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बिहार में बिजली संकट: 5 बिजली घरों से आपूर्ति बाधित, गांवों में 6 घंटे तो शहरों में 2-2 घंटे की कटौती

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Published : Apr 26, 2022, 11:55 AM IST

बिहार में बिजली संकट
बिहार में बिजली संकट

बिहार में पांच बिजली घरों से आपूर्ति बाधित होने के कारण बिहार में बिजली संकट (Electricity crisis in Bihar) की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पूरे सूबे में बिजली की कटौती शुरू हो गयी है. गांवों में 3 से 6 और शहरों में 2 घंटे से अधिक की कटौती की जा रही है.

पटना: एक ओर जहां बिहार में तापमान का पारा लगातार चढ़ रहा है, वहीं बिजली की आंख मिचौली भी शुरू हो गयी है. रिकार्ड तोड़ गर्मी के बीच देर शाम दो और बिजली घरों में उत्पादन ठप (Supply disrupted from five power houses in Bihar) होने से सेन्ट्रल सेक्टर से बिजली की आपूर्ति में कटौती से बिहार में बिजली संकट गहरा गया है. हालत यह हो गयी है कि पूरे प्रदेश में बिजली आपूर्ति में कटौती की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 6 घंटे तक तो शहरी इलाकों में भी 2-2 घंटे से अधिक बिजली की कटौती की जा रही है.

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जरुरतों के मुताबिक बिजली उपलब्ध नहीं: सबसे बड़ी परेशानी की बात यह है कि जरुरतों को पूरा करने के लिए बाजार में भी बिजली उपलब्ध नहीं है. इसके चलते बिहार सरकार मांग के अनुसार महंगी बिजली भी नहीं खरीद पा रही है. सूबे की जरूरत 6000 मेगावाट की है जबकि उपलब्धता 4600 से 4800 मेगावाट के बीच है. ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव (Energy Minister Bijendra Yadav) का कहना है कि तकनीकी कारणों से दिक्कत हुई है. जरुरत पड़ने पर अन्य स्रोत से बिजली लेकर आपूर्ति की जायेगी. किसी भी सूरत में बिहार में विजली संकट नहीं होने देंगे.

आपूर्ति ठप होने से गहराया संकट: दरलीपाली, बरौनी और फरक्का से बिहार को बिजली नहीं: विभिन्न कारणों से दरलीपाली, बरौनी और फरक्का से बिहार को बिजली की आपूर्ति बंद थी. देर शाम नवीनगर और बरौनी बिजलीघर की एक-एक यूनिट में तकनीकी कारणों से उत्पादन ठप हो गया. इससे संकट और गहरा गया है. एनटीपीसी से बिहार को 5200 मेगावाट का शेड्यूल है.

मंत्री ने किया था दावा: पिछले हफ्ते ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा था कि बिहार के लोगों को 24 घंटे बिजली देने की तैयारी हो रही है. कैबिनेट से 13000 करोड़ से अधिक की राशि की मंजूरी मिली है. उससे नए आधुनिक मशीन लगाए जाएंगे. साथ ही बिजली उपकरणों का अपग्रेडेशन किया जाएगा. जिससे लोगों को बेहतर व्यवस्था मिलेगी.

उन्होंने कहा था कि अभी 20 से 22 घंटे ही बिहार के लोगों को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है. आधुनिक मशीन और अपग्रेडेशन के बाद लोगों को 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी और बिजली संकट की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी. 3,00000 घरों में स्मार्ट मीटर अब तक लगाया जा चुका है. 2 सालों में पूरे बिहार में स्मार्ट मीटर लगा दिया जाएगा. स्मार्ट मीटर पूरी तरह से जांच पड़ताल के बाद ही लगाए गए हैं. किसी तरह की कोई समस्या नहीं है और यदि कहीं कुछ समस्याएं हैं तो उसके लिए भी सिस्टम डेवलप है, लोग अपनी शिकायत कर सकते हैं.

बिहार पर कोयला संकट का असर नहीं: ऊर्जा मंत्री ने ये भी कहा था कि बिहार पर कोयला संकट का असर (Impact of coal crisis on Bihar) नहीं पड़ेगा. इसका अधिक प्रभाव साउथ इंडिया के राज्यों पर हो रहा है. बाजार में भी पर्याप्त बिजली है हम लोगों के पास भी सर प्लस बिजली है. इसलिए कहीं कोई समस्या नहीं होने वाली है. हम पूरी तरह से तैयारी में जुटे हैं कि बिहार में बिजली की स्थिति ठीक हो, बहुत जल्द इसकी परिणाम नजर आएगा.

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