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बेगूसराय में आदमखोर कुत्तों का आतंक: मारने पर लगी रोक तो मेनका गांधी का पुतला फूंका

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Published : Jan 8, 2023, 10:17 PM IST

बेगूसराय में लोगों ने मेनका गांधी का पुतला दहन (Effigy of Maneka Gandhi burnt in Begusarai) किया. लोगों ने आदमखोर कुत्तों को मारने पर रोक लगने का विरोध किया. वहीं मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद बेगूसराय में कुत्तों के एनकाउंटर पर रोक लग गया था. पढ़ें पूरी खबर..

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बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद आदमखोर कुत्तों को मारने पर रोक (Ban on killing of dogs in Begusarai ) लग गई है. इस रोक के खिलाफ फ्रेंड्स ऑफ आनंद, बेगूसराय के कार्यकर्ता ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए शहर के वीर कुंवर सिंह चौक पर मेनका गांधी का पुतला फूंका. आदमखोर कुत्तों को मारने पर रोक के खिलाफ युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आदमखोर कुत्तों का एनकाउंटर फिर से शुरू नहीं होने पर सड़क जाम का अल्टीमेटम भी दिया.

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कुत्तों से सस्ती हो गई है आदमी की जिंदगीः मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष प्रदीप क्षत्रिय ने कहा कि मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद आदमखोर कुत्तों के एनकाउंटर पर रोक का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे प्रतीत होता है कि इंसान की जिंदगी कुत्तों की जिंदगी से सस्ती है. आदमखोर कुत्तों के कहर से 9 लोग असमय काल के गाल में समा गए. वहीं 40 लोग जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं. पागल कुत्तों का हमला बदस्तूर जारी है.

कुत्तों के डर से लोगों ने खेत जाना छोड़ाः प्रदीप ने कहा कि पागल कुत्तों के आतंक से बछवारा, मंसूरचक और नावकोठी की जनता त्राहिमाम कर रही है. पागल कुत्तों के आतंक से अभी तक कई महिलाएं असमय काल के गाल में समा गई. नावकोठी प्रखंड में भी पागल कुत्तों ने कई लोगों को घायल कर दिया. पागल कुत्तों के डर से लोगों ने अपने खेतों में जाना भी छोड़ दिया है. छात्र-छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया. पागल कुत्तों के आतंक से बेगूसराय वासियों को बचाने के लिए कोई भी पहल नहीं की जा रही है.मृतकों के लिए किसी मुआवजे की घोषणा भी नहीं की गई है.

"मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद आदमखोर कुत्तों के एनकाउंटर पर रोक का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे प्रतीत होता है कि इंसान की जिंदगी कुत्तों की जिंदगी से सस्ती है. आदमखोर कुत्तों के कहर से 9 लोग असमय काल के गाल में समा गए. वहीं 40 लोग जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं" - प्रदीप क्षत्रिय

मृतकों को 25 लाख मुआवजे की मांगः फ्रेंड्स ऑफ आनंद की महिला जिला अध्यक्ष रिंकू साहू ने कहा कि हमलोग पागल कुत्तों के आतंक से बचाने और मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग करते हैं. आदमखोर कुत्तों का एनकाउंटर फिर से शुरू करने की मांग करते हैं. मांग की पूर्ति नहीं होने पर हमलोगों के आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर होंगे. कार्यक्रम का नेतृत्व फ्रेंड्स ऑफ आनंद के नेता रितेश कुमार ने किया. मौके पर विकास कुमार, रूपम कुमार, मनीष, करण, अमन कुमार, वीरू कुमार, राजा कुमार, कुबेर कुमार, मोहम्मद अफजल दिव्यांशु कुमार, रूपम राज, सुनीता देवी, त्रिलोचना देवी, आरती सिन्हा, माला सिन्हा के साथ अन्य लोग उपस्थित थे.

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