ETV Bharat / state

बांका के ओढ़नी डैम का CM नीतीश ने लिया जायजा, मोटरबोट से किया भ्रमण

author img

By

Published : Sep 21, 2021, 10:51 PM IST

ओढ़नी डैम का सीएम ने किया निरीक्षण
ओढ़नी डैम का सीएम ने किया निरीक्षण

बांका में अवस्थित ओढ़नी डैम का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जायजा लिया. मोटरबोट से उन्होंने जलाशय का निरीक्षण किया इसके बाद अधिकारियों को खाली पड़े जमीन पर पौधारोपण करने का निर्देश दिया. पढे़ं पूरी खबर...

बांकाः बिहार के बांका में (Banka In Bihar) जिला मुख्यालय से करीब 16 किलोमीटर दूर मनोरम वादियों के बीच ओढ़नी जलाशय (Odhni Reservoir) अवस्थित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मंगलवार को मोटरवोट से जलाशय का भ्रमण किया. इसके बाद जलाशय के दूसरे छोर पर जाकर उन्होंने प्रकृति की वादियों में भी कुछ पल बिताए.

इसे भी पढ़ें- CM नीतीश ने मंदार पर्वत रोप-वे का किया उद्घाटन, 4 मिनट में होगी शिखर की यात्रा

"हम पहली बार यहां आए हैं. हमने इस जलाशय का निरीक्षण किया है. पर्यटन के दृष्टिकोण से यह काफी महत्वपूर्ण स्थल है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां सरकार द्वारा योजनाबद्ध ढंग से काम किया जा रहा है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

देखें वीडियो

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न सिर्फ जलाशय का निरीक्षण किया बल्कि पुरातात्विक स्थल भदरिया का भी एरियल सर्वे किया. उन्होंने कहा कि इस जगह की खुदाई होने पर दो से ढाई हजार वर्ष पहले के इतिहास की भी जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि खेती के लिए भी इस जलाशय का उपयोग किया जाता है.

सीएम ने आगे कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने की यहां काफी गुंजाइश है. पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से भी यह स्थल महत्वपूर्ण है. यहां हरियाली और जल का संरक्षण हो रहा है. इस जलाशय की साफ-सफाई की भी व्यवस्था की गई है. नई पीढ़ी के लोगों के साथ ही आने वाले पर्यटकों को यहां आकर काफी कुछ जानने और समझने को मिलेगा.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, जल संसाधन मंत्री संजय झा के अलावे कई विभागों के मंत्री और अधिकारी मौजूद थे. आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने इससे पहले मंदार पर्वत रोप-वे का भी उद्घाटन किया. वहां उन्होंने कहा कि इस रोप-वे के बन जाने से पर्वत शिखर पर अल्प समय में पहुंचा जा सकता है.

इसे भी पढ़ें- इस मंदार पर्वत से हुआ था समुद्र मंथन, निकला था हलाहल विष और 14 रत्न, जानें पूरी कहानी

बता दें कि ओढ़नी जलाशय का निर्माण वर्ष 2001 में किया गया था. इस जलाशय की प्राकृतिक रुपरेखा को ध्यान में रखते हुए बिना किसी छेड़छाड़ किए पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां डैम साइड कैम्पिंग, मेडिटेशन कैम्प, मड हाऊस स्टे, जंगल सफारी, नेचर सफारी, माउंटेन कैम्पिंग, डैम साईड साइक्लिंग, बर्मा ब्रीज, जिप लाइन और डैम विशेष में विदेशी पक्षियों को निहारना काफी मनोरंजक है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.