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मांझी की 'प्रेशर' पॉलटिक्स: विधान परिषद की खाली होने वाली 7 सीटों में एक सीट पर HAM की नजर

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Published : May 19, 2022, 9:33 PM IST

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former Chief Minister Jitan Ram Manjhi) हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. राज्यसभा चुनाव को लेकर मांझी ने एक सीट पर दावेदारी की थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने साफ कहा मांग करने में क्या जाता है. जीतन राम मांझी पहले भी विधान परिषद के 24 सीटों पर हुए चुनाव में उम्मीदवार उतारना चाहते थे लेकिन एक भी सीट नहीं मिली थी अब मांझी की नजर विधान परिषद के खाली हो रहे 7 सीटों पर है. राज्यसभा के बहाने इन सीटों में से मांझी एक सीट चाहते हैं और इसीलिए दबाव बनाने की कोशिश हो रही है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट....

पटना: बिहार में राज्यसभा की 5 सीटों का चुनाव (Election of Five Seats of Rajya Sabha in Bihar) अगले महीने होना है. चुनाव आयोग ने 10 जून को मतदान की तिथि तय की है. जुलाई में ही विधान परिषद के 7 सीट भी खाली हो रही है. खाली हो रही 7 सीटों में से 5 सीट जदयू के हैं लेकिन विधानसभा में संख्या बल के कारण अब एनडीए को 4 सीट और आरजेडी के साथ महागठबंधन को 3 सीट मिलना तय है. ऐसे में जदयू को तो नुकसान होगा ही साथ ही जीतन राम मांझी की भी इन सीटों पर नजर है. मांझी पहले भी लगातार बयान बाजी करते रहे हैं. राज्य सभा के चुनाव को लेकर भी जीतन राम मांझी ने बयान दिया कि एक सीट मिलना चाहिए एक सीट नहीं मिलता देख मांझी ने बगावती बयान भी दिए थे लेकिन असल में जीतन राम मांझी की नजर सात विधान परिषद के सीटों पर लगी है और इसलिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

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'जीतन राम मांझी लोकल बॉडी के विधान परिषद चुनाव में भी सीट मांगा था लेकिन नहीं मिला तो उसका भी कसक कहीं ना कहीं है और अब राज्यसभा का भी सीट नहीं मिला है. पहले मुकेश सहनी अलग हुए और अब मांझी का तेवर भी तल्ख है तो एनडीए के लिए यह परेशानी की बात है कि सहयोगियों को साथ नहीं रख पा रही है लेकिन मांझी फिलहाल सरकार तो नहीं गिरा सकते हैं. 2024 और 2025 में नीतीश कुमार और बीजेपी की मुश्किलें जरूर बढ़ा सकते हैं.' - रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ

मांझी की 'प्रेशर' पॉलटिक्स: मांझी को लेकर जदयू और बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. जदयू के सांसद चंदेश्वर सिंह चंद्रवंशी का कहना है कि मांझी देश के बड़े नेता हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं. दबाव बनाने की बात नहीं है हर की इच्छा होती है और अपनी बात रख रहे हैं. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि मांझी एनडीए के बड़े नेता हैं. उनके बारे में मेरा बोलना सही नहीं होगा ये तो वहीं, बेहतर बता सकते हैं या फिर जो उनके समकक्ष नेता हैं वही कुछ बोलेंगे.

विधान परिषद की 1 सीट पर मांझी की नजर: जीतन राम मांझी लालू प्रसाद यादव से भी संपर्क में रहते हैं और पहले भी महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ चुके हैं. एनडीए के साथ रहते हुए भी कई बयानों से नीतीश कुमार और बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाते रहे हैं. फिलहाल मांझी के पुत्र संतोष सुमन बिहार सरकार में मंत्री भी है और मांझी की पार्टी के 4 विधायक हैं लेकिन विधानसभा में सदस्यों की संख्या के हिसाब से एनडीए के पास 123 विधायकों का समर्थन है इसलिए सरकार पर तो फिलहाल कोई खतरा नहीं है लेकिन मांझी दबाव बनाकर विधान परिषद की 1 सीट पाना चाहते हैं ऐसे में आने वाले समय में एनडीए की मुश्किलें जरूर बढ़ाने वाले है.

मांझी की मांग पर मुस्कुराए सीएम: गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2022) को लेकर अब हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने एनडीए में बगावत का रुख अख्तियार कर लिया है. उन्होंने अपने गठबंधन सहयोगियों बीजेपी और जेडीयू पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक सीट ( Jitan Ram Manjhi demand for Rajya Sabha seat) की मांग कर डाली है. इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar On Jitan Ram Manjhi ) ने जवाब देते हुए कहा कि मांग करने में क्या दिक्कत है.

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