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Tamil Nadu Violence : 'फेक है वायरल वीडियो', बिहार के प्रवासी मजदूरों की हत्या पर बोले तमिलनाडु DGP

बिहार के प्रवासी मजदूरों के साथ मारपीट मामले में तमिलनाडु के डीजीपी का बयान आया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार पुलिस को टैग करते हुए कहा कि वायरल हो रहे वीडियो सही नहीं है. वो तथ्यों से परे और भ्रामक है. बता दें कि इस मामले पर बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ है.

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Published : Mar 2, 2023, 4:20 PM IST

Updated : Mar 2, 2023, 11:11 PM IST

देखें रिपोर्ट.

पटना : बिहार के मजदूरों की तमिलनाडु में पिटाई और मर्डर के वायरल वीडियो पर तमिलनाडु के डीजीपी ने सफाई दी है. उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो को फेक बताया है. तमिलनाडु के डीजीपी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि वायरल वीडियो सत्य नहीं हैं. जो वीडियो वायरल हो रहे हैं वो तमिलनाडु में लोकल ग्रुप के बीच झड़प से जुड़ा हुआ है. जबकि दूसरे इंसिडेंट में मर्डर की बात जो सामने आई है उसमें बिहार के दो ग्रुप आपस में ही लड़ रहा है. इसे प्रवासी मजदूरों पर हमले से जोड़कर देखना और आरोप लगाना सही नहीं है.

ये भी पढ़ें- Tamil Nadu Violence: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्या पर एक्शन में नीतीश, मुख्य सचिव और DGP को दिए निर्देश

''बिहार के प्रवासी मजदूरों पर तमिलनाडु में हमले में दो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. ये दोनों वीडियो गलत है. दोनों वायरल वीडियो त्रिरुप्पुर और कोयंबटूर के हैं. दोनों वीडियो तमिलियन और बिहार के प्रवासी मजदूरों के बीच झड़प के नहीं हैं. एक वीडियो में दो बिहारी प्रवासी मजदूरों के ग्रुप का है जो आपस में लड़ रहे हैं. जबकि दूसरे वीडियो में कोयंबटूर के लोकल आपस में लड़ रहे हैं. उसमें सभी लोग तमिलनाडु के ही रहने वाले हैं. यही वीडियो की सच्चाई है. तमिलनाडु के लोग शांति पसंद हैं. यहां का लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन है. यहां सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं.''- सी शैलेंद्र बाबू, डीजीपी, तमिलनाडु

सीएम नीतीश ने भी दिया है जांच का आदेश: बता दें कि सीएम नीतीश ने बिहार के प्रवासी मजदूरों पर बढ़ते हमले को देखते हुए समाचार पत्रों का हवाला देकर मुख्य सचिव और डीजीपी को ये आदेश दिया था कि तमिलनाडु की सरकार से वस्तु-स्थिति की जानकारी लें. सीएम नीतीश के एक्शन में आते ही तमिलनाडु के डीजीपी ने एक अपना वीडियो बिहार पुलिस और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए ट्वीट किया. वीडियो में तमिलनाडु के डीजीपी कह रहे हैं कि वायरल वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है. सभी वीडियो फेक है.

जमुई वायरल वीडियो की ये है सच्चाई: बता दें कि बिहार के जमुई के रहने वाले दो भाई मजदूरी के लिए तमिलनाडु के त्रिरुप्पुर गए हुए थे जहां दोनों पर जानलेवा हमला हुआ था. उसका वीडियो बिहार में सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. तमिलनाडु के डीजीपी सी शैलेन्द्र बाबू के मुताबिक ये झड़प दो बिहारी गुट के बीच हुई है. इसमें कोई तमिलियन शामिल नहीं है. इस मामले में जो भी तथ्य यह कहकर वायरल किया जा रहा है कि ये लड़ाई तमिलियन और बिहारी प्रवासी मजदूरों के बीच हुआ है तो वो गलत और भ्रामक है.

बिहारी प्रवासी मजदूरों की हत्या पर सदन में संग्राम: बता दें कि प्रवासी बिहारी मजदूरों पर तमिलनाडु में हत्या और अटैक का विवाद गर्मा गया है. बिहार विधानसभा में विपक्ष ने सदन के अंदर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल पूछा. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की. वहीं तमिलनाडु सीएम स्टालिन के जन्मदिन में शामिल होने पहुंचे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी ने कहा है कि वो मजदूरों की छाती रौंदकर स्टालिन का केक खाने गए हैं. उन्हें बिहार के सम्मान से कोई लेना-देना नहीं.

देखें रिपोर्ट.

पटना : बिहार के मजदूरों की तमिलनाडु में पिटाई और मर्डर के वायरल वीडियो पर तमिलनाडु के डीजीपी ने सफाई दी है. उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो को फेक बताया है. तमिलनाडु के डीजीपी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि वायरल वीडियो सत्य नहीं हैं. जो वीडियो वायरल हो रहे हैं वो तमिलनाडु में लोकल ग्रुप के बीच झड़प से जुड़ा हुआ है. जबकि दूसरे इंसिडेंट में मर्डर की बात जो सामने आई है उसमें बिहार के दो ग्रुप आपस में ही लड़ रहा है. इसे प्रवासी मजदूरों पर हमले से जोड़कर देखना और आरोप लगाना सही नहीं है.

ये भी पढ़ें- Tamil Nadu Violence: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्या पर एक्शन में नीतीश, मुख्य सचिव और DGP को दिए निर्देश

''बिहार के प्रवासी मजदूरों पर तमिलनाडु में हमले में दो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. ये दोनों वीडियो गलत है. दोनों वायरल वीडियो त्रिरुप्पुर और कोयंबटूर के हैं. दोनों वीडियो तमिलियन और बिहार के प्रवासी मजदूरों के बीच झड़प के नहीं हैं. एक वीडियो में दो बिहारी प्रवासी मजदूरों के ग्रुप का है जो आपस में लड़ रहे हैं. जबकि दूसरे वीडियो में कोयंबटूर के लोकल आपस में लड़ रहे हैं. उसमें सभी लोग तमिलनाडु के ही रहने वाले हैं. यही वीडियो की सच्चाई है. तमिलनाडु के लोग शांति पसंद हैं. यहां का लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन है. यहां सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं.''- सी शैलेंद्र बाबू, डीजीपी, तमिलनाडु

सीएम नीतीश ने भी दिया है जांच का आदेश: बता दें कि सीएम नीतीश ने बिहार के प्रवासी मजदूरों पर बढ़ते हमले को देखते हुए समाचार पत्रों का हवाला देकर मुख्य सचिव और डीजीपी को ये आदेश दिया था कि तमिलनाडु की सरकार से वस्तु-स्थिति की जानकारी लें. सीएम नीतीश के एक्शन में आते ही तमिलनाडु के डीजीपी ने एक अपना वीडियो बिहार पुलिस और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए ट्वीट किया. वीडियो में तमिलनाडु के डीजीपी कह रहे हैं कि वायरल वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है. सभी वीडियो फेक है.

जमुई वायरल वीडियो की ये है सच्चाई: बता दें कि बिहार के जमुई के रहने वाले दो भाई मजदूरी के लिए तमिलनाडु के त्रिरुप्पुर गए हुए थे जहां दोनों पर जानलेवा हमला हुआ था. उसका वीडियो बिहार में सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. तमिलनाडु के डीजीपी सी शैलेन्द्र बाबू के मुताबिक ये झड़प दो बिहारी गुट के बीच हुई है. इसमें कोई तमिलियन शामिल नहीं है. इस मामले में जो भी तथ्य यह कहकर वायरल किया जा रहा है कि ये लड़ाई तमिलियन और बिहारी प्रवासी मजदूरों के बीच हुआ है तो वो गलत और भ्रामक है.

बिहारी प्रवासी मजदूरों की हत्या पर सदन में संग्राम: बता दें कि प्रवासी बिहारी मजदूरों पर तमिलनाडु में हत्या और अटैक का विवाद गर्मा गया है. बिहार विधानसभा में विपक्ष ने सदन के अंदर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सवाल पूछा. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की. वहीं तमिलनाडु सीएम स्टालिन के जन्मदिन में शामिल होने पहुंचे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी ने कहा है कि वो मजदूरों की छाती रौंदकर स्टालिन का केक खाने गए हैं. उन्हें बिहार के सम्मान से कोई लेना-देना नहीं.

Last Updated : Mar 2, 2023, 11:11 PM IST
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