पटना : बिहार के जमुई जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार (Topper Pravin Kumar) ने यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में टॉप-10 में जगह बनाई है. उन्होंने परीक्षा में 7वां रैंक स्थान प्राप्त किया है. उनकी सफलता पर बिहार समेत पूरे देश के लोग बधाई दे रहे हैं.
प्रवीण कुमार को ये सफलता दूसरे प्रयास में मिली है. जमुई जिले के चकाई के लाल ने यूपीएससी में सातवां रैंक हासिल किया है. उनकी इस सफलता से चकाई प्रखंड सहित जिले भर के लोग तो गौरव अनुभव कर ही रहे हैं. साथ ही परिजन में काफी खुश हैं. प्रवीण ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की तैयारी पूरी कर दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी.
प्रवीण ने बताया कि उन्होंने बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में अपनी च्वाइस दी है. अगर बिहार में नौकरी करने का मौका मिला तो उन्हें अपनी माटी की सेवा करने में काफी खुशी होगी. प्रवीण की इस सफलता पर मां वीणा देवी पिता सीताराम वर्णवाल फूले नहीं समा रहे हैं.
प्रवीण कुमार ने यूपीएससी में इस वर्ष सातवां स्थान प्राप्त कर न केवल अपने जिले बल्कि बिहार का नाम रौशन किया है. सीताराम वर्णावाल ने काफी गरीबी में अपने पुत्र प्रवीण को पढ़ाया-लिखाया और आज प्रवीण ने पूरे चकाई का नाम देश स्तर पर ऊंचा किया है.
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प्रवीण के परिजनों बताया कि प्रवीण दो भाई हैं और एक बहन हैं. बहन दीक्षा वर्णवाल कोटा में जेई एडवांस की तैयारी कर रही हैं. भाई धनंजय एनआईटी अगरतल्ला से पास आउट हैं. पिता सीता राम वर्णवाल की मेडिकल की दुकान है. मां वीणा देवी गृहिणी हैं.
प्रवीण की मां वीणा देवी ने कहा- 'प्रवीण सिर्फ मेरा बेटा ही नहीं पूरे जमुई जिला का बेटा है और उम्मीद है कि वह आगे चलकर समाज सेवा के साथ-साथ देश की भी सेवा करेगा'