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पटना: इलाज के बाद निजी अस्पताल में महिला की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

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Published : Sep 28, 2019, 11:34 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 11:52 AM IST

अस्पताल में महिला की मौत

परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उनका यह भी कहना है कि उन्हें सादे कागज पर लिखकर दवाइयां दी जाती थीं. वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने सभी आरोपों का खंडन किया है.

पटना: राजधानी के पीरबहोर थाना इलाके में एक अस्पताल में भर्ती महिला की मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. वहीं, वहीं, पुलिस परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी है.

इलाज में लापरवाही का आरोप
घटना राजधानी के पीरबहोर थाना क्षेत्र के सब्जी बाग इलाके की है. जहां एक निजी अस्पताल में भर्ती पुतली देवी की मौत हो गई. वहीं, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक के भतीजे आदित्य ने बताया चाची 3 फीट ऊपर से निचे गिर गई थी. इसी का इलाज कराने वह पूर्णिया से पटना के पीएमसीएच 21 सितंबर को पहुंचे थे. उसने कहा कि बेहतर इलाज के लिए मरीज को यहां लेकर पहुंचे थे. लेकिन पीएमसीएच में मौजूद दलालों के चक्कर में फंसकर मरीज की जान चली गई.

अस्पताल में महिला की मौत, इलाज में लापरवाही का आरोप

अस्पताल प्रबंधन पर मारपीट का आरोप
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जब उन्होंने मरीज की मौत के बाद इसका विरोध जताया. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के जरिए मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई. परिजनों का आरोप है कि इलाज के दौरान सादे कागज पर लिखकर दवाइयां दी जाती थीं. उन्होंने बताया कि पक्की रसीद मांगने पर भी अस्पताल प्रबंधन सादे कागज पर लिखकर दवा का हिसाब देता था. वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है. वहीं, परिजनों की तहरीर पर पुलिस अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है.

Patna
जानकारी देते परिजन

तय होता है कमीशन
गौरतलब है कि निजी अस्पतालों में मरीज को भर्ती कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन और दलालों के बीच 50% कमीशन तय होता है. इन दलालों को पीआरओ भी कहा जाता है. जो मरीजों के परिजनों को कम दाम में इलाज का हवाला देकर अस्पतालों में भर्ती करवा देते हैं. उसके बाद अस्पताल के जरिए मंहगे बिल बनाने का खेल शुरू किया जाता है. जिसके बाद पीआरओ अपना कमीशन लेकर मरीज से किनारा कर लेते हैं.

Intro:राजधानी पटना में एक बार फिर अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों के द्वारा गलत तरीके से इलाज करने के दौरान एक महिला की मौत का आरोप लगा है दरअसल यह पूरा मामला पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र का है...

मृतक महिला के परिजनों का कहना है कि वह बेहतर इलाज के आस में पटना पहुंचे थे और पटना के पीएमसीएच में मौजूद दलालों के फेर में फंस कर आज उनकी पत्नी की जान चली गई


Body:इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए मृतका के भतीजे आदित्य ने बताया उनकी चाची 3 फिट ऊपर से निचे गिर गई थी और इसी का इलाज करने वह पूर्णिया से चलकर पटना के पीएमसीएच 21 सितंबर को पहुंचे थे और पटना के पीएमसीएच में मौजूद दलाल के फेर में फंस कर उन्होंने अपनी चाची सब्जी बाग इलाके के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया और अस्पताल में मौजूद डॉक्टर की लापरवाही के कारण पीड़िता की जान चली गई ...

मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाया कि जब इस बात का विरोध हम लोगों ने किया तो अस्पताल प्रबंधन ने उन लोगों के साथ मारपीट भी की और जान से मारने की धमकी भी दी वही पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया इलाज के दौरान उनके मरीज को जो दवाइयां दी गई उसका रसीद भी सादे कागज पर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा दिया गया ओरिजिनल रसीद की मांग करने पर भी अस्पताल प्रबंधन सादे कागज पर लिखकर दवा का हिसाब देता था ...


Conclusion:वहीं अस्पताल प्रबंधन ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए बताया है कि पिछले 21 सितंबर को पूर्णिया से इलाज करवाने के एक मरीज उनके अस्पताल में पहुंचा था जिसके गले की नली का ऑपरेशन किया गया था और उसके बात मरीज के परिजनों ने के द्वारा मरीज को अत्याधिक पानी पिला दिया गया जिस कारण उनके श्वास नली में पानी चले जाने के कारण उनकी मौत हो गई डॉक्टर ने साफ तौर से बताया कि मरीजों के साथ मौजूद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया था और वहां मौजूद मृतका के परिजनों के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई वही डॉक्टर ने पीड़ित पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित पक्ष में मौजूद एक महिला ने हिंदू महासभा संगठन का नाम लेते हुए उन्हें ब्लैकमेल किया और इस पूरे मामले को रफा-दफा करने के लिए पाँच लाख रु की डिमांड की....
आरोपित डॉक्टर ने अस्पताल परिसर में मौजूद सीसीटीवी कैमरे के विजुअल दिखाकर यह बताया कि पीड़ित पक्ष के साथ किसी प्रकार का कोई दुर्व्यवहार और मारपीट नहीं किया गया था

हालांकि पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है....
Last Updated :Sep 28, 2019, 11:52 AM IST
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