ETV Bharat / state

भदरिया पुरातात्विक स्थल में खुदाई की मिली स्वीकृति, दो सदस्यीय टीम ने किया स्थल का निरीक्षण

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 16, 2023, 7:52 PM IST

Bhadaria Archaeological Site : बांका में भदरिया पुरातात्विक स्थल का दो सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भदरिया में खुदाई की स्वीकृति दे दी है. इसी को लेकर निरीक्षण के लिए टीम पहुंची हुई थी. बताया गया कि एक सप्ताह के अंदर खुदाई कार्य शुरू कर दिया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर..

भदरिया पुरातात्विक स्थल
भदरिया पुरातात्विक स्थल

बांका: बिहार के बांका के अमरपुर में भदरिया पुरातात्विक स्थल का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने खुदाई की स्वीकृति दे दी है. इसके बाद बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के बिहार विरासत विकास समिति के दो सदस्यीय टीम ने भदरिया पुरातत्विक स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया. निरीक्षण टीम में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के समन्वयक सह भदरिया पुरातात्विक स्थल खुदाई कार्य के डायरेक्टर डॉ. अरुण कुमार और डॉ. ओयशी राय थे.

2020 में मिले थे पुरातात्विक अवशेष : जांच टीम के सदस्यों ने नदी में पुरातात्विक अवशेष स्थल सहित नदी के अन्य हिस्सों का भी निरीक्षण किया. साथ ही मौके पर मौजूद लोगों से मजदूर की उपलब्धता और अन्य संसाधनों के बारें में विस्तृत जानकारी ली. मालूम हो कि वर्ष 2020 में छठ पूजा के दौरान नदी में छठ घाट बनाने के दौरान नदी की धारा में तीन से चार फीट की मोटी दीवार और अन्य पुरातात्विक अवशेष भी मिले थे. इस पर कई इतिहासकारों एवं बिहार कला और संस्कृति विभाग की टीम ने स्थल का निरीक्षण कर नदी के गर्भ में पौराणिक अवशेष होने के संकेत दिये थे.

भदरिया पुरातात्विक स्थल का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण
भदरिया पुरातात्विक स्थल का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण

CM ने भी किया था पुरातात्विक स्थल का निरीक्षण : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भदरिया पुरातात्विक स्थल का निरीक्षण किया था और पुरातात्विक स्थल को संरक्षित करने के लिए नदी में रिंग बांध का निर्माण कराने का आदेश दिया था. नदी में रिंग बांध भी बनकर तैयार है. पांच दिन पूर्व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से खुदाई की स्वीकृति देने पर भदरिया के आसपास के गांवों में पौराणिक धरोहर के जीवंत होने की आस जग गई है.

कुषाण काल के अवशेष होने के मिले थे संकेत :अबतक पुरातत्व के जानकार और इतिहासकारों की जांच में कुषाण काल का के अवशेष होने का संकेत मिला है, जो खुदाई के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा. बौद्ध ग्रंथों और कई इतिहासकारों ने अपनी पुस्तक में भदरिया के पौराणिकता एवं भगवान बुद्ध के भदरिया आगमन और ठहरने का उल्लेख किया है, जो आसपास के खेतों में मृदभांड और मिट्टी व पत्थर के बने पुरातात्विक अवशेष भी मिलते रहे हैं, लेकिन अबतक स्पष्टता प्रकट नहीं हो पाई थी.

एक सप्ताह में शुरू हो जाएगी खुदाई : नदी की धारा में मिले पुरातात्विक अवशेष ने भगवान बुद्ध के भदरिया आगमन और भदरिया के पौराणिकता को लेकर बौद्ध ग्रंथ और इतिहासकारों की पुस्तकों पर मुहर जरूर लगा दी है. भदरिया पुरातात्विक स्थल खुदाई के डायरेक्टर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के डॉ अरूण कुमार ने बताया कि स्थल का निरीक्षण किया गया. भदरिया पुरातात्विक स्थल की खुदाई का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने स्वीकृति दे दी है. एक सप्ताह के अंदर खुदाई कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा. खुदाई के बाद ही अवशेष की पौराणिकता स्पष्ट हो पायेगी.

ये भी पढ़ें : चांदन नदी में मिले प्राचीन अवशेष, प्रशासन ने सुरक्षा के लिए तैनात किए पुलिसकर्मी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.