प्लांट के सदुपयोग के लिए प्रोग्राम कर रहा है. इसमें हमलोग मदद कर रहे हैं. यहां के लोग वाटर प्लांट के प्यूरीफाइड पानी को मवेशी धोने, नहाने और कपड़ा धोने में बर्बाद कर रहे हैं. जबकि प्लांट का पानी पीने और खाना बनाने के लिए लगाया गया है.

Intro:भागलपुर के एक निजी होटल में स्विट्जरलैंड की संस्था ईवाग और परिधि ने मिलकर आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यशाला आयोजित किया । कार्यशाला में स्विट्जरलैंड के ईवाग संस्था के चेयरमैन मिस्टर बेंजामिन ,परिधि संस्था के निदेशक उदय कुमार और पीएचइडी डिपार्टमेंट के कार्यपालक अभियंता विकास सिंह शामिल हुए । इस कार्यशाला में आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल हुए । जिन्हें पीएचइडी डिपार्टमेंट द्वारा प्रभावित क्षेत्र में लगाए गए प्लांट के सदुपयोग के बारे में बताया गया । आर्सेनिक और फ्लोराइड रिमूव के लिए पीएचइडी डिपार्टमेंट द्वारा लगाए गए प्लांट के पानी को वहां के लोग कपड़ा धोने , मवेशी धोने और नहाने में उपयोग कर रहे हैं जबकि प्लांट पीने और खाना बनाने के लिए लगाया गया है । प्लांट के पानी प्यूरीफाइड है । इसी को लेकर लोगों में जागरूकता करने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गई ।


Body:ईवाग संस्था के चेयरमैन मिस्टर बेंजामिन ने बताया कि फ्लोराइड और आर्सेनिक को रिमूव करने के लिए पीएचइडी डिपार्टमेंट द्वारा इफेक्टेड एरिया में प्लांट लगाए गए हैं , मगर वहां के लोगों में जागरूकता की कमी की वजह से लोग उनका दुरुपयोग कर रहे हैं । उन्हें अपना नहीं समझ रहे हैं ।जिसको लेकर स्विट्जरलैंड की ईवाग संस्था और भारत की परिधि संस्था मिलकर वहां के लोगों में जागरूकता के लिए प्रोग्राम कर रहे हैं ,उन्हें बता रहे हैं कि पीएचईडी द्वारा लगाए गए प्लांट को अपना समझे ,उनके पानी का दुरुपयोग ना करें । उन्होंने बताया कि हम लोग का फ्यूचर प्लान है कि प्रभावित क्षेत्र में घर-घर जाकर जागरूकता फैलाए भीड़भाड़ वाले में लोगों को बताएं ,उनके बीच मीटिंग करेंगे।.जिसे कि पीएचडी डिपार्टमेंट के द्वारा लगाए गए प्लांट सक्सेसफुल हो ।

पीएचइडी डिपार्टमेंट के कार्यपालक अभियंता विकास कुमार ने बताया कि परिधि और स्विट्जरलैंड की संस्था ने मिलकर फ्लोराइड और आर्सेनिक इफेक्टेड एरिया में पीएचडी डिपार्टमेंट द्वारा लगाए गए प्लांट के सदुपयोग के लिए प्रोग्राम कर रहा है । जिसको लेकर हम लोग मदद कर रहे हैं । लोग प्लांट के प्यूरीफाइड पानी को मवेशी धोने ,नहाने और कपड़ा धोने में कर रहे हैं ,जबकि प्लांट पानी पीने और खाना बनाने के लिए लगाया गया है ।





Conclusion:visual
byte - मिस्टर बेंजामिन ( ईवाग संस्था चेयरमैन स्विट्ज़रलैंड )
byte - विकास कुमार सिंह ( कार्यपालक अभियंता पीएचईडी )
Last Updated : Sep 20, 2019, 12:57 AM IST
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