ETV Bharat / state

वाटर हेलमेट है जरूरी, मॉक ड्रिल कर बताया गया इसका महत्व

author img

By

Published : Dec 2, 2020, 2:19 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 11:02 PM IST

बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी रहती है. वहीं, कई ऐसे गांव हैं, जहां नदी पार करना लोगों की मजबूरी है क्योंकि या तो उनके गांव तक सड़क नहीं बनी है या आने-जाने का और कोई रास्ता नहीं है. ऐसे में बिहार में डूबने से मौतों के कई मामले सामने आते रहते हैं. लिहाजा, जीवन जागृति सोसायटी ने मॉक ड्रिल कर वाटर हेलमेट के महत्व को बताया.

भागलपुर
भागलपुर

भागलपुर: जिले के बरारी पुल घाट के समीप जीवन जागृति सोसायटी की ने डूबते हुए को बचाने के लिए वाटर हेलमेट के साथ मॉक ड्रिल किया. मॉक ड्रिल के जरिए डूबती हुई नाव से जान कैसे बचती है, इस बारे में दिखाया गया. मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य वाटर हेलमेट के महत्व को बताना था. लिहाजा, कुछ बिना हेलमेट पहने कुछ लोगों को जब नदी में उतारा गया तो वो डूबने लगे. वहीं, हेलमेट धारी बचकर बाहर निकल आए.

जीवन जागृति सोसायटी के चेयरमैन डॉ. विजय कुमार सिंह ने वाटर हेलमेट को संजीवनी बताया है. उन्होंने कहा कि वाटर हेलमेट यदि नाव पर सवार सभी लोग पहनकर यात्रा करें तो हमेशा अपनी जान को सुरक्षित कर पाएंगे. अजय कुमार ने कहा कि जिस तरह से सड़क पर चलने के दौरान मोटरसाइकिल सवार को हेलमेट पहनना जरूरी है, उसी तरह नदी पार करते समय नाव या स्ट्रीमर में इसे पहनना जरूरी हो जाता है.

देखें ये रिपोर्ट

मॉक ड्रिल के दौरान नाव पर सवार कुछ लोगों ने वाटर हेलमेट पहना हुआ था और कुछ लोगों ने वाटर हेलमेट नहीं पहना था. नाव चलने के दौरान अनियंत्रित हो गयी और पलटने लगी, जिस वजह से नाव पर सवार लोगों ने पानी में छलांग लगा दी. जिन्होंने वाटर हेलमेट पहना था, वह खुद से तैरकर बाहर निकल गए. लेकिन जिन्होंने वाटर हेलमेट नहीं पहना था, वे डूबने लगे थे. जिन्हें गोताखोरों ने बचाया.

बिना हेलमेट वालों को बचाया गया (मॉक ड्रिल )
बिना हेलमेट वालों को बचाया गया (मॉक ड्रिल )

क्या है वाटर हेलमेट
ये एक लोगों को पानी में डूबने से बचाता है. वाटर हेलमेट एक हवा भरे डिब्बे और रस्सी का बना हुआ होता है.

Last Updated : Dec 15, 2020, 11:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.