Bihar News: पटना में कानपुर जैसी घटना, अतिक्रमण हटाने के विरोध में दो दुकानदारों ने खुद को लगाई आग
Published: Feb 16, 2023, 4:02 PM


Bihar News: पटना में कानपुर जैसी घटना, अतिक्रमण हटाने के विरोध में दो दुकानदारों ने खुद को लगाई आग
Published: Feb 16, 2023, 4:02 PM
बिहार के पटना में अतिक्रण हटाने के दौरान दो दुकानदारों ने आत्मदाह (Self immolation in Patna) की कोशिश की. घटना के वक्त अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पुलिस बचाने के बजाय खड़ी होकर लोगों का मुंह देखती रही. आनन-फानन में लोगों ने किसी तरह आग बुझाया लेकिन पीड़ित की हालत गंभीर बनी है. घटना के वक्त लोगों का गुस्सा देखकर पुलिस मौके से फरार हो गई.
पटनाः बिहार के पटना में कानपुर देहात जैसी घटना (Kanpur like incident in Patna) सामने आई है. घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जिस तरह कानपुर में जलने से मां बेटी की मौत हो गई थी, ठीक उसी तरह पटना में भी अतिक्रमण हटाने के दौरान दो दुकानदार ने आत्मदाह कर लिया, जिसकी हालत नाजुक बताई जा रही है. मामला जिले के पटना सिटी के आलमगंज थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज गुमटी के पास की है. जहां रेल पुलिस अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. इसी दौरान दो लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया.
यह भी पढ़ेंः IPS Vikash Viabhav: बेगूसराय में सीएम नीतीश का विरोध, विकास वैभव की फोटो लहराकर जतायी कार्रवाई पर नाराजगी
जबरन दुकान खाली कराने लगी पुलिसः आलमगंज थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज गुमटी के पास रेल पुलिस जबरन दुकान खाली कराने पहुंची थी. जिसको लेकर स्थानीय दुकानदार विरोध करने लगे. उससे पहले सभी दुकानदार व स्थानीय लोग धरना पर बैठ कर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. तभी रेल पुलिस दल-बल के साथ पहुंची तो लोग विरोध करने लगे. रेल पुलिस जबरन दुकान में घुसकर खाली कराने लगे. जेसीबी से दुकान को तोड़ने का प्लान भी था. जिसका लोगों ने खूब विरोध किया, लेकिन पुलिस मानने के लिए तैयार नहीं थी.
घटना के बाद रेल पुलिस फरारः पुलिस जबरन दुकान को खाली करने लगी तो अपनी दुकान खाली होता देख दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की. आग लगते ही घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. मौके पर चीख पुकार मच गई. किसी तरह आग बुझायी गयी लेकिन पुलिस खड़ी होकर मुंह देखती रही. घटना से लोग आक्रोशित हुए तो पुलिस मौके से भाग खड़ी हुई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पीड़ित को आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया. पीड़ितों का कहना है कि जमीन हमारी है. रेल प्रसाशन का कहना है कि वो जमीन रेल की है. फिलहाल दुकानदार की स्थिति नाजुक बनी है. जिसका इलाज किया जा रहा है.
"जमीन हमलोगों की है लेकिन रेल प्रशासन का कहना है कि यह जमीन रेलवे की है. दुकान खाली कराने आई पुलिस के पास कोर्ट का आदेश भी नहीं है फिर भी जबरन दुकान को तोड़ने के लिए पहुंची थी. जिसका विरोध करने पर जबरन दुकान का सामान निकालने लगे. जिसे देखते हुए दो दुकानदार ने देह में आग लगा ली." -अजीत कुमार, पीड़ित दुकानदार.
