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धन कुबेर निकला पूर्वी चंपारण का आबकारी अधीक्षक, निगरानी की छापेमारी में मिली करोड़ों की संपत्ति

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Published : Dec 8, 2021, 8:32 PM IST

Updated : Dec 8, 2021, 9:40 PM IST

पूर्वी चंपारण का भ्रष्ट आबकारी अधीक्षक
पूर्वी चंपारण का भ्रष्ट आबकारी अधीक्षक

बिहार की विशेष निगरानी विभाग इकाई ने पूर्वी चंपारण का भ्रष्ट आबकारी अधीक्षक के आवास पर छापेमारी (Raid on residence of Excise Superintendent) कर अकूत संपत्ति का खुलासा किया है. आरोपी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था. पढ़ें रिपोर्ट..

पटना: बिहार के पूर्वी चंपारण का भ्रष्ट आबकारी अधीक्षक अविनाश प्रकाश (Excise Superintendent Avinash Prakash) के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था. आबकारी अधीक्षक के आवास पर छापेमारी के दौरान दो जेसीबी मशीन, एक इनोवा गाड़ी और करोड़ों की चल-अचल संपत्ति होने के प्रमाण मिले हैं.

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दरअसल, विशेष निगरानी इकाई को आबकारी अधीक्षक के भ्रष्ट आचरण के संबंध में लगातार सूचना मिल रही थी, जिसके बाद पटना सहित खगड़िया में सर्च अभियान चलाया गया. अविनाश प्रकाश जो बिहार लोक सेवक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग कर अज्ञात आय के स्रोत से काफी अधिक धनअर्जन कर पटना और अन्य स्थलों पर चल संपत्ति बनाए हुए है.

विशेष निगरानी विभाग इकाई (Vigilance Department Bihar) के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने परिजनों, मित्रों और अन्य के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग कर काले धन को सफेद बनाने का भी प्रयास किया है. पटना में करीब 1 बीघा जमीन में संपूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित एक विशालकाय फार्म हाउस मिला है. इनमें खूबसूरत बागान, 10 गाय का खटाल और कई नौकर चाकर इनकी सेवा में लगे हुए हैं. इनके पास दो जेसीबी मशीन, एक इनोवा गाड़ी और करोड़ों की चल और अचल संपत्ति होने का प्रमाण मिला है.

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भ्रष्ट आबकारी अधीक्षक और उनके परिजनों के नाम पर कई लाख रुपए का निवेश बैंक और एलआईसी में मिला है. खगड़िया में एक आलीशान मकान और एक जेसीबी बरामद हुआ है. इसके अलावा पटना में एक फ्लैट खरीदने का भी सहमति पत्र मिला है. साथ ही एक पैसा गिनने की मशीन भी बरामद हुई है.

निगरानी विभाग की विशेष इकाई द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार दो पासपोर्ट, एचडीएफसी बैंक में पांच पासबुक, इलाहाबाद बैंक में एक पासबुक, एसबीआई में 5 पासबुक, यूनियन बैंक में तीन पासबुक, केनरा बैंक में एक पासबुक, एचडीएफसी और एलआईसी में तीन इंश्योरेंस, टाटा एआईजी में एक इंश्योरेंस, एलआईसी में दो इंश्योरेंस, एक टैक्सी का रजिस्ट्रेशन पेपर, पत्नी के नाम पर तीन फ्लैट, कुल 41 डिसमिल में 8,50,000 कीमत के पिता के नाम पर 20 प्लॉट, रकबा 800 डिसमिल जिसकी कीमत 48 लाख है, जो 2016-17 में खरीदी गई है.

दरअसल, उन पर आरोप है कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने नाजायज ढंग से कुछ संपत्ति अर्जित की है जो कि उनके द्वारा प्राप्त वेतन और आय ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत अधिक है. इनपर आरोप है कि आय से अधिक की कुल 94,05,000 की संपत्ति गैरकानूनी और नाजायज ढंग से अर्जित की है. उनपर आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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Last Updated :Dec 8, 2021, 9:40 PM IST
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