बेगूसराय: जिले में राष्ट्रीय पोषण महीने में कुपोषण को जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया गया है. वहीं सदर प्रखंड के हरदिया गांव के केंद्र संख्या-419 पर पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन किया गया. इस केंद्र का उद्घाटन परियोजना पदाधिकारी रचना सिन्हा ने किया.
कुपोषण भारत की सबसे बड़ी समस्या
इस अवसर पर परियोजना पदाधिकारी रचना सिन्हा ने कहा कि कुपोषण भारत के लिए सबसे बड़ी समस्या है. 1 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत जिले में कुपोषण को मिटाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके साथ ही उनके खाने-पीने की आदत में बदलाव लाकर पोष्टिक अनाज का उपयोग करने पर जोर दिया गया है.
टीम के माध्यम से कराया गया सर्वे
इस संबंध में पदाधिकारी ने बताया कि पोषण माह अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में टीम के माध्यम से सर्वे कराया जा रहा है. इससे कुपोषित बच्चों की जानकारी मिल सकें और उस पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके. इस मौके पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रतिमा आचार्य ने बताया कि इस अभियान के तहत पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है, जिसमें गर्भवती और धात्री महिलाओं की काउंसलिंग के माध्यम से खानपान के विषय में जानकारी दी जाएगी.
कई लोग उपस्थित
इस दौरान यह भी बताया गया कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन लेना बेहद जरूरी है, जिससे गर्भ में पल रहे बच्चों का अच्छी तरह से विकास हो सके. इस मौके पर मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम भी चलाया गया. इसके साथ ही साथ पोषण वाटिका के लिए पौधारोपण भी किया गया. वहीं पोषण जागरूकता रथ को भी रवाना किया गया. इस मौके पर महिला प्रवेशिका प्रिया सिंह, उपासना कुमारी, स्मिता कुमारी, चेतना कुमारी, सुनीता कुमारी, रश्मि रानी, कृष्णा कुमारी के अलावा बड़ी संख्या में सेविका सहायिका आशा और अन्य लोग मौजूद रहें.