वृषभ संक्रांति : सूर्यदेव आज कर रहे राशि परिवर्तन, जानिए जातकों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
Updated on: May 15, 2022, 8:08 AM IST

वृषभ संक्रांति : सूर्यदेव आज कर रहे राशि परिवर्तन, जानिए जातकों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
Updated on: May 15, 2022, 8:08 AM IST
रविवार को वृषभ संक्रांति है, क्योंकि सूर्यदेव वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं. सूर्यदेव के स्थान बदलने का प्रभाव सभी राशियों के जातक पर पड़ता है. आप भी जानें आपकी राशि में क्या योग बन रहे हैं.
नई दिल्ली : ग्रहों के राजा सूर्यदेव हर महीने अपना स्थान बदलकर एक राशि से दूसरे राशि में भ्रमण करते हैं. जिस तिथि को वह राशि परिवर्तन करते हैं , उस दिन संक्रांति होती है. सूर्यदेव जिस राशि में प्रवेश करते हैं, उस संक्रांति को उसका नाम दिया जाता है. आज यानी 15 मई रविवार को सूर्य वृषभ राशि में गोचर होने वाले हैं, इसलिए रविवार को वृष संक्रांति या वृषभ संक्रांति कहा जाता है. सूर्य का जब राशि परिवर्तन होता है तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है.
यदि कोई संक्रांति का व्रत रखते हैं, उन्हें नियमों का पालन करना चाहिए. संक्रांति के दिन गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान पुण्यदायक माना गया है. माना जाता है कि ऐसा करने पर व्यक्ति को ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है. अगर किसी नदी या पवित्र सरोवर मे स्नान का मौका नहीं मिलता है तो सुबह घर में ही नित्यक्रिया से निवृत होने के बाद परमात्मा को यादकर स्नान करना चाहिए. स्नान के जल में तिल अवश्य डालें. इस दिन दान-धर्म की बहुत मान्यता है इसीलिए स्नान के बाद ब्राह्मण को अनाज, फल आदि दान करना चाहिए.
मेष - सूर्य आज से वृष राशि में प्रवेश करेंगे. यह समय आपके लिए धन और वैभव में वृद्धि करने वाला होगा. हालांकि इस दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा. किसी के साथ मतभेद ना बढ़ने दें.
उपाय- भगवान सूर्य को रोजाना अर्घ्य दें.
वृषभ- आज से एक महीने तक आप जीवन की कई समस्याओं को आसानी से हल करने में सक्षम रहेंगे. अहंकार आपमें बढ़ सकता है, जीवनसाथी के साथ बातचीत में ध्यान रखें. बिजनेस पार्टनर के साथ बोलचाल में सावधानी बरतनी होगी.
उपाय- गायत्री मंत्र की एक माला का पाठ करें.
मिथुन- सूर्य के वृषभ में प्रवेश से मिथुन राशि के लिए विदेश से जुड़े काम आसानी से बनते चले जाएंगे. आपको काम के लिए कोई नया अवसर भी मिल सकता है. रिश्तों को सुधारने का अवसर मिलेगा.
उपाय- सूर्याष्टक का पाठ करें.
कर्क- वृषभ संक्रांति से एक महीने तक आपको काफी सामाजिक सम्मान प्राप्त होगा. नए लोगों के साथ आप संपर्क में आएंगे. इस दौरान आय के साधन बढ़ाने की भी कोशिश करेंगे. सरकारी काम से आपको लाभ हो सकता है.
उपाय- गुड़ का दान करें और प्याऊ की व्यवस्था करें.
सिंह- सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का वृषभ राशि में मध्यम फलदायक रहेगा. इस समय आपको अपने व्यवसाय पर ज्यादा ध्यान देना होगा. पारिवारिक वातावरण खुशहाल रहेगा. इस दौरान पिता से आपको विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा.
उपाय- भगवान सूर्य की पूजा जरूर करें.
कन्या- कन्या राशि के जातकों के वृषभ संक्रांति से एक महीने तक का समय थोड़ा चिंता का समय रहेगा. इस दौरान आप अपने पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, हालांकि भाई-बहनों से आपके संबंध मधुर बनेंगे.
उपाय-आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
तुला- तुला राशि के लिए सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश के कारण आपको बेहद ध्यान रखना पड़ेगा. किसी संक्रामक रोग के होने की आशंका बनी रहेगी. ससुराल पक्ष की चिंता भी हो सकती है.
उपाय- भगवान सूर्य को कुमकुम डालकर अर्घ्य दें.
वृश्चिक- सूर्य का वृषभ राशि में आना वृश्चिक राशि के लिए कुछ चिंताजनक रहेगा. आपके जीवनसाथी और बिजनेस पार्टनर के साथ मतभेद होने की संभावना है. आपको अपने अहंकार को काबू में रखना होगा.
उपाय- गायत्री चालीसा का पाठ करें.
धनु- धनु राशि के लिए सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश से शत्रुओं का नाश होगा. इस दौरान किसी गंभीर बीमारी से आपको कुछ राहत मिलेगी. विरोधी खुद ही नष्ट हो जाएंगे. आप लोन लेने के लिए आवदेन कर सकते हैं.
उपाय- भगवान सूर्य के 12 नामों का उच्चारण करें.
मकर- सूर्य का वृषभ राशि में प्रवेश आपके लिए अच्छा रहेगा, फिर भी प्रेम जीवन में अहंकार के आने से आपको नुकसान हो सकता है. विद्यार्थियों के लिए गोचर कुछ अच्छा रहेगा. किसी नए कोर्स में एडमिशन लेने की योजना बनाएंगे.
उपाय- पिता का आशीर्वाद लेकर काम शुरू करें.
कुंभ- वृषभ संक्रांति से एक महीने तक आपके लिए घरेलू मामलों के निपटारे के लिए मुश्किल वाला समय रहेगा. इस दौरान आपको माता के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है. बिजनेस में आप नया प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना की बनाएंगे.
उपाय- भगवान सूर्य को लाल चंदन डालकर अर्घ्य दें.
मीन- सूर्य का वृषभ राशि में प्रवेश आपकी आपके पराक्रम को बढ़ाएगा. भाई-बहनों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे. आप किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं या फिर किसी धार्मिक गतिविधि का हिस्सा बनेंगे.
उपाय- रोजाना सूर्योदय के दौरान रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करें.
डिस्क्लेमर : यह आलेख मान्यताओं पर आधारित है. ईटीवी भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है.
