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बांका: भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है सोहराय पर्व, आदिवासी मिलकर मनाते हैं त्योहार

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Published : Jan 27, 2020, 5:20 PM IST

रेलवे मैदान में आदिवासी समुदाय की ओर से लगातार 7वीं बार सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर विधायक स्वीटी सीमा हेमराम, पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम सहित कई स्थानीय नेता मौजूद रहे.

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बांका: सोहराय आदिवासियों के महत्वपूर्ण पर्व में से एक है. पांच दिनों तक चलने वाला यह पर्व भाई-बहन के प्रेम के अटूट रिश्ते को दर्शाता है. इस पर्व के मैके पर जिलेभर के आदिवासी समुदाय एकत्रित होकर सोहराय मिलन समारोह मनाते हैं.

जिले के रेलवे मैदान में आदिवासी समुदाय की ओर से लगातार 7वीं बार सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह का उद्घाटन विधायक स्वीटी सीमा हेमराम, पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम ने दीप जलाकर किया.

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पारंपरिक नृत्य करते कलाकार

'प्रकृति की पूजा करते हैं आदिवासी समुदाय'
पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम ने बताया कि सोहराय लेकान पर्व आदिवासियों का सबसे मुख्य त्यौहार है. इसकी शुरुआत प्रकृति की पूजा से होती है, जिसमें पंच देवताओं की आराधना की जाती है. मुख्य रूप से अग्नि, पवन, जल, क्षितिज और वायु की पूजा होती है. बता दें कि आदिवासी 6 देवता की पूजा करते हैं. वहीं, दूसरे दिन गाय की पूजा होती है. इस पर्व पर बहनों को आमंत्रण किया जाता है. साथ ही घर को भी सजाया जाता है. आदिवासी लोग पारंपरिक नृत्य गान के साथ इस पर्व को मनाते हैं.

पेश है रिपोर्ट

'भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व है सोहराय'
विधायक स्वीटी सीमा हेम्ब्रम ने बताया कि सोहराय मिलन समारोह के बहाने आदिवासी समुदाय एकत्रित होकर पर्व मनाते है. यह पर्व भाई बहन के रिश्ते का अटूट प्रेम को दर्शाने वाला है, जिसको पूरा देश और बिहार के लोग जानते हैं. साथ ही देश में यह संदेश देने के लिए की आदिवासियों की संस्कृति और इनको मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ही सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है.

Intro:विधायक स्वीटी सीमा हेंब्रम ने बताया की भाई बहन के रिश्ते के अटूट प्रेम को दर्शाने वाला पर्व है सोहराय। आदिवासी मूल प्रकृति की पूजा करते हैं और इस पर्व के माध्यम से आदिवासियों की संस्कृति को दर्शाया जाता है।


Body:- बांका के रेलवे मैदान में सोहराय मिलन समारोह का हुआ आयोजन

- कटोरिया विधायक स्वीटी सीमा हेम्ब्रम और पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम हुए शामिल

- भाई बहन के के बीच अटूट रिश्ते का पर्व है सोहराय

- पांच दिनों तक आदिवासी समुदाय मनाते हैं सोहराय पर्व

- आदिवासी समुदाय मूलतः प्रकृति की करते हैं पूजा

- सोहराय मिलन समारोह में आदिवासी महिलाओं ने पेश किया परंपरागत लोक नृत्य

- सोहराय मिलन समारोह पर जिले भर से एकत्रित होते हैं आदिवासी समुदाय के लोग

बांका। सोहराय आदिवासियों के महत्वपूर्ण पर्व में से एक है। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व में भाई बहन के प्रेम के अटूट रिश्ते को दर्शाता है। इस पर्व को बनाने के लिए जिलेभर के आदिवासी समुदाय के लोग एकत्रित होकर सोहराय मिलन समारोह मनाते हैं। बांका के रेलवे मैदान में आदिवासी समुदाय की ओर से लगातार सातवीं बार सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया। सोहराय मिलन समारोह का उद्घाटन विधायक स्वीटी सीमा हेमराम पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम सहित आदिवासी समुदाय के गणमान्य लोगों ने फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया।

पारंपरिक लोक नृत्य किया गया स्वागत
सोहराय मिलन समारोह में शरीक होने आए कटोरिया विधायक स्वीटी सीमा हेंब्रम, पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम सहित अन्य अतिथियों का आदिवासी समुदाय की महिलाओं ने पारंपरिक लोक नृत्य के साथ स्वागत किया। साथ ही अतिथियों को सम्मान स्वरूप पगड़ी प्रदान किया गया।

प्रकृति की पूजा करते हैं आदिवासी समुदाय
पूर्व विधायक सोनेलाल हेंब्रम ने बताया कि सोहराय यानि हाथी लेकान पर्व आदिवासियों का सबसे मुख्य त्यौहार है। इसकी शुरुआत प्रकृति पूजा से होती है। जिसमें पंच देवता का आराधना किया जाता है। मुख्य रूप से अग्नि, पवन, जल, क्षितिज और समीर यानी वायु जो जीवन देते हैं उसकी पूजा की जाती है। सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रकृति की पूजा की जाती है। आदिवासी अपने छह देवता की भी पूजा करते हैं। वहीं दूसरे दिन गो की पूजा की जाती है। इस पर्व पर बहनों को आमंत्रण किया जाता हैऔर वह शरीक होती हैं। घर को सजाया और संवारा जाता है। आदिवासी पारंपरिक नृत्य गान के साथ पर्व को मनाते हैं।




Conclusion:भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व है सोहराय
विधायक स्वीटी सीमा हेम्ब्रम ने बताया कि सोहराय मिलन समारोह के बहाने आदिवासी समुदाय एकत्रित होकर पर्व मनाते हैं। यह पर्व भाई बहन के रिश्ते का अटूट प्रेम को दर्शाने वाला है। जिसको पूरा देश और सूबे के लोग जानते हैं। साथ ही देश में यह संदेश देने के लिए की आदिवासियों की संस्कृति और इनको मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ही सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है।

बाईट- सोनेलाल हेम्ब्रम, पूर्व विधायक
बाईट- स्वीटी सीमा हेंब्रम, विधायक, कटोरिया
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