ETV Bharat / state

Controversial Remarks On Ramcharitmanas : शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद पर हुई पहली सुनवाई

author img

By

Published : Feb 3, 2023, 8:51 AM IST

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद पर पहली सुनवाई
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद पर पहली सुनवाई

रामचरितमानस ग्रंथ पर विवादित बयान के बाद बेगूसराय में शिक्षामंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर पर परिवाद में पहली सुनवाई हुई है. इस मामले में अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इसके साथ ही सुनवाई के दौरान उन्होंने प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर दिए शिक्षामंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयान को दिखाया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद पर पहली सुनवाई

बेगूसराय: रामचरितमानस पर दिए बयान के बाद विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर की कठिनाई कम होते नहीं दिख रहा है. बेगूसराय न्यायालय में उनके खिलाफ दायर वाद की पहली सुनवाई की गई. सुनवाई के दौरान अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने शिक्षा मंत्री के बयान का ऑडियो, वीडियो सहित समाचार पत्र में छपे उनके बयान को कोर्ट के सामने प्रस्तुत किया है.

ये भी पढ़ें: Ramcharitmanas Controversy : शिक्षा मंत्री को सदबुद्धि देने पहुंचे 'भगवान श्रीराम', कहा- 'धर्म की रक्षा करेंगे तभी..'


प्रोफेसर चंद्रशेखर पर परिवाद दायर: शिक्षामंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर विवादित बयान मामले में अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने सीजेएम कोर्ट में मामला दर्ज कराया. वहां से सीजेएम ने इस मामले को एसीजीएम एक किरण चतुर्वेदी के यहां स्थानांतरण कर दिया.

वीडियो और बयान के कॉपी किए प्रस्तुत: उसके बाद पहली सुनवाई में अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने न्यायाधीश किरण चतुर्वेदी के सामने शिक्षा मंत्री के रामचरितमानस वाले बयान के ऑडियो, वीडियो के साथ ही समाचार पत्र में छपे बयान के कुछ कॉपियों को न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया है. उसके बाद अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर का न्यायाधीश के सामने बयान भी दर्ज कर लिया गया है.

क्या था मामला: गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एनओयू के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे. उन्होंने वहां मौजूद को संबोधित करते हुए कहा था कि रामचरित मानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. इससे समाज में दलितों, पिछड़ों के साथ ही महिलाओं को पढ़ाई करने से रोकता है. यह ग्रंथ उनलोगों को उनके हक मिलने से भी रोकता है. मंत्री ने आगे कहा कि पहले मनुस्मृति ने पूरे समाज में नफरत लाने का काम किया. अब रामचरित मानस ने समाज में नफरत पैदा कर रही है. आज के समय में गुरु गोलवलकर का विचार समाज में नफरत फैला रहा हैं.

ये भी पढ़ें - Ramcharitmanas spreads hatred: शिक्षा मंत्री के विवादित बयान के खिलाफ बेगूसराय कोर्ट में परिवाद दायर


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.